
शिक्षक समाचार बिहार
February 14, 2025 at 04:39 AM
💠 1 Year B.Ed Eligibility: हर कोई नहीं कर सकता 1 साल का बीएड कोर्स, NCTE ने बताई जरूरी योग्यता
भारत की टीचर एजुकेशन पॉलिसी में बड़ा बदलाव लागू हो रहा है। हाल ही में नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने घोषणा की कि देश में एक साल का बीएड और एमएड कोर्स फिर से शुरू किया जा रहा है। यह कोर्स शैक्षणिक सत्र 2026-27 से लागू होगा।
1 Year B.Ed के लिए जरूरी योग्यता
हर कोई इस कोर्स में एडमिशन नहीं ले सकेगा। इसके लिए कुछ विशेष शर्तें लागू होंगी:
1. चार साल का ग्रेजुएशन (4-Year UG Program) किया हो या
2. तीन साल का ग्रेजुएशन करने के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन (PG/Master’s Degree) किया हो।
अगर कोई सिर्फ 3 साल का ग्रेजुएशन कर चुका है और पीजी नहीं किया है, तो वह सिर्फ 2 साल के बीएड कोर्स के लिए पात्र होगा।
1 Year M.Ed कोर्स
यह कोर्स फुल-टाइम, रेगुलर मोड में संचालित होगा।
2 साल का एमएड कोर्स उन लोगों के लिए रहेगा, जो नौकरी के साथ एमएड पूरा करना चाहते हैं।
NCTE चेयरमैन का बयान
NCTE चेयरमैन पंकज अरोड़ा ने कहा कि 2015 में 2 साल का एमएड कोर्स शुरू किया गया था, लेकिन इसका ज्यादा फायदा नहीं हुआ। नए छात्रों में इसको लेकर ज्यादा रुचि नहीं दिखी और कई सीटें खाली रह गईं।
अब नए एमएड कोर्स में रिसर्च और हैंड्स-ऑन कम्युनिटी एंगेजमेंट टास्क को जोड़ा जाएगा, जिससे यह कोर्स ज्यादा प्रभावी बन सके।
नए बीएड और एमएड कोर्स का लाभ
बीएड और एमएड कोर्स की अवधि कम होगी, जिससे छात्रों को जल्दी करियर में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
क्वालिटी ट्रेनिंग पर फोकस होगा, जिससे शिक्षकों की दक्षता बढ़ेगी।
नए करिकुलम में रिसर्च और प्रैक्टिकल नॉलेज को बढ़ावा दिया जाएगा।
2026 से जब बीएड एडमिशन फॉर्म निकलेंगे, तब 1 साल का बीएड और एमएड कोर्स का विकल्प भी मिलेगा। इच्छुक अभ्यर्थियों को अपनी शैक्षणिक योग्यता के अनुसार सही कोर्स का चयन करना होगा।💠