Mufti Wasim Akram Razavi
January 21, 2025 at 05:07 PM
*दो बड़ी बीमारियों की पहचान*
*चेकअप ज़रूर करवाएं*
अगर तज़किरा-ए-अहले बैत पर आपको किसी भी प्रकार की परेशानी महसूस हो, तो तुरंत अपना इलाज करवाएं, *क्योंकि यह नासिबियत की पहचान है।*
अगर तज़किरा-ए-सहाबा पर आपको किसी भी प्रकार की परेशानी महसूस हो, तो तुरंत अपना इलाज करवाएं, *क्योंकि यह राफ़ज़ियत की पहचान है।*
अहल-ए-सुन्नत व जमात तो यूं कहते हैं:
"अहल-ए-सुन्नत का है बेड़ा पार असहाबे हुज़ूर
नज्म हैं और नाव है इतरत रसूल अल्लाह की"
हसनैन करीमैन हमारे सरदार हैं।
हज़रत हुज़ैफा बिन यमान رضی اللہ عنہ से रिवायत है:
أتاني ملكٌ فسلمَ عليَّ، نزلَ منَ السماءِ لمْ ينزلْ قبلَها، فبشرني أنَّ الحسنَ والحسينَ سيدا شبابِ أهلِ الجنةِ، وأنَّ فاطمةَ سيدةُ نساءِ أهلِ الجنةِ
अल्लाह के रसूल ﷺ ने फ़रमाया:
"मेरे पास एक फरिश्ता आया, उसने मुझे सलाम किया। वह आसमान से उतरा, ऐसा फरिश्ता जो इससे पहले कभी नहीं उतरा था। उसने मुझे खुशखबरी दी कि *हसन और हुसैन जन्नती नौजवानों के सरदार हैं और फ़ातिमा जन्नत की औरतों की सरदार हैं।"*
(अस-सयुती, अल-जामि’ अस-सगीर)
*यह फज़ीलत सुनकर कोई परेशानी तो नहीं हुई??*
तमाम सहाबा-ए-किराम हिदायत के सितारे हैं।
हज़रत जाबिर बिन अब्दुल्लाह رضی اللہ عنہ से रिवायत है:
أصحابي كالنُّجومِ بأيِّهِمُ اقتديتُمُ اهتديتُم
अल्लाह के रसूल ﷺ ने फरमाया:
"मेरे सहाबा सितारों की तरह हैं, तुम इनमें से जिसकी भी पैरवी करोगे, हिदायत पाओगे।"
(इब्न हजर अल-असकलानी, अल-काफ़ी अश-शाफ़ी, सफह: 161)
हज़रत अमीर मुआविया رضی اللہ عنہ हिदायत देने वाले और हिदायत पाने वाले हैं, और हां, मोमिनों के मामा भी हैं।
नबी अकरम ﷺ ने फरमाया:
اللهم اجعله هاديا مهديا واهد به
(तिर्मिज़ी, हदीस: 3842)
और हज़रत मुल्ला अली का़री رحمہ اللہ फरमाते हैं:
(وَعَنْ مُعَاوِيَةَ) أَيِ: ابْنِ أَبِي سُفْيَانَ وَهُوَ خَالُ الْمُؤْمِنِينَ
(मिरकात अल-मफातिह शरह मिश्कात अल-मसाबिह, 3258/8)
*आपको कोई परेशानी तो नहीं हुई ना???*
क्या बात है! आपका चेकअप मुकम्मल हुआ, और रिपोर्ट नेगेटिव आई।
*मुबारक हो!*
(ये तहरीर मैं ने करोना के ज़माने मे लिखी थी)
*✍️: मोहम्मद वसीम अकरम रज़वी*
टिटलागढ़, बलांगीर, ओडिशा
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