
Jamaat-e-Islami Hind Updates
January 23, 2025 at 07:16 AM
*जीवन- दर्शन*
"इनसान और इनसान के बीच 'उच्चता' का कोई आधार हो सकता है तो वह मात्र नैतिकता है। जन्म से सारे इनसान बराबर हैं क्योंकि उनका रचयिता एक है, उनका रचना तत्व एक जैसा है, उनके पैदा होने की प्रक्रिया सामान है तथा उनकी वंशावली एक ही माता -पिता तक पहुँचती है। किसी व्यक्ति का किसी विशेष देश या समुदाय में जन्म लेना एक संयोग की बात है , जिसमें उस व्यक्ति की इच्छा, पसंद और प्रयास का कोई दखल नहीं; इसलिए ये श्रेठता का आधार नहीं हो सकता। वास्तविक चीज़ जिसके कारण एक व्यक्ति को दूसरे की अपेक्षा उच्चता या श्रेष्ठता प्राप्त होती है वह यह है कि वह अपेक्षाकृत अधिक ईशभय रखने वाला, बुराईयों से बचने वाला और नेकी तथा पवित्रता के मार्ग पर चलनेवाला हो, चाहे वह किसी जाति, या क्षेत्र या रंग से सम्बन्ध रखता ह।" (स्रोत : तफ़हीमुल क़ुरआन )
पुस्तिका : मानव - समानता और इस्लाम
लेखक : डॉक्टर फरहत हुसैन
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