
Ramesh Kumar Verma Edu. Group
February 9, 2025 at 03:10 AM
56 वा गुरु घासीदास तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व : (1)केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 18 नवंबर, 2024 को इस टाइगर रिजर्व को अधिसूचित किया था.
(2)राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने अक्टूबर माह साल 2021 में इसकी मंज़ूरी दी थी
(3) छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा 2829.38 वर्ग क्षेत्रफल और देश का तीसरा सबसे बड़ा है और राज्य का चौथा टाइगर रिजर्व है
(4) इसमें 1254.586 वर्ग किलोमीटर आरक्षित वन, 1438.451 वर्ग किलोमीटर संरक्षित वन, और 136.35 वर्ग किलोमीटर राजस्व ज़मीन शामिल है.
(5)कुल चार जिलों 1.मनेंद्रगढ़- चिरमिरी - भरतपुर ,2.कोरिया,3.सूरजपुर,4.बलरामपुर में विस्तृत है
(6) कोर एरिया 2029.232 वर्ग किमी और बफर एरिया 780.155 वर्ग किमी है
(7)छोटा नागपुर पठार और आंशिक रूप से बघेलखंड पठार में स्थित यह बाघ अभयारण्य विविध भूभागों, घने जंगलों, नदियों और झरनों से समृद्ध है
(8) इससे बड़े दो ही टाइगर रिजर्व देश में है एक नागार्जुन सागर श्री सैलम आंध्र प्रदेश में 3296.31 वर्ग किमी और दूसरा मानस टाइगर रिजर्व असम 2837.10 किमी
(9)भारत की राष्ट्रीय वन्यजीव योजना(2017-2031) में परिकल्पित संरक्षण के लिए परिदृश्य दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, नव अधिसूचित बाघ अभयारण्य मध्य प्रदेश में संजय दुबरी बाघ अभयारण्य से सटा हुआ है, जो लगभग 4500 वर्ग किलोमीटर का परिदृश्य परिसर बनाता है। इसके अलावा, यह अभयारण्य पश्चिम में मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य और पूर्व में झारखंड के पलामू बाघ अभयारण्य से जुड़ा हुआ है।
(10) यहां के 365 अकशेरुकी/कीट वर्ग और 388 कशेरुकी सहित कुल 753 प्रजातियों का दस्तावेजीकरण किया गया है। कशेरुकी जीवों में पक्षियों की 230 प्रजातियाँ और स्तनधारियों की 55 प्रजातियाँ और कई संकटग्रस्त प्रजातियाँ शामिल हैं।