सहजयोग समाचार–कोटा सामूहिकता द्वारा संचालित
January 24, 2025 at 08:52 AM
*सहज के दैवीय अनुभव* दो मजबूत हाथ मुझे उठा कर बाथरूम की ओर ले गये....... ( सहजयोगी वी0एन0फड़के की पुस्तक से साभार) जब मेरे पिता हॉस्पिटल में थे तो मैं उनके दोनों हाथ पकड़ कर उनको वाइब्रेशन्स देता था और उनके साथ काफी देर तक बात किया करता था। मैंने उनको डेढ़ से दो महीने तक ये वाइब्रेशन्स दिये। उनकी शारीरिक परेशानियों की देखभाल मेरी पत्नी और मेरी बहन करती थीं जैसे उनको बेड पैन देना, उनकी सफाई वगैरह करना आदि। उनकी श्रीमाताजी पर बहुत अधिक आस्था थी। उनकी जेब में हमेशा श्रीमाताजी की फोटो पड़ी रहती थी और जब भी उनको कुछ परेशानी होती थी तो वह श्रीमाता जी के चरणों में गिर जाया करते थे। एक दिन जब मैं अपने पिता से मिलने के लिये हॉस्पिटल गया तो उन्होंने मुझसे कहा कि गजानन कल मेरे साथ एक अजीब सी घटना घटी जो किसी चमत्कार से कम नहीं है। मैंने उनसे पूछा कि चमत्कार क्या है? तब उन्होंने मुझको पूरी बात बतानी शुरू की। उन्होंने कहा कि कल रात के डेढ़ या दो बजे के समय मैं टॉइलेट जाना चाहता था। मैने वार्ड ब्यॉय और किसी और को भी पुकारा लेकिन किसी ने भी मेरी आवाज को नहीं सुना। इसके बाद मैंने सोचा कि अब जो कुछ भी होना होगा होने दो और मैं अपने बेड पर चुपचाप सो गया और मैंने श्रीमाताजी से प्रार्थना की कि माँ अब तो आप ही मेरी सहायता कर सकती हैं। इतना कहने के बाद मैं सो गया। इसके कुछ ही देर के बाद दो मजबूत हाथों ने मुझे उठा लिया और मुझे लेकर बाथरूम की ओर ले गये। मेरे बाथरूम का उपयोग करने के तुरंत बाद उन्ही दो अदृश्य हाथों ने फिर से मुझे उठा लिया और मेरे बिस्तर तक पंहुचा दिया। ये हाथ किसी महिला के से प्रतीत हो रहे थे। मुझे केवल इतना ही याद है। बाद में जब मैंने याद करने का प्रयास किया कि ये हाथ किसके हो सकते थे? मुझे तुरंत याद आया कि ये हाथ तो श्रीमाताजी के ही थे और उन्होंने ही मेरी सहायता की थी। इस घटना के बाद उनकी आस्था श्रीमाता जी पर और भी अधिक बढ़ गई। सहज परिवार के सभी आवश्यक समाचार और गतिविधियों की जानकारी हेतु कोटा सामूहिकता द्वारा संचालित *सहजयोग समाचार (डिजिटल सहज पत्रिका)* को आप भी लिंक पर क्लिक कर व्हाट्सएप पर फॉलो कर सकते है। https://whatsapp.com/channel/0029Va9JA6q7j6fzW47in30O
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