Kshatriya Voice - क्षत्रियों की आवाज़
January 19, 2025 at 03:34 AM
क्षत्राणी कहलाने का हक केवल उसे है जिसके डोली और अर्थी दोनों हीं क्षत्रिय कुल से उठे, उसे नहीं जो बाप के घर से सरनेम ले जाए।
क्षत्राणियों ने प्राण त्याग दिए परन्तु किसी दूसरे धर्म या दूसरे जाति के व्यक्ति से विवाह नहीं किया।
सभी क्षत्रिय बहनों और भाइयों से निवेदन है कि क्षेत्रियों से ही विवाह करें।
कन्याओं को अधिकतम २५ वर्ष और लड़कों को अधिकतम २७ वर्ष तक विवाह कर लेना चाहिए।
अंतर्जातीय विवाह पर बिना किसी अपवाद के पूर्ण विराम लगाए। अंतर्जातीय विवाह में तलाक और मनमुटाव बढ़ते जा रहे, बच्चे भी नहीं हो रहे।
अधिकतर जातियां क्षत्रियों के प्रति द्वेष भाव रखती हैं, इसलिए दूसरे जाति में न बेटी दे और न बहू लाए।
आगे चलकर भयानक स्थिति हो जाएगी, पूरा समाज वर्णसंकर हो जाएगा।
सभी लोग इस विषय पर ध्यान दें।
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