"MOTIVATIONAL THOUGHTS with MUK"
"MOTIVATIONAL THOUGHTS with MUK"
February 14, 2025 at 02:31 AM
🙏🌹 *ॐ सुप्रभात* 🌹🙏 *मैं ना होता तो क्या होता* *एक बार कागज का एक टुकड़ा हवा के वेग से उड़ा और पर्वत के शिखर पर जा पहुँचा...पर्वत ने उसका आत्मीय स्वागत किया और कहा भाई...* *यहाँ कैसे पधारे...? कागज ने कहा-अपने दम पर...जैसे ही कागज ने अकड़ कर कहा अपने दम पर और तभी हवा का एक दूसरा झोंका आया और कागज को उड़ा ले गया* *अगले ही पल वह कागज नाली में गिरकर गल-सड़ गया...जो दशा एक कागज की है वही दशा हमारी है* *पुण्य की अनुकूल वायु का वेग आता है तो हमें शिखर पर पहुँचा देता है और पाप का झोंका आता है तो रसातल पर पहुँचा देता है...* *किसका मान...? किसका गुमान...? सन्त कहते हैं कि जीवन की सच्चाई को समझो संसार के सारे संयोग हमारे अधीन नहीं हैं.* *कर्म के अधीन हैं और कर्म कब कैसी करवट बदल ले...कोई भरोसा नहीं इसलिए कर्मों के अधीन परिस्थितियों का कैसा गुमान* *बीज की यात्रा वृक्ष तक है.* *नदी की यात्रा सागर तक है* *और* *मनुष्य की यात्रा परमात्मा तक* *संसार में जो कुछ भी हो रहा है वह सब ईश्वरीय विधान है* *हम और आप तो केवल निमित्त मात्र हैं* *इसीलिये कभी भी ये भ्रम न पालें कि* *मै न होता तो क्या होता* 🙏 जय गुरुदेव 🙏 Source : unknown to Compiler. [WhatsApp Post] 🌹🌷आपका आज का दिन माधुर्य से सम्पन्न रहे। 🌹🌷 Compiled by : Mahendra Kolhekar X Handle : @KolhekarM 🌹🌷🌞🙏

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