Yogendra Yadav
Yogendra Yadav
February 7, 2025 at 02:05 PM
*तीस साल से आ बुक फेयर रहा हूँ, हर बार कुछ नया ढूँढता हूँ।* *इस बार नज़रें ठहरीं कविताओं, इतिहास और उन भाषाओं की किताबों पर, जो आमतौर पर दिखती नहीं।* *अगर आएं, तो बस चमकीली किताबों तक न रुकें।* #worldbookfair ▶️ https://x.com/_YogendraYadav/status/1887838742989185497?t=BdoAiFQw5uEQsmGP7qO1_A&s=19
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