
Islamic Theology
March 1, 2025 at 02:50 AM
*मुताला-ए-क़ुरआन एकेडमी*
पेश कर रही है इंडिया की पहली और *बिल्कुल मुफ़्त*
*ऑनलाइन मुताला-ए-क़ुरआन क्लास*
अगर आप क़ुरआन-ए-करीम को सिर्फ़ पढ़ने तक सीमित नहीं रखना चाहते, बल्कि उसे गहराई से समझकर अपनी ज़िंदगी में लागू करना चाहते हैं, तो मुताला-ए-क़ुरआन एकेडमी की जानिब से मुताला-ए-क़ुरआन क्लास आपके लिए एक बेहतरीन मौक़ा है!
🔹 यह इंडिया की पहली और नंबर वन ऑनलाइन मुताला-ए-क़ुरआन क्लास है, जहाँ क़ुरआन को सहीह तर्जुमे, हदीस और सीरत की रोशनी में समझाया जाता है।
🔹 यह सिर्फ़ सुनने की क्लास नहीं, बल्कि सीखने, समझने और अमल करने की तहरीक है!
🔹 बिना किसी फ़िरक़ावारियत के, सिर्फ़ हिदायत और इल्म पर ध्यान दिया जाता है।
✨ *मुताला-ए-क़ुरआन क्लास में क्या होगा?*
🟢 *1. क़ुरआन की गहराई को समझना*
हर आयत को दो एंगल से देखा जाएगा:
🔹 ख़ास हुक्म: यह जानना कि आयत कब, किस मौक़े पर और क्यों नाज़िल हुई? (शाने नुज़ूल)
🔹 आम हुक्म: क़ुरआन की हिदायत हर दौर और हर इंसान के लिए है, तो आज के दौर में इन आयात का क्या मतलब है?
🟢 *2. हदीस और सीरत की रोशनी में तफसीर*
क़ुरआन को सहीह हदीस और नबी ﷺ की सीरत की मदद से समझाया जाएगा ताकि असली मायने साफ़ हो जाएँ।
📜 रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"मुझे क़ुरआन के साथ एक और चीज़ दी गई है (यानी सुन्नत)।"
(सुनन अबू दाऊद: 4604)
🟢 *3. मुख़्तलिफ़ मकतबा-ए-फ़िक्र के तर्जुमे*
🔹 बरेलवी: हज़रत अहमद रज़ा ख़ान
🔹 देवबंदी: मुफ़्ती तकी उस्मानी
🔹 जमात-ए-इस्लामी: सैयद अबुल आला मौदूदी
🟢 *4. ओपन डिस्कशन और राय का इज़हार*
हर क्लास में क़ुरआन की कुछ आयात पेश की जाएँगी, जिन पर सभी लोग कुरआन और सुन्नत की रोशनी में अपनी राय दे सकते हैं और अपनी समझ को दूसरों के साथ शेयर कर सकते हैं।
🟢 *5. सिलेक्टेड आयात पर फ़ोकस*
पूरा क़ुरआन एक साथ पढ़ने के बजाय उन आयात को चुना जाएगा जो क़ुरआन के असल मक़सद और हिदायत को समझने में मदद करें।
🟢 *6. स्टूडेंट और टीचर का अनोखा ताल्लुक*
यहां हर शख्स स्टूडेंट भी है और टीचर भी। यह क्लास सीखने और सिखाने दोनों का बेहतरीन जरिया है।
🟢 *7. लाइव डिस्कशन और सवाल-जवाब का माहौल*
इस क्लास में हर कोई अपने सवाल पूछ सकता है और कुरआन और सुन्नत की हिदायतों के मुताबिक जवाब पा सकता है।
🟢 *8. लड़कों और लड़कियों दोनों के लिए*
यह क्लास लड़कियों और लड़कों दोनों के लिए है, जहाँ अलग-अलग ग्रुप्स का इंतज़ाम किया गया है इस्लामी हिदायत के मुताबिक।
🟢 *9. नोट्स की सुविधा*
स्टूडेंट्स को तालीम में मदद के लिए आसान नोट्स फराहम किए जाते हैं।
📢 *क्यों जुड़ें इस क्लास से?*
✅ इंडिया की पहली और नंबर वन ऑनलाइन मुताला-ए-क़ुरआन क्लास!
✅ हर कोई क़ुरआन को सही मायनों में समझ सकता है!
✅ बेहतर अंदाज़ में सीखें और दूसरों तक पहुँचाएँ।
✅ बिना किसी फ़िरक़ावारियत के, सिर्फ़ हिदायत और इल्म पर ध्यान दें।
✅ क़ुरआन और सुन्नत को अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बनाएँ।
📜 क़ुरआन कहता है:
"हमने इस क़ुरआन को नसीहत के लिए आसान ज़रिया बना दिया है, फिर क्या है कोई नसीहत क़बूल करने वाला?"
(क़ुरआन 54:17)
📜 रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"सबसे बेहतरीन इंसान वह है जो क़ुरआन सीखता और दूसरों को सिखाता है।"
(सहीह बुख़ारी, हदीस: 5027)
🎉 *रजिस्ट्रेशन बिल्कुल मुफ़्त!*
इस सुनहरे मौक़े को हाथ से मत जाने दें! जल्द शामिल हों और क़ुरआन की असल हिदायत को समझकर अपनी ज़िंदगी बदलें।
📩 अभी जुड़ें और अपने दोस्तों को भी इस तहरीक का हिस्सा बनाएँ!
मुताला-ए-कुरआन क्लास से जुड़ने के लिए आप एकेडमी इंचार्ज से संपर्क करें
❤️
2