सुलेखसंवाद
February 3, 2025 at 11:02 AM
ज्ञान , संयोग और सरस्वती पूजा (बसंत पंचमी)
कुछ क्षण मात्र संयोग नहीं होते, वे एक सुंदर संकल्पना होते हैं। आज सरस्वती पूजा के इस पावन अवसर पर, जब ज्ञान और विद्या की देवी की आराधना की जाती है, हमें भारतीय प्रबंध संस्थान बैंगलोर पुस्तकालय के लिए अंतिम पुस्तक स्लॉट प्राप्त हुआ।
ज्ञान का भी एक अपना प्रवाह होता है—यह सही समय पर, सही स्थान पर अपने जिज्ञासुओं तक पहुँचता है। पुस्तकालय केवल पुस्तकों का भंडार नहीं, बल्कि विचारों का एक जीवंत मंदिर है। और इससे बेहतर दिन क्या हो सकता है इस यात्रा को पूर्ण करने के लिए, जब हम स्वयं ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी को नमन कर रहे हैं?
जैसे-जैसे ये पुस्तकें अपनी जगह लेती हैं, हमें यह स्मरण होता है कि ज्ञान केवल संग्रहित करने के लिए नहीं, बल्कि बाँटने के लिए होता है। ये पुस्तकें अनेकों चेतना को प्रेरित करें, नए विचारों को जन्म दें, और सीखने की यह अनवरत यात्रा यूँ ही चलती रहे।
इस पावन दिन पर, आइए हम केवल ज्ञान का ही नहीं, बल्कि उसकी सतत खोज का भी उत्सव मनाएँ।
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