
PAHAL
March 1, 2025 at 09:44 AM
विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस - दोहावली
सजग रहे हर आम तो, आती विपदा अल्प।
जीवन रक्षा भाव का, निकल आता विकल्प।।
दुर्घटना को रोकिए, सूझ-बूझ ले हाथ।
किसी को रहना न पड़े , पछतावा के साथ।।
असावधानी में सदा, हो जाती है घात।
पहले से हीं चेतिए, मिले नहीं आघात।।
अकस्मात कुछ घटित हो, लगे नहीं अनुमान।
जन जीवन होता तभी, अस्त व्यस्त हलकान।।
रखिए प्रबंध इस तरह, हरपल चुस्त दुरुस्त।
शीघ्र मदद सबको मिले, पड़े न कोई सुस्त।।
कैसी भी हो आपदा, रहे सदा तैयार।
जिससे चोटिल को मिले, सदा शीघ्र उपचार।।
रखें जानकारी वही, जो कर सके बचाव।
इस दिवस को मनाइए, ऐसा हीं ले भाव।।
पाठक करे प्रयास यह, हर कोई ले जाग।
जिससे डॅंस पाए नहीं, दुर्घटना का नाग।।
रचयिता - राम किशोर पाठक
प्राथमिक विद्यालय भेड़हरिया इंगलिश पालीगंज पटना।
संपर्क - 9835232978