संगठित रहोगे तो सुरक्षित रहोगे
संगठित रहोगे तो सुरक्षित रहोगे
February 13, 2025 at 07:54 AM
*‼️अमेरिका को नहीं!! हमको शौक़ है आस्तीनों में सांप पालने का‼️*🙋‍♂️ *अमेरिका ने अपने मुल्क में रह रहे विदेशी नागरिकों को उनके देश में भेजने का काम तेज़ कर दिया है । हाल ही भारत में भी एक विमान एक सौ से अधिक नागरिक भारत भेज दिए हैं । सबको बेड़ियों और हथकड़ियों के साथ भेजा गया है।यह सब अवैध रूप से बिना किसी दस्तावेज़ी स्वीकृति के अमेरिका में रह रहे थे ।*🫢 *अमेरिका की इस कठोर नीति से अलग हट कर भारत अपने मुल्क में रह रहे विदेशी नागरिकों को ना तो रेखांकित कर पा रहा है ना ही उन्हें बाहर भेजने की कार्रवाई की जा रही है।*😨 *असम में सैंकड़ों बांग्लादेशी नागरिक ऐसे सेंटरों में रह रहे हैं जो आसाम सरकार चला रही है । सरकार ने विदेशी नागरिकों को पहचान लेने के बाद भी निरुद्ध केन्द्रों में रख रखा है। सरकारी मेहमान बना कर। आश्चर्य की बात यह है कि नागरिक लम्बे समय से इन निरुद्ध केंद्रों में मस्ती से दामादों की तरह से रह रहे हैं । इन पर सरकार अनाप शनाप खर्च वहन कर रही है। यहां तक कि उच्चतम न्यायालय तक को अनावश्यक तर्क दिए जा रहे हैं।*😱 *सर्वोच्च न्यायालय में असम सरकार के वकील कह रहे हैं कि इन विदेशी नागरिकों का हमारे पास कोई पते ठिकाने नहीं हैं। कहाँ भेजें❓❓* *कमाल की बात है कि पता ठिकाना न होने का बहाना बनाकर सरकार अपना पल्ला झाड़ रही है। जब देश का पता है। उसकी राजधानी का पता है तो उनको देश की राजधानी तक क्यों नहीं पहुँचाया जा रहा❓क्या यह पता काफी नहीं❓ इस तर्क से तो हम कभी उनका पता नहीं ढूँढ़ पाएंगे और उन्हें निरुद्ध केंद्रों में ही पालते रहेंगे।*🫢 *मित्रों! उच्च न्यायालय ने असम सरकार के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए यह साफ़ कर दिया है कि रेखांकित किए गए विदेशी नागरिकों को तत्काल उनके मुल्क भेजा जाए।*😯 *यहां आपको बता दूं कि पूरे भारत में लगभग कई देशों के लाखों नागरिक अवैध रूप से देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे हैं। इनकी पहचान करने का काम ही अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। नतीजा यह है कि हमारे देश में ख़ास तौर से बांग्लादेशियों ने एक नया मुल्क जैसा स्थापित कर लिया है । देश के विभिन्न हिस्सों में यह अवैध नागरिक न केवल जीवन यापन कर रहे हैं बल्कि भारतीय नागरिकों को मिलने वाले अधिकारों का भी उपयोग कर रहे हैं । लोग निजी स्वार्थ से प्रेरित होकर इन नागरिकों को न केवल पनाह दे रहे हैं बल्कि अवैध फर्जी दस्तावेजों से इनको मूल नागरिक बनाने में मदद कर रहे हैं।*🥺 *गृह मंत्री अमित शाह कई बार सख़्ती से कह चुके हैं कि अवैद्य बांग्लादेशियों को जल्द ही वापस भेजा जाएगा मगर कई सालों से हम उनके मुंह से यही बात सुनते आ रहे हैं। कब उनके आदेशों को सरकारी तंत्र मानेगा❓*😣 *कुछ राज्यों में सरकारी तंत्र ! पुलिस की मदद से अवैध नागरिकों की पहचान के लिए अभियान चलाया जा रहा है मगर यह अभियान ऊंट के मुंह में जीरे जैसा है । इक्का-दुक्का बांग्लादेशी पड़कर सरकारी तंत्र सिर्फ औपचारिकताएं पूरी कर रहा है*।। 🙄 *दूसरी तरफ अमेरिका को देखिए! जिसने एक महीने में ही विदेशी नागरिकों को उनके मुल्कों में भेजने के पुख्ता इंतजाम कर दिए हैं। ऐसे मुल्क जिन्होंने अमेरिका से अपने नागरिक वापस लेने के लिए मन मसोसा उनको अमेरिका के मुखिया ट्रंप ने कठोरता से कह दिया कि यदि उनके नागरिकों को वापस नहीं लिया गया तो अमेरिका ऐसे मुल्कों के विरुद्ध सीधी कार्रवाई करेगा ।*🤨 *गौरतलब है कि अमेरिका सरकार किसी भी अवैध नागरिकों को अपने ख़र्चे पर वापस नहीं भेज रही बल्कि सम्बंधित मुल्क ही उनकी वापसी का ख़र्चा उठा रहे हैं। और उनक़ो मुल्क भेजने का तरीका भी अमानवीय रहा । अवैध नागरिकों क़ो प्रताड़ित करने के उद्देश्य से हथकड़ी बेड़ियाँ लगाकर जो सफर 15 घंटे का होना था उसे 35 घंटे में पूरा किया गया।*🫢 . *असम में जितने निरुद्ध केंद्र चलाए जा रहे हैं उनको अमेरिका से सीख लेकर तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए । भारत सरकार को भी अब इस मामले में पूरी तरह मुस्तैद होकर कठोर हो जाना चाहिए ।*👍 *देश के नागरिकों को भी अपने राष्ट्रीय चरित्र का प्रदर्शन करते हुए आस पास रह रहे बांग्लादेशियों की जानकारी पुलिस को देनी चाहिए और पुलिस को भी इस दिशा में मुस्तैदी से कार्यवाही करनी चाहिए।*🙋‍♂️ *याद रखिये हम अपनी आस्तीनों में सांप पाल रहे हैं।*🐍
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