Mohammad Meraj
Mohammad Meraj
January 31, 2025 at 06:06 AM
बिहारी भाइयों और बहनों के नाम एक भावनात्मक अपील मेरे प्यारे बिहारी भाइयों और बहनों, क्या तुमने कभी सोचा है कि हम कौन थे और आज हमें क्या बना दिया गया है? यह वही बिहार है, जहाँ से पूरे भारत का इतिहास शुरू हुआ। यही वह मिट्टी है, जहाँ चाणक्य ने नंद वंश को गिराकर मौर्य साम्राज्य की नींव रखी। यही वह धरती है, जहाँ से सम्राट अशोक ने शांति और न्याय का संदेश पूरी दुनिया में फैलाया। यही वह भूमि है, जिसने महावीर और बुद्ध को जन्म दिया, जिसने नालंदा और विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालय दिए, जहाँ दुनिया भर के लोग ज्ञान लेने आते थे। यही बिहार कभी भारत की रीढ़ हुआ करता था। लेकिन आज? आज हमें खुद अपने बिहारी होने पर गर्व महसूस नहीं होता। क्यों? हमें बाहर के लोग ताने मारते हैं, हमें मजदूर समझते हैं, हमारा मजाक उड़ाते हैं, और हम चुपचाप सह लेते हैं। हम खुद को बिहारी कहने से कतराने लगे हैं, हमारी पहचान धुंधली हो रही है। क्या हमारी नियति यही थी? हम मेहनती हैं, हम बुद्धिमान हैं, हम संघर्ष करना जानते हैं, लेकिन फिर भी हमारा नाम क्यों मिटता जा रहा है? हमारे बच्चों को हमारे इतिहास की महानता क्यों नहीं पता? क्यों हमारी भाषा, हमारी संस्कृति, हमारी पहचान खोती जा रही है? अब समय आ गया है कि हम अपनी पहचान को फिर से जिंदा करें क्योंकि अगर अब नहीं तो हमारे नस्लें अपनी पहचान भूल जाएगी जैसे झारखंड में रहने वाले भी बिहारी थे लेकिन वह अपने पहचान को भूल गए इसलिए हमें फिर से उस गौरव को महसूस करना होगा, जो कभी बिहार की पहचान थी। हमें अपनी जमीन, अपने लोगों, अपने इतिहास पर गर्व करना सीखना होगा। अगर हम ही अपने बिहार को छोटा समझेंगे, तो बाकी दुनिया कैसे हमें सम्मान देगी? खुद को पहचानो, अपने इतिहास को जानो, और सिर ऊँचा करके गर्व से कहो – "हाँ, हम बिहारी हैं" क्योंकि हम सिर्फ एक राज्य के लोग नहीं हैं, हम उस धरती के बेटे-बेटी हैं जिसने पूरे भारत को रास्ता दिखाया था। अब नहीं झुकेंगे, अब नहीं मिटेंगे – हम बिहारी थे, हैं और हमेशा रहेंगे!
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