Rajasthangyan
February 6, 2025 at 02:30 PM
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राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी/ दक्षिणी पहाड़ी क्षेत्रों में आदिवासियों द्वारा उपयोग में ली जाने वाली कृषि की विधि को कहते हैं-
कुरूवा
वालरा (वालरे)
बेवर
बरींगा
2
वालरा (वालरे) राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी और दक्षिणी पहाड़ी क्षेत्रों में आदिवासियों द्वारा प्रयोग की जाने वाली कृषि की पारंपरिक विधि है। ‘कर्तन दहन प्रणाली’ (slash and burn) कृषि को राजस्थान में ‘वालरे’ या ‘वाल्टरे’ कहते हैं। किसान जमीन के टुकड़े साफ करके उन पर अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए अनाज व अन्य खाद्य फसलें उगाते हैं। जब मृदा की उर्वरता कम हो जाती है तो किसान उस भूमि के टुकड़े से स्थानांतरित हो जाते हैं और कृषि के लिए भूमि का दूसरा टुकड़ा साफ करते हैं।
मरुस्थलीकरण से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र _____ राजस्थान है। (निम्न में से सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें)
पश्चिमी
दक्षिणी
उत्तरी
पूर्वी
1
राजस्थान के पश्चिमी भाग में थार मरुस्थल स्थित है, जो मरुस्थलीकरण से सबसे अधिक प्रभावित है।
विजयसिंह पथिक का वास्तविक नाम क्या था -
धीरेन्द्रसिंह
रामसिंह
प्रतापसिंह
भूपसिंह
4
विजयसिंह पथिक, जो एक प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी थे, का वास्तविक नाम भूपसिंह था। उन्होंने राजस्थान में किसान आंदोलन का नेतृत्व किया।
आमेर के किस शासक ने 1639 ई. में आमेर में गणेश पोल का निर्माण करवाया जो भित्ति चित्र व अलंकरणों से सुसज्जित है -
भगवन्तदास
सवाई जयसिंह
मिर्जा राजा जयसिंह
मानसिंह
2
मिर्जा राजा जयसिंह ने 1639 ई. में आमेर किले में गणेश पोल का निर्माण करवाया। फर्ग्यूसन के अनुसार गणेशपाल दरवाजा स्थापत्य एंव चित्रकला के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
कच्छी नस्ल है -
घोड़ा की
भेड़ की
बकरी की
ऊँट की
4
कच्छी नस्ल गुजरात राज्य के कच्छ के रण में बसती है। प्रमुख प्रजनन क्षेत्र गुजरात के कच्छ एवं बसनकांठ जिले हैं तथा यह पूर्व में 68° 20' से 74° देशान्तर एवं उत्तर में 22° 51' से 24° 37' अक्षांश तक विस्तारित है।
निम्नलिखित में से कौन-सा मृदा अपरदन का प्रत्यक्ष कारण नहीं है -
अत्याधिक पशुचारण
स्थानान्तरित कृषि
वैश्विक तापमान वृद्धि
वन विनाश
3
वैश्विक तापमान वृद्धि मृदा अपरदन का प्रत्यक्ष कारण नहीं है, बल्कि यह एक अप्रत्यक्ष कारक है। अत्याधिक पशुचारण, स्थानान्तरित कृषि और वन विनाश मृदा अपरदन के प्रत्यक्ष कारण हैं।
निम्नलिखित में से कौन-सा उपाय मरुस्थलीकरण रोकने में सहायक नहीं है -
रेतीली व क्षारीय बंजर भूमि का उपयोग ना किया जाए
वन संरक्षण
नए चरागाह क्षेत्रों का विकास किया जाए
अरावली क्षेत्र में हरी सुरक्षा पट्टियाँ विकसित की जाएँ
1
रेतीली और क्षारीय बंजर भूमि का उपयोग न करना मरुस्थलीकरण रोकने में सहायक नहीं है। इसके विपरीत, वन संरक्षण, नए चरागाह क्षेत्रों का विकास और हरी सुरक्षा पट्टियाँ मरुस्थलीकरण रोकने में मददगार हैं।
_____ सिरोही क्षेत्र के गरासियाँ जनजाति का प्रसिद्ध नृत्य है।
गैर नृत्य
वालर नृत्य
तेरहताली नृत्य
कच्छी घोड़ी नृत्य
2
स्त्री-पुरुषों द्वारा किये जाने वाला ‘वालर’ सिरोही क्षेत्र के गरासियों का प्रसिद्ध नृत्य है। इस धीमी गति के नृत्य में किसी वाद्य का प्रयोग नहीं होता है। यह नृत्य अर्द्ध वृत्त में किया जाता है। दो अर्द्ध वृत्तों में पुरुष बाहर व महिलाएं अन्दर रहती हैं। नृत्य का प्रारम्भ एक पुरुष हाथ में छाता या तलवार लेकर करता है।
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