
Galatfahmiyon Ki Islah
February 13, 2025 at 03:43 PM
"जिस चीज़ की टटोल तुम अपने लिए मुनासिब नहीं जानते, उसे दूसरों में (भी) न टटोलो."
— ह़ज़रते अबू सालेह़ हमदून (अ़लैहिर्रह़मा)
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