
Galatfahmiyon Ki Islah
February 14, 2025 at 12:28 AM
⚠️ रोज़ा रखने की निय्यतें ⚠️
जो रोज़ा रखें, वो अच्छी-अच्छी निय्यतें कर लें, ताकि सवाब ज़ियादा मिले, और सिर्फ़ पेट का रोज़ा न रखें, बल्कि ज़बान, आंख, कान, हाथ, पांव और दीगर आ'ज़ा का भी रोज़ा रखें या'नी इन्हें गुनाहों से बचाएं.
अगर पहले से आपके ऊपर कोई रोज़ा हो, तो उसकी क़ज़ा की निय्यत करें के नफ़्ल बा'द में है, फ़र्ज़ पहले.
बेहतर होगा के तमाम दिन क़ुरआन को तफ़सीर से पढ़ें या दूसरी दीनी कुतुब का मुत़ालआ़ करें.
सारा दिन नहीं, तो अगर 5 घंटे भी मुत़ालआ़ करेंगे, तो तक़रीबन 100 सफ़ह़ात पढ़ लेंगे.
चंद निय्यतें लिख देता हूं, बाक़ी और भी अच्छी-अच्छी निय्यतें कर सकते हैं:
1. रिज़ाए इलाही के लिए रोज़ा रखूंगा.
2. रोज़ा न रखने वालों को ह़क़ीर नहीं समझूंगा.
3. दिखावे के लिए रोज़ा नहीं रखूंगा.
4. शर्मगाह और पेट की शहवत तोड़ूंगा.
5. अपने आ'ज़ा को गुनाहों से बचाऊंगा.
6. बिला ज़रूरत फ़ोन नहीं चलाऊंगा.
7. सारा दिन मुत़ालआ़ करूंगा.
8. दूसरों पर अपना रोज़ा ज़ाहिर करने से बचूंगा.
इनके अ़लावा और भी अच्छी-अच्छी निय्यतें कर सकते हैं. अल्लाह इख़्लास के साथ तमाम आ'माल करने की तौफ़ीक़ बख़्शे.
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मुह़म्मद ज़ैद रज़ा क़ादिरी
14/02/2025
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