
University Of Thoughts
February 20, 2025 at 03:53 AM
🚨 *शिवाजी जयंती पर विशेष*
सवर्ण इतिहासकारों और नाटककारों ने शिवाजी महाराज के इतिहास को दफन कर दिया था.
महात्मा ज्योतिबा फुले ने 1869 में रायगढ़ किले में जाकर छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि को ढूंढने का महान कार्य किया था. वो फुले ही थे जिन्होंने शिवाजी महाराज को इतिहास में स्थान दिया.
भारत में हमेशा शिवाजी महाराज को योगदान को डाउन ग्रेड करने की कोशिश की गई है.
RSS और BJP अफ़ज़ल खान वध की कहानी बताकर शिवाजी महाराज को HINDU KING बताकर सांप्रदायिक राजनीति में इस्तेमाल करते हैं.
असल में शिवाजी महाराज सभी वर्गों के राजा थे. उनके सेना में 12 मुस्लिम सेना अधिकारी थे. 92 जातियों को जोड़कर उन्होंने किसान और कामगार जातियों को हुक्मरान बनाया.
शिवाजी महाराज मनुवाद, सामंतवाद से लड़ने का नाम है. उनके राज्याभिषेक का विरोध मुगलों ने नही किया पुणे के मनुवादियों ने किया.
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