The Narrative
The Narrative
February 19, 2025 at 03:43 PM
*प्रेरणा* - *सुभाषित* *वचनं सारभूतं यत्तत्सुभाषितमुच्यते।* अर्थात् जहाँ सत्य को सारभूत रूप में कहा जाए, वह सुभाषित है। अपने भारतवर्ष में पुराणों, शास्त्रों, इतिहास आदि अन्यान्य ग्रन्थों में अखिल विश्व के कल्याण के लिए सत्यतत्व का प्रतिपादन नानाविध रूपों में किया गया है। वे ही सुभाषित हैं। पृथ्वी के तीन प्रधान रत्नों में से सुभाषित एक हैं। इसी रत्नागार से *The Narrative* पर हम लाएं हैं, कुछ चयनित सुभाषित; जो हमें नीति-धर्म का मार्ग दिखाते हैं, और सत्य का संभाषण करते हैं! *अंक 01 - स्वस्फूर्त सेवा ही सन्तों की प्रवृत्ति है* *द नैरेटिव* के रेग्युलर अपडेट पाने के लिए अपना नाम एवं स्थान 7587396911 पर हमें व्हाट्सएप करें।
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