Mufti Touqueer Badar Alqasmi Alazhari
Mufti Touqueer Badar Alqasmi Alazhari
March 1, 2025 at 06:49 AM
https://whatsapp.com/channel/0029VanfrMPCcW4uesYGyc3N 👇 _*ज़कात के पैसे से इलाज ?*_ असलामु अलीकुम व रहमतुल्लाह व बरकातुह मुफ्ती साहिब प्रश्न यह है की मेरे एक दोस्त की माता जी, जो कि विधवा हैं, उनका हाल ही में ऑपरेशन हुआ है, जिसमें लगभग साठ हजार रुपये खर्च हुए। कुछ राशि एक मुस्लिम ट्रस्ट की ओर से मिल रही है, जिसमें जमा धनराशि ज़कात और सदक़े की होती है। क्या मेरे दोस्त के लिए इस ट्रस्ट से पैसा लेना सही होगा, जबकि वह हर महीने बीस-तीस हजार रुपये कमा लेते हैं? ======== वालेकुमुस सलाम व रहमतुल्लाही व बरकतुह आप के प्रश्न का उत्तर यह है की अगर ट्रस्ट में जमा ज़कात और सदक़े की राशि सिर्फ गरीब, ज़रूरतमंद और असहाय लोगों के लिए ही आरक्षित है, तो इस धन पर सिर्फ उन्हीं जरूरतमंदों का हक़ होगा। सो यदि आपके दोस्त हर महीने 20-30 हजार रुपये कमाते हैं और वे अपनी माता जी की देखभाल खुद आसानी से कर सकते हैं, या उनकी माता जी के पास इतना धन-संपत्ति (जैसे ज़ेवर, नकद राशि, या ज़मीन) है कि वह साढ़े सात तोला सोना या साढ़े बावन तोला चांदी खरीद सकती हैं, तो उन्हें "साहिब-ए-निसाब" (शरई अमीर) माना जाएगा। ऐसी स्थिति में, उनके लिए ट्रस्ट से ज़कात या सदक़े की रकम लेना जायज़ नहीं होगा। अब वह अपने बेटे के या अपने ही पैसे से ही अपना ईलाज कराएंगी। हाँ, यदि आपके दोस्त अपनी माता जी के इलाज का खर्च नहीं उठा रहे हैं और उनकी माता जी के पास खुद के पास भी इलाज के लिए पर्याप्त पैसा, ज़ेवर, या ज़मीन नहीं है, यानी वे "साहिब-ए-निसाब" नहीं हैं, तो उन्हें गरीब और ज़रूरतमंद माना जाएगा। ऐसी स्थिति में, वे ट्रस्ट से ज़कात या सदक़े की राशि ले सकती हैं। अगर ट्रस्ट में ज़कात और सदक़े के अलावा किसी अन्य मद (जैसे दान, जनसहयोग आदि) से भी धन आता है, तो कृपया इसे स्पष्ट करें। फतावा आलमगीरी में लिखा है: ويجوز دفعها إلى من يملك أقل من النصاب، وإن كان صحيحاً مكتسباً، كذا في الزاهدي.(کتاب الزکاۃ ج١ص ١٨٩) "ज़कात ऐसे व्यक्ति को दी जा सकती है जिसके पास निसाब से कम संपत्ति हो, भले ही वह स्वस्थ और कमाने वाला हो।" (किताब अल-ज़कात, भाग 1, पृष्ठ 189) واللہ اعلم بالصواب तौक़ीर बद्र अल-क़ासिमी अल-अज़हरी डायरेक्टर: अल-मरकज़ अल-इल्मी लिल-इफ्ता वल-तहकीक, सुपौल, बिरौल, दरभंगा, बिहार पूर्व व्याख्याता: अल-मअहद अल-आली लिल-तदरीब फिल-क़ज़ा वल-इफ्ता, फुलवारी शरीफ, पटना, बिहार, इंडिया 01/03/2025 📞 +91 8789554895 📩 [email protected]

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