Muwahid
February 15, 2025 at 01:29 AM
*हमारा यूनिवर्स खुदा के होने की गवाही दे रहा है।* (Fine Tuning Of The Universe) Part 1
जब भी हम अपनी यूनिवर्स की तरफ देखते हैं तो हमें बहुत ही अच्छा लगता है और इत्मिनान महसूस होता है हमे यूनिवर्स में एक व्यवस्था नज़र आती है। हम देखते हैं हमारे इस यूनिवर्स में हर चीज़ कुछ नियमों का पालन कर रही है, और जैसे जैसे हम साइंस में तरक्की करते जा रहे हैं, हम अपने यूनिवर्स के बारे में उतना ही जानते जा रहे हैं जैसे-जैसे हमने अपने यूनिवर्स को एक्सप्लोर किया तो हमने पाया कि हमारा यूनिवर्स बहुत ही स्पेशल और डिज़ाइन है। हमारे यूनिवर्स में ऐसी व्यवस्था है जिसकी पूरी कोशिश यही है कि इस यूनिवर्स में जिंदगी मुमकिन हो सके, हमारा यूनिवर्स कुछ नियमों का पालन कर रहा है, जिसे हम प्राकृति के नियम (laws of Nature) कहते है अगर हमारे यूनिवर्स को मौजूदा प्राकृतिक नियम नही मिले होते या इन प्राकृति के नियम में कुछ तबदीली होती तो हमारे यूनिवर्स में जिंदगी का पनपना मुमकिन नही था, जिंदगी यहाँ मौजूद नही होती, ऐसे ही हमारे यूनिवर्स में कुछ फिज़िकल कांस्टेंट काम कर रहे है, जब हम अपने स्कूल समय मे थे तो फ़िज़िक्स के फार्मूले में कुछ कांस्टेंट आते जिन्हें हम फिज़िकल कांस्टेंट कहते थे, अगर हमारे यूनिवर्स को इन फिज़िकल कांस्टेंट की एक खास वैल्यू नही मिली होती तो यहाँ ज़िंदगी का आगाज़ ही नही हो पाता अगर हम इन फिज़िकल कांस्टेंट की वैल्यू में थोड़ा सा भी चेंज कर दे, जरा सी इसकी वेल्यू ज्यादा कर दें या जरा सी भी इसकी वैल्यू कम कर दे तो यहाँ ज़िंदगी की शुरुआत नही हो पाती, ज़िंदगी हमारे यूनिवर्स में मुमकिन ही नही थी। हमारा यूनिवर्स इन कांस्टेंट की नुमेरिकल वैल्यू से ट्यून है जिस तरह हमें रेड़ियो में किसी खास स्टेशन को सुनने के लिए उस खास स्टेशन की आवृत्ति (Frequency) को ट्यून करना पड़ता है, उसी तरह यहाँ ज़िंदगी को पनपने के लिए हमारा यूनिवर्स इन कांस्टेंट की वैल्यू से बहुत ही नेरोरेंस पर जाकर ट्यून है, जिसे हम फ़ाईन ट्यूनिंग कहते हैं। अगर हमारे यूनिवर्स को फिज़िकल कांस्टेंट की एक खास वैल्यू न मिली होती तो ज़िंदगी यहाँ मौजूद नही होती।
अब सवाल ये उठता है कि हमारे इस यूनिवर्स की फ़ाईन ट्यूनिंग कहाँ से हो रही है जो ज़िंदगी को यहाँ मुमकिन बना रही है ?
हमारे यूनिवर्स को प्राकृति के नियम और फिज़िकल कांस्टेंट की एक खास वैल्यू खुद से मिली है ? या फिर किसी ने ये हमारे यूनिवर्स को दी है ? ताकी यहाँ ज़िंदगी मुमकिन हो सके।
तो दोस्तो आज के लेख में यूनिवर्स की फ़ाईन टयूनिंग के बारे में जानेगें और ये भी जानेगें हमारा यूनिवर्स ज़िंदगी के मुमकिन होने के लिए फ़ाईन ट्यून क्यों है?
ज़िंदगी के मुमकिन के होने के लिए हमारे यूनिवर्स की फ़ाईन टयूनिंग बहुत तरह से हुई है, लेकिन हम यहाँ सिर्फ यूनिवर्स की तीन फ़ाईन टयूनिंग के बारे में जानेंगे।
1- प्राकृति के नियमों की फ़ाईन टयूनिंग
( Fine Tuning of Natural Laws )
2- फिज़िकल कांस्टेंट की फ़ाईन टयूनिंग
(Fine Tuning of Constant of physics)
3- द्रव्यमान और ऊर्जा का प्रारंभिक वितरण
(Initial distribution of mass and energy )
तो आइये एक एक करके इन तीनों फ़ाईन टयूनिंग को जानते है।
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