
शवेता दर्पण न्यूज चैनल सब पर पैनी नजर
February 3, 2025 at 05:01 PM
मित्रों इस देश में लगभग 700-800 वर्ष तक मुसलमान होना एक प्रिविलेज, एक लाभदायक सौदा रहा है।
यह फ़ायदा धीरे धीरे अगले 25 वर्ष में बदलकर घाटे का सौदा होता जाएगा।
मुसलमान यह मानकर चलता रहा था कि गुंडागर्दी, दंगा फ़साद और क़ब्ज़ेबाज़ी इत्यादि उसका जन्मसिद्ध अधिकार है।
हिंदू भी 7/8 वर्ष पूर्व तक यह मानकर चलता था।
अब मुसलमानों का संक्रमण (गिरावट) का काल शुरू हुआ है।
इस्लाम के जिस भार से बिना मतलब के हिंदुत्व का स्प्रिंग दबा हुआ था मोदी जी ने आकर उसको एक-एक कर के हटा दिया है।
जो भी परिवर्तन आप देख रहे हैं वह सब मोदीजनित राजनीतिक परिवर्तन है।
राम मंदिर, काशी विश्वनाथ, धारा 370, राष्ट्रीय सुरक्षा, सिटीज़न रजिस्टर, तीन तलाक़ पर रोक, पाकिस्तान को तुरंत ईंट का जवाब पथर से देना, स्वतंत्र विदेश नीति, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, आसाम से लेकर पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में हिंदुवादी सरकारों की वापसी उस क्रांति के बड़े बिंदु हैं।
अजान के बदले हनुमान चालीसा, रामनवमी पर जुलूसों का संचालन, हनुमान जयंती पर मुस्लिम इलाक़ों में भी शोभा यात्रा निकालना। ट्रिपल तलाक़ की समाप्ति, विदेशी संस्थाओं का पंजीकरण रद्द करना, श्रीलंका से ले कर अफगानिस्तान तक की भारत पर निर्भरता उसी परिवर्तन के छोटे छोटे बिंदु हैं।
इस देश में इस्लाम का स्थायी अस्तित्व तभी तक रहेगा जब तक मुसलमान होना फ़ायदे का सौदा होगा।
जैसे जैसे मुसलमान होना घाटे का सौदा होता जाएगा इस्लाम का अस्तित्व हिलने लगेगा।
जिनको देखकर आपको लगता है की ये हिंदुत्व के दुश्मन हैं, वहीं अपना पूर्वजों का हिन्दू DNA याद करके वापस हिंदू होने को तत्पर होंगे।
हमारे ही हिन्दू समाज के स्वार्थी, डरपोक और कुछ मजबूर लोग उधर इस्लाम की तरफ़ गए थे।
फ़ायदा दिखा तो उधर ही टिक गए।
वस्तुतः ये सुविधावादी और डरपोक लोगों का जमावड़ा है। ये आपको हिम्मती लग सकते हैं, पर ये हैं नहीं।
हाँ, ये घात लगाकर हमला करने वाले लोग है। आमने सामने नहीं अपितु भीड़ ईकट्ठा करके लड़ने वाले लोग हैं।
हिंदुत्व किसी भी अनेकतावादी भटकाव से दूर रहा तो यही लोग आपकी तरफ़ वापस आएँगे। फ़िलहाल इनके भीतर की जेहादी आबादी, हिंदुस्तान और हिंदुओं की खुली दुश्मन है।
भय के बिना यह प्रीति योग्य नहीं बनेंगे। यदि यह ये धमकी देते हैं की हमारे 56 देश हैं।
तो यह याद रखिए की इनके सभी 56 देशों की कुल सेना और अस्त्र - शस्त्र अकेले भारत की सेना और अस्त्र-शस्त्र के बराबर के भी नहीं हैं। फिर तो इनके दुश्मन यहूदी और ईसाई भी हैं।
धैर्य रखिए, छोटी छोटी बातों से घबराए नहीं। जो अपने हैं उन्हें और अपना बनाइए।
जिस दिन इस देश में मुसलमान होना एक आशीर्वाद के बजाय मुकम्मल श्राप हो जाएगा, उसी दिन इन्हें अपना हिन्दू DNA याद आएगा।
इसलिए सभी एक रहिए।शक्तिशाली रहिये। वीर हैं और भी वीर और राष्ट्रवादी बने।
यह exact आज की तारीख़ में 21 करोड़ है। और हम हिन्दू, सिख. जैन मिलाकर 112 करोड़ है। चार करोड़ इंसाई भी अपनी हिंदू जड़ों को भूले नहीं हैं। वह भी हमारे साथ ही रहेंगे। इनकी जनसंख्या की बढ़त अब कम होती जा रही है।
हिंदुत्व मे विश्वास और मज़बूत करे। जाती-वाती को तिलांजलि दे दें। सनातन अमर है और अमर रहेगा।
हिंदुओं को जगाने का हम में से हर एक व्यक्ति बीड़ा उठाएं। इस पोस्ट को और इस प्रकार की सभी पोस्ट को अपने सभी मिलने वालों और ग्रुपों में अवश्य ही भेजा किया करें और हिंदू जागरण में अपना सहयोग प्रदान करें।
भारत माता की जय।
वंदे मातरम-जय हिंद।
जयश्रीराम।
धर्म की जय हो अधर्मी का नाश हो। प्राणियों में सद्भावना हो विश्व का कल्याण हो।
वसुधैव कुटुंबकम।