शवेता दर्पण न्यूज चैनल सब पर पैनी नजर
शवेता दर्पण न्यूज चैनल सब पर पैनी नजर
February 3, 2025 at 06:47 PM
*☘️🥀🍀आज का रात्रि:चिंतन:🍀🥀☘️* *☘️🥀🍀अपने शरीर को स्वस्थ रखना भी एक कर्तव्य है अन्यथा आप अपनी मन और सोच को अच्छा और साफ़ नहीं रख पाएंगे एक बार अगर हम गलत राह पर चलना छोड़ दे तो सही राह अपने आप मिल जाती है झूठ बिना सहारे के खड़ा नहीं रह सकता है इसलिए पराधीन हैं सच को किसी सहारे की आवश्यकता नहीं होती अकेला ही शक्तिमान हैं रिश्ता कोई भी हो झगड़ा होता ही है जो रिश्ता झगड़े के बाद भी नहीं टूटता है असल में अच्छा रिश्ता है ही वही बाकी सब झूठ सुंदर मन के बिना सुंदर चेहरा कांच की आंख जैसा है वह चमक तो सकती है लेकिन देख नहीं सकती कभी हार न मानने की आदत ही आपकी एक दिन जीत का कारण बनती हैं मशीन में जंग लग जाए तो पुर्जे शोर करते हैं और अक्ल में जंग लग जाए तो जुबान शोर करती हैं चुग़ली की धार इतनी तेज़ होती है कि खून के रिश्तों को भी काट कर रख देती है चाल अच्छी हो तो प्यादा भी राजा पर भारी पड़ता है किसी से प्रेम करो तो ऐसे करो कि वो आप को मिले या ना मिले लेकिन उनको आपका प्रेम हमेशा याद रहे जिन पेड़ो ने पतझड़ सहे हैं बसंत भी उन्ही पेड़ों पर लौटता है जिंदगी के सफऱ मे समय के साथ साथ लोगो की नज़रो मे भी बदलाव आया है पहले लोग मुड़ कर देखते थे अब देख कर मुड़ जाते है बहुत सारी उलझनों का जवाब यही है कि मैं अपनी जगह सही हूँ और वो अपनी वक़्त के साथ चलना कोई जरूरी नहीं सच के साथ चलिए एक दिन वक़्त आप के साथ चलेगा कौन कहता है कि बड़ी गाड़ियों में ही सफर अच्छा होता है सच्चे रिश्ते और अच्छे मित्र साथ हो तो जिंदगी पैदल भी मजे दार होती है जीवन में शांत रहना सीखें क्यों कि आपके गुस्से से किसी और की जीत तय है समय के साथ लोग भी बदल जाते है पहले लोग दिल से बाते करते थे लेकिन अब मुड और मतलब से बात करते है जितना हो सके ख़ा मोश रहना ही अच्छा है क्यों कि सब से ज्यादा गुनाह इंसान से जुबान ही कर वाती है बचपन में किताबों में पढा था कि जानवर को मनुष्य के रूप में विकसित होने में हजारों वर्ष लग गए जब कि आज कल अखबार की खबरें पढ कर लगता है कि मनुष्य को जानवर बनने में एक मिनट भी नहीं लगता परिस्थितियाँ चाहे जितनी भी विप रीत हों सदैव सकारात्मक रहें* *☘️🥀🍀जितना हो सके ख़ा मोश रहना ही अच्छा है क्यों कि सब से ज्यादा गुनाह इंसान से जुबान ही कर वाती है बचपन में किताबों में पढा था कि जानवर को मनुष्य के रूप में विकसित होने में हजारों वर्ष लग गए जब कि आज कल अखबार की खबरें पढ कर लगता है कि मनुष्य को जानवर बनने में एक मिनट भी नहीं लगता परिस्थितियाँ चाहे जितनी भी विप रीत हों सदैव सकारात्मक रहें अहं कार सत्य को स्वीकार नहीं करता है और सत्य को जानने वाला कभी अहंकार नहीं करता है अपने सत्य को सिद्ध करने के लिए किसी से भी जिद्द करने की जरूरत नहीं है क्योंकि सत्य खुद सही समय पर स्वयं सिद्ध हो जाता है क्रोध में बोला हुआ एक कठोर शब्द इतना जहरीला हो सकता है कि आपकी हजार प्यारी बातों को एक मिनट में नष्ट कर सकता है संसार में शान्ति से बढ़ कर कोई तप नहीं है सन्तोष के समान परम सुख और तृष्णा से बढ़ कर कोई रोग नहीं है इसी प्रकार दूसरेे के दुःखों से दुःखी होना और उनकी सहायता के लिए तत्पर रहना ही मनुष्य का वास्तविक धर्म है बदलता वक़्त और बदलते लोग किसी के भी नही हुआ करते सच्चा व्यक्ति ना तो नास्तिक होता हैं ना ही आस्तिक होता हैं सच्चा व्यक्ति हर समय वास्तविक होता है कभी भी अपने गुरु से मुंह मोड़ने में जल्द बाजी न करें गुरु से की गई आपकी प्रार्थना एक बीज के समान है आप नहीं जानते कि यह बीज किस दिन अंकुरित होकर फूल बन जाएगा बड़ों का दिया हुआ आशीर्वाद और अपनों की दी हुई शुभकामनाओं का कोई रंग नहीं होता लेकिन जब ये रंग लाते है तो जीवन में रंग भर जाते है रिश्ते और रास्ते केबीच एक अजीब रिश्ता होता है कभी रिश्तों से रास्ते मिल जाते है और कभी रास्तों में रिश्ते बन जाते हैं इसीलिए चलते रहिये और रिश्ते निभाते रहिये अजीब दस्तूर है ज़माने का आज कल लोग अच्छी यादें पैन ड्राइव में और बुरी यादें दिल में रखते हैं हर किसी के लिए खुली किताब ना बनो टाइम पास का दौर हैं पढ़ कर फेंक दिए जाओगे समझे बिना किसी को पसंद मत करना और बिना समझे किसी को खो मत देना क्यों कि मोह ह्र्दय में होता है शब्दों में नहीं और क्रोध शब्दो में होता है ह्र्दय में नही सभी इंसान हैं फर्क सिर्फ इतना है कि कुछ जख्म देते हैं कुछ जख्म भरते हैं जो दिल में है उसे कहने की हिम्मत रखिए और जो दूसरों के दिल में है उसे समझने का हुनर रखिए रिश्ते कभी नहीँ टूटेंगे चलते देखा है लोगो को अक्सर अपनी चाल से तेज़ पर वक्त और तक़ दीर से आगे कभी कोई निकल नहीं पाया आप को कुछ अर्पण कर सकूँ कहाँ इतनी मुझ में शक्ति है आप का नाम पुकारूँ प्यार से त्रिपुरमालिनी माॅं बस इतनी सी मेरी भक्ति है जीवन में पछतावा करना छोड़ो साहब कुछ ऐसा करो कि तुम्हे छोड़ देने वाले पछताए कड़वा है मगर सच ही है जब जीवन में समझ बढ़ती है तो इंसान मौन रहना पसंद करता है पर जब जीवन में अभिमान बढ़ता है तो अधिक बोलना पसंद करता है भरे बाज़ार में घूम आता हूँ बस खा ली हाथ पहले पैसे नहीं थे अब ख्वाहिशें नहीं है* *☘️🥀🍀सब कुछ नक़ल किया जा सकता है लेकिन चरित्र और व्यवहार नक़ल नहीं किया जा सकता जीवन जीने के लिए सबक तथा साथ दोनों आवश्यक होता है बुराई करना रोमिंग की तरह है करो तो भी चार्ज लगता है और सुनो तो भी चार्ज लगता है और नेकी करना जीवन बीमा की तरह है जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी तो धर्म की प्रीमियम भरते रहिये और अच्छे कर्म का बोनस पाते रहिये लोग कहते हैं अच्छे दिल वाले लोग हमेशा खुश रहते हैं पर मेरे ख्याल में एक अच्छा दिल हमेशा ही चोट खाता क्यों कि वो दूसरों से बस अच्छे बर्ताव की उम्मीद रखता है कुछ ख्वाहिशों का अधूरा रहना ही ठीक है जिन्दगी जीने की चाहत तो बनी रहती है ज़िंदगी ऐसी पाठशाला है जहाँ क्लास बदलती रहती है परन्तु विषय नही बदलते किसी की नजर में आप अच्छे हैं और किसी की नजर में आप बुरे हैं हकी कत ये है कि जिसकी जैसी जरूरत है उनके लिए आप वैसे हो देखो यूं मुस्कुराते हुए दर्द देना ठीक नहीं जुल्म करने की कुछ तो उसूल रखो तेरी यादों में खोए रहने में भी अलग ही मजा है कम बख़्त दिल इसी बहाने मुस्कु राता जो रहता है पता नहीं कैसे परखता है मेरा भगवान मुझे इम्तिहां भी मुश्किल ही लेता है , और फेल भी होने नहीं देता हे पार्थ रथ को मार्च की ओर ले चलो फरवरी से हमारा कोई कोई ता ल्लुक नहीं है सिर्फ दिखावे के लिए अच्छा बनना बुरा होने से भी बुरा है बड़े ही अजीब आजकल दुनिया के झमेले है दिखती तो भीड़ है पर चलते सब अकेले है कड़वा सच सिर्फ़ एक गलती की देर है जनाब लोग भूल जाएंगे की आप पहले कितने अच्छे थे अंदाजा तो लगा ओ कभी अपने सुखों का और दूसरों के दुखों का मुँह से यही निक लेगा कि हे मालिक तेरा लाख लाख शुक्र है दिखावे से लबालब इस ज़िन्दगी में हो सके तो मुस्कुराहट बांटिये रिश्तों में कुछ सरसराहट भी बांटिये नीरस सी हो चली है ज़िन्द गी बहुत थोड़ी सी इसमें शरारत भी बांटिये जहाँ भी देखो ग़म पसरा है आंसुओं हैं थोड़ी सी रिश्तों में हरा रत भी बांटिये नही पूछता कोई भी ग़म एक दूसरे का लोगों में थोड़ी सी ज़ियारत तो बांटिये सब भाग रहे हैं यूँ ही एक दूसरे के पीछे अब तो सुकून की कोई इबादत ही बांटिये जीने का अंदाज़ न जाने कहाँ खो गया नफ़रत को छोड़ प्यार मोह ब्बत भी बांटिये ज़िन्दगी न बीत जाये यूँ ही दुख दर्द में बेचैनियों को भी कुछ तो राहत भी बांटिये बस इतना ही याद रखियेगा कि जी भर के जी लीजिये क्योंकि ये ज़िंदगी मिलेगी न दोबारा..!!* *☘️🥀🍀कुछ ख्वाहिशों का अधूरा रहना ही ठीक है जिन्दगी जीने की चाहत तो बनी रहती है ज़िंदगी ऐसी पाठशाला है जहाँ क्लास बदलती रहती है परन्तु विषय नही बदलते किसी की नजर में आप अच्छे हैं और किसी की नजर में आप बुरे हैं हकीकत ये है कि जिसकी जैसी जरूरत है उनके लिए आप वैसे हो देखो यूं मुस्कुराते हुए दर्द देना ठीक नहीं जुल्म करने की कुछ तो उसूल रखो तेरी यादों में खोए रहने में भी अलग ही मजा है कम बख़्त दिल इसी बहाने मुस्कु राता जो रहता है पता नहीं कैसे परखता है मेरा भगवान मुझे इम्तिहां भी मुश्किल ही लेता है और फेल भी होने नहीं देता हे पार्थ रथ को मार्च की ओर ले चलो फरवरी से हमारा कोई कोई ताल्लु क नहीं है सिर्फ दिखावे के लिए अच्छा बनना बुरा होने से भी बुरा है बड़े ही अजीब आजकल दुनिया के झमेले है दिखती तो भीड़ है पर चल ते सब अकेले है कड़वा सच सिर्फ़ एक गलती की देर है जनाब लोग भूल जाएंगे की आप पहले कितने अच्छे थे अंदाजा तो लगाओ कभी अपने सुखों का और दूसरों के दुखों का मुँह से यही निकलेगा कि हे मालिक तेरा लाख लाख शुक्र है दिखावे से लबा लब इस ज़िन्दगी में हो सके तो मुस्कुरा हट बांटिये रिश्तों में कुछ सर सराहट भी बांटिये नीरस सी हो चली है ज़िन्दगी बहुत थोड़ी सी इसमें शरारत भी बांटिये जहाँ भी देखो ग़म पसरा है आंसुओं हैं थोड़ी सी रिश्तों में हरारत भी बांटिये नही पूछता कोई भी ग़म एक दूसरे का लोगों में थोड़ी सी ज़ियारत तो बांटिये सब भाग रहे हैं यूँ ही एक दूसरे के पीछे अब तो सुकून की कोई इबादत ही बांटिये जीने का अंदाज़ न जाने कहाँ खो गया नफ़रत को छोड़ प्यार मोहब्बत भी बांटिये ज़िन्दगी न बीत जाये यूँ ही दुख दर्द में बेचैनियों को भी कुछ तो राहत भी बांटिये बस इतना ही याद रखियेगा कि जी भरके जी लीजिये क्योंकि ये ज़िंदगी मिलेगी न दो बारा* *☘️🥀🍀विद्या, बुद्धि और कला की देवी माँ सरस्वती के पावन पर्व की कृपा से आपका जीवन ज्ञान, सुख, समृद्धि और सफलता से परिपूर्ण हो वाणी, विद्या और ज्ञान की देवी माँ सरस्वती की कृपा आप पर बनी रहे आपका जीवन सदैव ज्ञान, प्रकाश और सफलता से आलोकित हो ज्ञान और विद्या की देवी माँ सरस्वती की पूजा के पावन पावन पर्व बसंत पंचमी की आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं👏* *‼️☘️🥀🍀शिव: वन्दना:👏🍀🥀☘️‼️* *☘️🥀🍀🔱ॐ नमःशिवाय्: 👏🍀🥀☘️* *🔱🚩☘️🥀🍀कर्पूरगौरं:करुणावतारं: संसार सारम्:भुजगेन्द्रहारम्,सदावसंतं हृदयारविंदे:भवं भवानीसहितं नमामि:👏🍀🥀☘️* *🔱🚩☘️🥀🍀ॐ:त्र्यम्‍बकंयजामहे सुगन्धिं:पुष्टिवर्धनम्:उर्वारुकमिव:बन्‍धनान्:मृत्‍योर्मुक्षीय मामृतात्👏🍀🥀☘️* *☘️🥀🍀आपकी आज देवो के देव: महादेव: आपकी समस्त कामनाओं की पूर्ति करें आपका सदा कल्याण करें👏🍀🌷☘️* *🔱🚩☘️🥀🍀ॐ:जयश्री महाकालबाबा:👏* *‼️🌹🌺जयश्रीकृष्ण:राधेराधे:👏🌺🌹‼️* *☘️🥀🍀शुभरात्रि:मंगलमय:हो👏🍀🥀☘️*

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