
_quotedsoul
February 25, 2025 at 11:51 AM
मंज़िल की तलाश में,
रास्ते बनाते-बनाते इतनी दूर निकल गए..
कि
चले थे डगमगाते हुए बचपन में जिनके साथ,
अंतिम यात्रा में उनके पैर की धूल भी ना छू पाए...
❤️
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