
Ask Mufti Ashraf
February 13, 2025 at 01:26 PM
15वीं शाबान की रात मस्जिद में जमा हो कर इबादत करना शरीअत से साबित नहीं है तो जो कुछ इबादत करना हो , अपने घरों में ही करें, कुछ नहीं तो इशा और फज्र जमात से पढ़ ले तो रात भर की इबादत का सवाब हासिल हो सकता है।
और टोलियां बना कर क़ब्रिस्तान जाने का रिवाज ख़त्म होना चाहिए।
अहम बात यह है कि अपने दिल को कीना, बुग्ज़ , नफरत से पाक साफ रखें।
#copy