
❤️शायरों की महफ़िल❤️ (shayaro ki Mahfil)
February 13, 2025 at 10:57 AM
खूशनसीब तो वो है,...
जिनके साथ तूम हो,...!!
हम तो बस तुम्हारी ..
एक झलक के...
तलबगार बन बैठे है..!!