𝗗𝗔𝗜𝗟𝗬 𝗜𝗦𝗟𝗔𝗠𝗜🕊
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February 26, 2025 at 05:48 PM
*तरावीह के मसाइल* ➖▫️➖▫️➖▫️➖▫️➖▫️➖▫️ *⭕ आज का सवाल ⭕* रमजान क़रीब है, लिहाज़ा तरावीह के अहम् मसाइल क्या है? *🔵 जवाब 🔵 ➖⤵️* حامدا و مصلیا و مسلما तरावीह के अहम् मसाई हसबे ज़ैल है। ♻ (१) *तरावीह का हुक्म* तरावीह की नमाज़ मर्द और औरत दोनों के लिए सुन्नते मुअक्कदा हे, बिना उज़्र और मज़बूरी के छोड़ने वाला सख़्त तरीन गुनेहगार होगा। 📚(फ़तवा दारुल उलूम४/२८१)  ♻ (२) *तरावीह की निय्यत* १। हर दो रकत की अलग अलग निय्यत करे, जैसे में दो रकत नमाज़ तरावीह, सुन्नते मुअक्कदा पढ़ता हूं, इस इमाम के पीछे, अल्लाह के वास्ते, मेरा मुह क़िब्ले की तरफ। २। बीस रकात की निय्यत एक साथ, जैसे में बिस(२०) रकात तरावीह की सुन्नते मुअक्कदा पढता हूं, दस (१०) सलामो के साथ, मेरे इमाम के पिछे, अल्लाह के वास्ते, मेरा मुह क़िब्ले की तरफ। 📚(फतवा रहीमिय६/२३८)  👉(3) *ईशा पढ़े बगैर तरावीह* जिस की ईशा की नमाज छूट गई हो और तरावीह शुरू हो जाए तो वो तरावीह में शरीक ना हो पहले ईशा पढ़े अगर ईशा की नमाज पढ़े बिना तरावीह पढ़ेगा तो तरावीह की नमाज सही ना होगी। तरावीह का वक़्त ईशा बाद है वो ईशा के तबिया है। 📕फतवा आलमगिरी 1/128 ♻ (४) *छुटी हुई रकत अदा करने का तरीक़ा* अगर किसी शख्स की तरावीह की कुछ रकआत छूट गयी हो, तो अगर दरमियान में मोका मिले तो पढ़ ले, वरना इमाम के साथ शरीक हो जाए, और वित्र भी इमाम के साथ पढ़ ले, फिर छुटी हुवी रकतो को पूरा करे। 📚(फतावा दारुल उलूम४/२६०) و الله اعلم بالصواب ✍🏻 मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन. 🕌 उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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