
मोहब्बत शायरी
February 4, 2025 at 12:36 PM
ढल गया दिसंबर भी
और
चली गई जनवरी भी,
चौखट नाग्घ़ के खड़ी है,
देखो "इश्क वालो" की फरवरी!!
❤️❤️❤️