मोहब्बत शायरी
मोहब्बत शायरी
February 8, 2025 at 03:50 PM
सुरूर तेरी आँखों का जो दिल से नहीं जाता, मैं हूँ तेरा होकर भी तुझसे कह नहीं पाता.. इज़हार-ए-मोहब्बत की चाह में मशगूल बैठे हैं, तुझे पाने की ख्वाहिश में सब कुछ भूल बैठे हैं...❤️

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