Vibrant Veda
February 4, 2025 at 08:03 AM
*धतूरा एक उपविष जो जीवन दायिनी शक्ति रखता है धूमपान चिकित्सा का मूल.....*
धतूरा को अन्य भाषाओं में मदन, उन्मत्त, शिवप्रिय, महामोही, कृष्ण धतूरा, खरदूषण, शिवशेखर, सविष, कनक, धुतूरा, सादा धुतूरा, धोत्रा, काला धतूरी, जन्जेलमापिल, ततूर, दतुरम, (stramonium) आदि नामो से जाना जाता है। ये एक क्षुप जाति की वनस्पति है। इसके पत्ते बड़े डंठल युक्त, नोकदार, अण्डाकृत होते है। इसके फूल घंटे के आकार के होते है, फूल का रंग बीच में सफ़ेद होता है। इनमे पांच पंखुडिया होती है।इसके फल गोल, कांटेदार और भीतर बहुत बीजो वाला होता है। इसके वनस्पति के सूखे पत्ते और बीज औषधि प्रयोग के काम आते है। इसके बीज कालेपन लिए भूरे रंग के, चपटे, खुरदरे और कड़वे होते है। इनमे कोई सुगंध नहीं होती, मगर कूटने पर एक प्रकार की उग्र गंध आती है।
पहले दमा इंहेलर का आविष्कार भी महर्षि सुश्रुत जी ने ही किया यज्ञ में आहुतियां डालते वक्त उठने वाली कपूर लौंग धूर्तर के धूमपान से जब पास बैठे दमा रोगी को राहत मिली तो उन्होंने सूक्ष्म धूणी यानि चिलम बनवाई जिससे रोगी को सीधे धूमपान करवाया जा सके
उन्मत्त (धतूरा)नामक औषधी के गुणों से परिचित महर्षि सुश्रुत जी जानते थे की श्वास रोगों को नियंत्रण और पूर्ण उपचार की शक्ति है परंतु एकाएक आए दमा अटैक को कैसे शांत किया जाए क्योंकि औषधपान के बाद रोगशांति में समय लगता था !
अस्थमा के रोगियों के लिए धतूरे का प्रयोग रामबाण हैं इसके लिए बराबर मात्रा में धतूरे की पत्तियों व फल को सुखाकर कूट ले फिर फिर उस मिश्रण को मिटटी की हण्डिया मेंभरकर कपड़े से हण्डिया के मुंह को बंदकर उपर से मिटटी लगाये उपले कोयले या लकड़ी के अंगारे पर इस पात्र को रखे जब पतियाँ और फल जलकर भस्म बन जाये तो उसेउतार कर रख ले फिर इसकी
*Vibrant Veda ❤️* ✨
FOLLOW जरूर से करे सबसे पहले आयुष से जुड़ी जानकारी पाने के लिए |
🔗WhatsApp channel link : https://whatsapp.com/channel/0029VahT5by2UPBB6Jq9Rn0a
🔗 Telegram Channel link :- https://t.me/vibrant_veda
🔗 Follow on Instagram : https://www.instagram.com/vibrant_veda?igsh=MTF0dDN1OThkZXdjdg==
Share with your batchmates 🤝