
अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
February 24, 2025 at 06:03 PM
*li.शुभरात्रि–संदेश.il*
🎊🎊🎊🎊🎊
*''अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा*
*फाउंडेशन"* (पंजीकृत) द्वारा *संचालित*
li.अखण्ड–सनातन–समिति🚩🇮🇳.il
जीवन में यदि हम अपने सुख संसाधनों के मूल स्त्रोत के प्रति असंवेदनशील या भावनाशून्य हैं *...*…
तो हम उस अमरबेल की तरह हैं जो जिस वृक्ष से पोषण पाकर अपना विस्तार करती एक दिन उसी को ही सुखा देती *...*…
और यह भूल जाती कि उस पोषणकर्ता के नष्ट होने पर उसका भी समाप्त होना सुनिश्चित है *...*…
परमात्मा की व्यवस्था ने हमें जड़ चेतन के द्वारा एक बेहतर और नीतिगत जीवन जीने के लिए ऐसे सहस्त्रों उदाहरण प्रस्तुत किए हैं *...*…
लेकिन हम स्थापित नियमों को छिन्न भिन्न करके अहंकार के मद में इतने चूर रहते हैं कि अपने आने वाले पतन की कहानी के स्वयं रचनाकार बन जाते हैं *...*…
फिर दोष संसार को या परमेश्वर को देते हैं हम जब सिद्धांतों, परंपराओं या स्थापित मापदंडों की उपेक्षा करेंगे तो उसका दंश हमें ही झेलना होगा *...*…
आज अपने प्रभु से जीवन को सदा गोत्र ऋषियों और पूर्वजों द्वारा स्थापित किए मानकों के आधार पर ही जीने की अलौकिक प्रार्थना के साथ *...*…
🌹li.शुभरात्रि.il 🌹
*li.शुभ-कल्याण.il*
🕉️ 🌞🔥🔱🐚🔔🌷