अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳 WhatsApp Channel

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*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳 का उद्देश्य :* सम्पूर्ण भारत वर्ष में निवास करने वाले सनातनियों (हिंदूओं) को एकता के सूत्र में बाँधकर उनमें आपसी सहयोग और स्नेह पूर्ण संबंधों को बल प्रदान करना एवं देश के समस्त सनातनी (हिंदू) भाईयों का एक दूसरे से परिचय कराना है।✊🏻🚩 साथ ही अपने आत्मीय स्वजनों को धार्मिक, सामाजिक और राजनैतिक रूप से जागरूक करते हुए उन्हें अपने धर्म व राष्ट्र विरोधियों के षड्यंत्र से परिचित कराते हुए अपने भारत वर्ष के स्वर्णिम इतिहास एवं संस्कृति के महत्व को पुनः स्थापित करना है___✍🏻 *जय श्रीराम🙏🏻🙏🏻* 🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷

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अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
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6/15/2025, 10:58:09 AM

*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *क्रमांक~ १३* https://photos.app.goo.gl/qhBZpMvGbW8wYNNY7 🇮🇳🇮🇳 *_ऑपरेशन स्नो लेपर्ड : 15 जून 2020_* *_गलवान मुठभेड़ में शहीद भारतीय सेना के जवानों को श्रद्धांजलि और शत् शत् नमन।_* *[युनिट - 16 बिहार]* *पांच साल पहले 15 जून के दिन चीन को हमारी 16 बिहार रेजीमेंट ने कर्नल संतोष बाबू के नेतृत्व गलवान में सिखाया था सबक...* *गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई भीषण सैन्य झड़प को आज पांच साल पूरे हो गए हैं। पूरे देश में इस हिंसा के दौरान शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जा रही है।* *चीन मामलों के जानकार और ऑस्ट्रेलियन स्ट्रैटजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट के रिसर्चर नाथन रुसर ने दावा किया है कि जियोलोकेटर की मदद से पता चलता है कि झड़प वाली जगह भारतीय सीमा के अंदर लगभग 50 मीटर अंदर थी। एक चट्टान पर पहुंचने और नदी पार करने से पहले भारतीय सेनाओं के फुटेज में घाटी के दक्षिण की ओर चलते देख सकते हैं।* *भारतीय सेना ने गलवान में चीनी सैनिकों को करारा जवाब दिया था। यही कारण है कि चीनी सेना को यहां भारी नुकसान उठाना पड़ा था।* *भारतीय सेना के कई उच्च अधिकारियों ने भी यह स्वीकार किया है कि इस झड़प में चीन के कम से कम 60 जवान हताहत हुए थे। रूस की सरकारी न्यूज़ एजेंसी तास ने तो कुछ दिन पहले ही लिखा था कि गलवान में चीन के 45 सैनिकों की मौत हुई थी। हालांकि, तब से लेकर कल तक चीन इस हमले में अपने सैनिकों के मारे जाने की बात को स्वीकार करने से डर रहा था।* *`कर्नल संतोष बाबू को अनुकरणीय नेतृत्व के लिए महावीर चक्र दिया गया था -----`* *जून 2020 के दौरान, कर्नल संतोष बाबू ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के हिस्से के रूप में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के करीब पूर्वी लद्दाख में तैनात 16 बिहार बटालियन की कमान संभाल रहे थे। जून की शुरुआत से ही लेह से दौलत बेग ओल्डी जाने वाली सड़क के करीब गलवान घाटी में निर्माण कार्य के कारण LAC पर तनाव बढ़ रहा था। चीनियों को गलवान नदी पर अक्साई चिन क्षेत्र में एक पुल के निर्माण पर गंभीर आपत्ति थी। यह क्षेत्र भारत के साथ-साथ चीन के लिए भी सामरिक महत्व रखता था क्योंकि यह लेह से दौलत बेग ओल्डी तक की सड़क पर हावी था, जो भारत के लिए बहुत सैन्य महत्व की हवाई पट्टी है।* *तनाव को कम करने के लिए दोनों पक्षों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी थी। 15 जून 2020 की रात को, गलवान घाटी में पुल के पार चीनी गतिविधियां देखी गईं* *स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कर्नल संतोष बाबू ने खुद बातचीत का नेतृत्व करने का फैसला किया। हालांकि, चर्चा के दौरान हुई कहासुनी ने माहौल को और खराब कर दिया और हाथापाई शुरू हो गई। जल्द ही यह हाथापाई हिंसक झड़प में बदल गई और चीनी सैनिकों ने कर्नल संतोष बाबू और उनके साथियों पर जानलेवा डंडों और छड़ों से हमला कर दिया।* *भारतीय सैनिकों की संख्या बहुत कम थी और चीनी सैनिक हमले के लिए तैयार दिख रहे थे। झड़प बढ़ने पर 16 बिहार के कंपनी कमांडर भी अन्य सैनिकों के साथ चीनी सैनिकों से भिड़ गए। कई घंटों तक झड़पें चलीं, जिसमें कई भारतीय सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए। दुश्मन सैनिकों की भारी ताकत की हिंसक और आक्रामक कार्रवाई से घबराए बिना कर्नल संतोष बाबू ने भारतीय सैनिकों को पीछे धकेलने के दुश्मन के प्रयास का विरोध करना जारी रखा।* *गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद, उन्होंने एक सच्चे सैन्य नेता की तरह आगे बढ़कर दुश्मन के क्रूर हमले को रोका। उन्होंने अपनी आखिरी सांस तक दुश्मन के हमले का विरोध किया और सैनिकों को जमीन पर डटे रहने के लिए प्रेरित किया।* *कर्नल संतोष बाबू और 19 अन्य सैनिक बाद में अपनी चोटों के कारण शहीद हो गए। अन्य बहादुर जवानों में नायब सूबेदार नंदूराम सोरेन, नायब सूबेदार सतनाम सिंह, नायब सूबेदार मनदीप सिंह, हवलदार बिपुल रॉय, हवलदार सुनील कुमार, हवलदार के पलानी, नायक दीपक सिंह, सिपाही गणेश हांसदा, सिपाही चंदन कुमार, सिपाही सीके प्रधान, सिपाही अमन कुमार, सिपाही कुंदन कुमार, सिपाही राजेश ओरंग, सिपाही गणेश राम, सिपाही केके ओझा, सिपाही जय किशोर सिंह, सिपाही गुरतेज सिंह, सिपाही अंकुश और सिपाही गुरविंदर सिंह शामिल हैं।* *कर्नल संतोष बाबू एक वीर सैनिक और एक उत्कृष्ट अधिकारी थे, जिन्होंने भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं का पालन करते हुए आगे बढ़कर नेतृत्व किया और अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी। कर्नल संतोष बाबू को उनके असाधारण साहस, नेतृत्व और सर्वोच्च बलिदान के लिए 26 जनवरी 2021 को देश का दूसरा सर्वोच्च वीरता पुरस्कार, "महावीर चक्र" दिया गया।* 🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷

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अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
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6/15/2025, 10:21:06 AM

*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *क्रमांक~ १२* *जब कभी मन में विचार आए कि उत्तर प्रदेश से योगी जी को हटाया जाये~* तब… बस ये वीडियो देख लेना झारखंड के रांची का है कांग्रेस समर्थक प्रदेश सरकार। *जहां आतंकी जेहादी मुसलमानों ने आपके वोटों को सत्ता का लालच देकर खरीदा* और फिर जिनके विश्वास पर आपने वहां से हिंदुत्ववादी भाजपा को हटाया। *आज वही आतंकी मुसलमानों का समर्थक ये इटेलियन कांग्रेस मौन है* जब आतंकी मुसलमान वहां खुले-आम ड्यूटी बजा रहे पुलिस को जान से मार रहे हैं *और देश के गद्दार* भाजपा विरोधी कॉंग्रेस *के नेता सरकार में बैठकर भी सिर्फ अपनी मलाई और सत्ता बचाने के चक्कर में पुलिस व हिंदुओं को भयानक मौत के मुंह में भी धकेलने को तैयार रहती है।* उचित लगे तो इस बात को आगे अपनी वॉल पर लोगों को दिखाएं और हर हिंदू भाई तक यह दर्दनाक भयावह जीवित घटना से जाग्रति लाने के लिए शेयर करते रहें। *पुलिस खुद को बचाएगी* या बेबस, लाचार मार खा रहे *निंद्रस्त*, *नपुंसक हिंदू परिवार को...??* *सोचना चाहिए हिंदू समाज को*। https://youtu.be/Q_FFaMZ5NzQ?si=SSHPNQ0J2CSXVVLs 🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷

अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
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6/15/2025, 6:31:05 PM

*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *क्रमांक~ ०१* *🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞* *⛅दिनांक - 16 जून 2025* *⛅दिन - सोमवार* *⛅विक्रम संवत् - 2082* *⛅अयन - उत्तरायण* *⛅ऋतु - ग्रीष्म* *⛅मास - आषाढ़* *⛅पक्ष - कृष्ण* *⛅तिथि - पञ्चमी दोपहर 03:21 तक तत्पश्चात् षष्ठी* *⛅नक्षत्र - धनिष्ठा रात्रि 01:13 जून 17 तक तत्पश्चात् शतभिषा* *⛅योग -  वैधृति सुबह 11:07 तक तत्पश्चात् विष्कम्भ* *⛅राहुकाल - सुबह 07:36 से सुबह 09:17 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)* *⛅सूर्योदय - 05:54* *⛅सूर्यास्त - 07:27 (सूर्योदय एवं सूर्यास्त अहमदाबाद मानक समयानुसार)* *⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में* *⛅ब्रह्ममुहूर्त - प्रातः 04:30 से प्रातः 05:12 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)* *⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:13 से दोपहर 01:08* *⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:20 जून 17 से रात्रि 01:01 जून 17 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)* *⛅विशेष - पंचमी को बेल फल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34)* https://photos.app.goo.gl/fEX7bsZsiP6qE1m29 यह पंचांग केवल आप सभी की जानकारी के लिए दिया गया है। यहां पर सूर्योदय और सूर्यास्त का जो समय दिया गया है वह *अहमदाबाद शहर* मानक समयानुसार का है। *किसी भी तरह के संशय से बचने के लिए और अपने शहर के सही समय के लिए आप अपने शहर के ज्योतिषी से अवश्य संपर्क करें।* *आपका दिन शुभ एवं मंगलमय हो🤗* 🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷

अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
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6/15/2025, 11:52:43 AM

*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *क्रमांक~ १४* ✊🏻👊🏼 Video…🎥 कितने गलत तरीके से ये पत्रकार उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ऐसे सवाल जवाब कर रहा है। वीडियो में जो बोला *कहा जा रहा है अत्यन्त ही विचारणीय है* और अफसोस जनक है कि साम्प्रदायिक दुर्भावना समूचे विश्व में जिस मजहब के लोग फैला रहे है वो साम्प्रदायिक नहीं है *इस्लाम ही नहीं ईसाई धर्मावलंबी ये दोनों ही घोर साम्प्रदायिक है*। https://youtu.be/j_vkRqzI5pI?si=FhUF9WsMfdbzW1n9 🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷

अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
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6/15/2025, 9:22:05 AM

*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *क्रमांक~ १०* *_इजराइल छोड़िए, ईरान ने अमेरिका का तोड़ दिया घमंड, मार गिराया सबसे कीमती 3 F-35 फाइटर जेट..._* https://www.google.com/amp/s/www.tv9hindi.com/world/iran-broke-america-pride-amid-israel-war-shot-down-most-valuable-f-35-jet-3341330.html/amp *ईरान के दावे से अमेरिका तक हड़कंप, सच में मार गिराया F-35 फाइटर जेट* *यमन के हूती विद्रोहियों ने अमेरिकी एयरफोर्स को भी डरा दिया है।* *हाल ही में चलाए गए अमेरिकी हवाई अभियान के दौरान हूती विद्रोही F-35 और F-16 जैसे आधुनिक विमानों को मार गिराये थे।* *ईरान ने इजरायल का तीन* F-35 फाइटर जेट मार गिराया है *अमेरिका इसी विमान की डील भारत से करना चाहता है.* *F-35 लड़ाकू विमान को अमेरिका का पांचवें जेनरेशन का लड़ाकू विमान माना जाात है. यह स्टील्थ फाइटर जेट है.* *अमेरिका इसे सबसे मजबूत विमान बताकर बेचता है.* *अमेरिका के इस फाइटर जेट की कीमत 90 मिलियन डॉलर (करीब 7 अरब रुपए) है.* *F-35 अमेरिका का सबसे उन्नत लड़ाकू विमान है. इसे सबसे कीमती भी माना जाता है.* *ईरान ने एक बड़ा दावा किया कि उसने इजरायल के तीन अत्याधुनिक F-35 लड़ाकू विमानों को मार गिराया है. इन विमानों को ईरान की हवाई रक्षा प्रणाली ने शुक्रवार को नष्ट किया, जब वे ईरानी हवाई क्षेत्र में घुस आए थे.* *■ F35 फाइटर जेट जैसे ही ईरान के एयरस्पेस में आया, उसे ईरान ने मार गिराया, जिसके बाद पायलट पैराशूट के जरिए नीचे उतर गया. पायलट के नीचे उतरते ही ईरान के अधिकारियों ने पकड़ लिया.* *■ ईरान को मारने के लिए आईएएफ के जवान RAAM (F-15I), SOUFA (F-16I) और ADIR (F-35I) का इस्तेमाल कर रहे हैं. इन सभी फाइटर जेट को इजराइल ने अमेरिका से खरीदा है.* *■ F-35 लड़ाकू विमान को अमेरिका का पांचवें जेनरेशन का लड़ाकू विमान माना जाात है. यह स्टील्थ फाइटर जेट है. अमेरिका इसे सबसे मजबूत विमान बताकर बेचता है. अमेरिका के इस फाइटर जेट की कीमत 90 मिलियन डॉलर (करीब 7 अरब रुपए) है. इसे सबसे कीमती विमान माना जाता है.* *■ यह एक सिंगल सीटर विमान है, जिसमें एक पायलट होते हैं. सटीक निशाना साधने की वजह से इस फाइटर जेट को पैंथर नाम भी दिया गया है.* *■ इजराइल ईरान से लड़ने के लिए कम से कम 200 फाइटर जेट को एक साथ इस्तेमाल कर रहा है. इजराइल ने शुक्रवार को ईरान के बड़े अफसरों को मारने के लिए ऑपरेशन रायजिंग लॉयन चलाया.* *■ इस ऑपरेशन में ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और 4 सैन्य अफसर मारे गए हैं. इसके अलावा 60 से ज्यादा ईरानी नागरिकों की मौत हुई है.* *■ F-35 लाइटनिंग II एक अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा बनाया गया दुनिया का सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान है. इजरायल इसे F-35I "अदिर" (महाशक्तिशाली) कहता है. यह विमान अपनी स्टेल्थ तकनीक, रडार से बचने की क्षमता और अत्याधुनिक हथियारों के लिए जाना जाता है.* *ईरान ने आखिरी बार 1999 में सर्बिया द्वारा एक अमेरिकी F-117 स्टेल्थ विमान को मार गिराने के बाद से किसी अमेरिकी निर्मित विमान को नष्ट करने का दावा नहीं किया था. अगर F-35 को मार गिराने का दावा सच है, तो यह 26 साल बाद ऐसा पहला मामला होगा. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि ईरान की रूसी S-300 रक्षा प्रणाली F-35 जैसे विमान का पता लगाने में सक्षम है.* 🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷

अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
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6/15/2025, 12:26:58 PM

*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *क्रमांक~ १५* *🫵🏻जो वर्ष 1947 में हुआ वह 2047 में भी होगा....* 🤷‍♂️यह कहना है, *सुप्रीम कोर्ट* के *वकील* अश्विनी *उपाध्याय जी का* 👉🏻एक *शक्तिशाली* और *विचारोत्तेजक कथन है।* *🙏🏻देखें यह* छोटा सा *विचारोत्तेजक वीडियो👇🏼👇🏻* https://youtu.be/9pdDlnLWHtw?si=tWzlBAAyQ24KpLY1 🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷

अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
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6/16/2025, 12:55:44 AM

*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *क्रमांक~ ०३* *_मंडूक तंत्र पर आधारित रहस्यमयी मेंढक मंदिर 🛕_* *उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के समीप अवस्थित मेंढक मंदिर विश्व का एक अनोखा एवं रहस्यमयी मंदिर है!* *यहां मेंढक की पीठ पर भगवान भोलेनाथ विराजमान हैं. मंडूक तंत्र और श्री यंत्र के आधार पर निर्मित नर्मदेश्वर महादेव मंदिर अपनी अनूठी और अद्भुत वास्तु संरचना के लिए देशभर में प्रसिद्ध है।* *शिव मंदिर की वास्तु परिकल्पना कपिला के एक महान तांत्रिक ने की थी।* *सामान्यतः शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ के वाहन नंदी की प्रतिमा बैठी मुद्रा में होती है, लेकिन मेंढक शिव मंदिर में नंदी की प्रतिमा खड़ी मुद्रा में स्थापित है।* *मेरी संस्कृति...मेरा देश...मेरा अभिमान* 🚩 https://youtu.be/yS7Tb1gbAxU?si=fghizCqe-VWXEXjY 🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷

अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
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6/16/2025, 12:13:02 AM

*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *क्रमांक~ ०२* https://photos.app.goo.gl/YEuuYWwWnH71suy67 🚩🚩 🚩🚩 *`!! श्रीमद्भागवत महापुराण !!`* `{अष्टम स्कन्ध}` *【 त्रयोविंशति: अध्याय:】* *_बलिका बन्धनसे छूटकर सुतल लोकको जाना...._* *श्रीशुकदेवजी कहते हैं—* जब सनातन पुरुष भगवान्ने इस प्रकार कहा, *तो साधुओं के आदरणीय महानुभाव दैत्यराज के नेत्रों में आँसू छलक आये।* प्रेम के उद्रेक से उनका गला भर आया। वे हाथ जोड़कर गद्गद वाणी से भगवान् से लगे– *बलिने कहा-* प्रभो! मैंने तो आपको पूरा प्रणाम भी नहीं किया, *केवल प्रणाम करने मात्र की चेष्टा भर की। उसी से मुझे वह फल मिला, जो आपके चरणों के शरणागत भक्तों को प्राप्त होता है।* बड़े-बड़े लोकपाल और देवताओं पर आपने जो कृपा कभी नहीं की, वह मुझ जैसे नीच असुर को सहज ही प्राप्त हो गयी। *श्रीशुकदेवजी कहते हैं–* परीक्षित! यों कहते ही बलि *वरुण के पाशों से मुक्त हो गये।* तब उन्होंने भगवान्, ब्रह्माजी और शङ्करजी को प्रणाम किया और *इसके बाद बड़ी प्रसन्नता से असुरों के साथ सुतल लोक की यात्रा की।* इस प्रकार भगवान्‌ ने बलि से स्वर्ग का राज्य लेकर इन्द्र को दे दिया, *अदिति की कामना पूर्ण की और स्वयं उपेन्द्र बनकर वे सारे जगत्‌ का शासन करने लगे।* जब प्रह्लाद ने देखा कि मेरे वंशधर पौत्र राजा बलि बन्धन से छूट गये *और उन्हें भगवान्का कृपा प्रसाद प्राप्त हो गया, तो वे भक्ति भाव से भर गये।* उस समय उन्होंने भगवान्की इस प्रकार स्तुति की। *प्रह्लादजीने कहा–* प्रभो! यह कृपाप्रसाद तो कभी *ब्रह्माजी, लक्ष्मीजी और शङ्करजी को भी नहीं प्राप्त हुआ, तब दूसरों की बात ही क्या है।* अहो! विश्ववन्द्य ब्रह्मा आदि भी जिनके चरणों की वन्दना करते रहते हैं, *वही आप हम असुरों के दुर्गपाल - किलेदार हो गये।* शरणागतवत्सल प्रभो! ब्रह्मा आदि लोकपाल आपके *चरणकमलों का मकरन्द-रस सेवन करने के कारण सृष्टि रचना की* शक्ति आदि अनेक विभूतियाँ प्राप्त करते हैं। हमलोग तो जन्म से ही खल और कुमार्गगामी हैं, *हम पर आपकी ऐसी अनुग्रहपूर्ण दृष्टि कैसे हो गयी, जो आप हमारे द्वारपाल ही बन गये।* आपने अपनी योगमाया से खेल ही खेल में त्रिभुवन की रचना कर दी। *आप सर्वज्ञ, सर्वात्मा और समदर्शी हैं।* फिर भी आपकी लीलाएँ बड़ी विलक्षण जान पड़ती हैं। आपका स्वभाव कल्पवृक्ष के समान है; *क्योंकि आप अपने भक्तों से अत्यन्त प्रेम करते है।* इसी से कभी-कभी उपासकों के प्रति पक्षपात और विमुखों के प्रति निर्दयता भी आपमें देखी जाती है। *श्रीभगवान्‌ने कहा-* बेटा प्रह्लाद! तुम्हारा कल्याण हो। *अब तुम भी सुतल लोक में जाओ। वहाँ अपने पौत्र बलि के साथ आनन्दपूर्वक रहो और जाति बन्धुओं को सुखी करो।* वहाँ तुम मुझे नित्य ही गदा हाथ में लिये खड़ा देखोगे। मेरे दर्शन के परमानन्दमें मग्न रहने के कारण तुम्हारे सारे कर्मबन्धन नष्ट हो जायेंगे। *श्रीशुकदेवजी कहते हैं—* परीक्षित्! समस्त दैत्यसेना के स्वामी विशुद्धबुद्धि प्रह्लादजी ने *'जो आज्ञा' कहकर, हाथ जोड़, भगवान्का आदेश मस्तक पर चढ़ाया।* फिर उन्होंने बलि के साथ आदिपुरुष भगवान्‌की परिक्रमा की, *उन्हें प्रणाम किया और उनसे अनुमति लेकर सुतल लोक की यात्रा की।* परीक्षित्! उस समय भगवान् श्रीहरि ने ब्रह्मवादी ऋत्विजों की सभा में अपने पास ही बैठे हुए *शुक्राचार्यजी से कहा– 'ब्रह्मन् ! आपका शिष्य यज्ञ कर रहा था। उसमें जो त्रुटि रह गयी है, उसे आप पूर्ण कर दीजिये।* क्योंकि कर्म करने में जो कुछ भूल-चूक हो जाती है, वह ब्राह्मणों की कृपा दृष्टि से सुधर जाती है। *शुक्राचार्यजीने कहा-* भगवन्! जिसने अपना समस्त कर्म समर्पित करके सब प्रकार से यज्ञेश्वर यज्ञपुरुष आपकी पूजा की है— *उसके कर्म में कोई त्रुटि, कोई विषमता कैसे रह सकती है ?* क्योंकि मन्त्रों की, अनुष्ठान-पद्धति , देश, काल, पात्र और वस्तु की सारी भूले आपके नाम संकीर्तन मात्र से सुधर जाती है, *आपका नाम सारी त्रुटियों को पूर्ण कर देता है। तथापि अनन्त ! जब आप स्वयं कह रहे हैं, तब मैं आपकी आज्ञा का अवश्य पालन करूँगा।* मनुष्य के लिये सबसे बड़ा कल्याण का साधन यही है कि वह आपकी आज्ञा का पालन करे। *श्रीशुकदेवजी कहते हैं-* भगवान् शुक्राचार्य ने भगवान् श्रीहरि की यह आज्ञा स्वीकार करके दूसरे ब्रहार्षियों के साथ, *बलि के यज्ञ में जो कमी रह गयी थी, उसे पूर्ण किया।* परीक्षित्! इस प्रकार वामन भगवान्ने बलि से पृथ्वी की भिक्षा माँगकर *अपने बड़े भाई इन्द्र को स्वर्ग का राज्य दिया, जिसे उनके शत्रुओं ने छीन लिया था।* इसके बाद प्रजापतियों के स्वामी ब्रह्माजी ने देवर्षि, पितर, मनु, दक्ष, भृगु, अङ्ग, सनत्कुमार और शङ्करजी के साथ *कश्यप एवं अदिति की प्रसन्नता के लिये तथा सम्पूर्ण प्राणियों के अभ्युदय के लिये समस्त लोक और लोकपालों के स्वामी के पद पर वामनभगवान्‌ का अभिषेक कर दिया।* परीक्षित्! वेद, समस्त देवता, धर्म, यश, लक्ष्मी, मङ्गल, व्रत, स्वर्ग और अपवर्ग-सबके रक्षक के रूप में *सबके परम कल्याण के लिये सर्वशक्तिमान् वामन भगवान्को उन्होंने उपेन्द्र का पद दिया।* उस समय सभी प्राणियों को अत्यन्त आनन्द हुआ। इसके बाद ब्रह्माजी की अनुमति से लोकपालों के साथ *देवराज इन्द्र ने वामन भगवान्‌को सबसे आगे विमान पर बैठाया और अपने साथ स्वर्ग लिवा ले गये।* इन्द्र को एक तो त्रिभुवनका राज्य मिल गया और दूसरे, *वामन भगवान् के करकमलों की छत्रछाया !* सर्वश्रेष्ठ ऐश्वर्यलक्ष्मी उनकी सेवा करने लगी और वे निर्भय होकर *आनन्दोत्सव मनाने लगे।* ब्रह्मा, शङ्कर, सनत्कुमार, भृगु आदि मुनि, पितर, सारे भूत, सिद्ध और *विमानारोही देवगण भगवान् के इस परम अद्भुत एवं अत्यन्त महान् कर्म का गान करते हुए अपने-अपने लोक को चले गये* और सबने अदिति की भी बड़ी प्रशंसा की। *परीक्षित्! तुम्हें मैंने भगवान्‌की यह सब लीला सुनायी।* इससे सुनने वालों के सारे पाप छूट जाते हैं। *भगवान्की लीलाएँ अनन्त है, उनकी महिमा अपार है।* जो मनुष्य उसका पार पाना चाहता है, वह मानो पृथ्वी के परमाणुओं को गिन डालना चाहता है। *भगवान् के सम्बन्ध में मन्त्रद्रष्टा महर्षि वसिष्ठ ने वेदों में कहा है कि 'ऐसा पुरुष न कभी हुआ, न है और न होगा जो भगवान्‌को महिमा का पार पा सके।* देवताओं के आराध्यदेव अद्भुतलीलाधारी वामनभगवान्‌ के अवतार चरित्र का जो श्रवण करता है, *उसे परम गति की प्राप्ति होती है।* देवयज्ञ, पितृयज्ञ और मनुष्ययज्ञ किसी भी कर्म का अनुष्ठान करते समय जहाँ जहाँ *भगवान्‌ की इस लीला का कीर्तन होता है, वह कर्म सफलतापूर्वक सम्पन्न हो जाता है। यह बड़े-बड़े महात्माओं का अनुभव है॥* *।। इस प्रकार श्रीमदभागवत महापुराण के अष्टम स्कंध का तेईसवां अध्याय पूरा हुआ।।* *ॐ नमो भगवते वासुदेवाय🙏🏻🙏🏻* 🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷

अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
6/15/2025, 9:50:08 AM

*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *क्रमांक~ ११* *_अमेरिका के बाद फ्रांस भी लाइन में,अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर के बाद अब बनेगा राफेल का फ्रेम, डिफेंस एक्सपोर्ट में भारत होगा नंबर 1_* https://hindi.news18.com/news/nation/france-selects-india-for-rafale-fighter-jet-manufacturing-ws-bl-9289518.html *साल 2023-2024 में अमेरिका, फ्रांस और अर्मेनिया भारत से सबसे ज्यादा रक्षा उपकरण खरीदने वाले देश थे.* *भारत कुल 80 देशों को आज सैन्य उपकरण और बाकी साजो सामान बेच रहा है.* *दुनिया के तमाम हथियार निर्माता देश भारत के साथ जुड़ने की कोशिशों में जुटे हैं.* *अमेरिका, फ्रांस जैसे दुनिया के बड़े रक्षा उत्पादन करने वाले देश भी भारतीय कंपनियों के साथ हाथ मिला रहे है.* *फ्रांस ने राफेल फ्रेम निर्माण के लिए भारत को चुना.* *टाटा और डसॉल्ट एविएशन के बीच करार हुआ.* *इसी कड़ी में फ्रांस ने एक ऐसा फैसला लिया है जिसने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है. फ्रांस अब अपने राफेल फाइटर जेट के ढांचे के निर्माण के लिए भारत को चुना है. यह पहली बार है जब फ्रांस ने अपने इस प्रोजेक्ट के लिए किसी दूसरे देश की कंपनी के साथ हाथ मिलाया है.* *■ राफेल बनाने वाली फ्रांस की डसॉल्ट एविएशन और टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड के बीच यह करार हुआ है. कुल 4 प्रोडक्शन ट्रांसफर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर हुए हैं. इसकी फैसिलिटी हैदराबाद में स्थापित की जाएगी.* *■ साल 2028 तक असेंबली लाइन शुरू होने की उम्मीद है. हर महीने दो ढांचे इस फैसिलिटी में तैयार किए जाएंगे. खास बात यह है कि इसमें न सिर्फ भारतीय राफेल बल्कि अन्य देशों के लिए भी तैयार होंगे.* *■ डसॉल्ट एविएशन ने अब तक 10,000 मिलिट्री और सिविल एयरक्राफ्ट का निर्माण किया है और तकरीबन 90 देशों को सप्लाई कर चुकी है.* *■ दुनिया के सबसे घातक अटैक हेलिकॉप्टर अपाचे बेचता तो अमेरिका है, लेकिन उसका ढांचा कहां बनता है यह शायद कम लोगों को ही पता है.आपको बता दें कि यह ढांचा भारत में बनता है.* *■ भारतीय कंपनी टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड बोइंग एरोस्पेस के साथ मिलकर इसका निर्माण करती है. यह फैसिलिटी भी हैदराबाद में स्थापित है. इस फैसिलिटी ने अब तक 250 से ज्यादा ढांचे डिलीवर किए हैं.* *■ साल 2024 की जनवरी में ही टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड और बोइंग के ज्वाइंट वेंचर टाटा बोइंग एरोस्पेस लिमिटेड ने सेना के पहले अपाचे का ढांचा सेना को हैंडओवर किया था. इसके बाद इसे अमेरिका के एरिजोना में बोइंग की फैसिलिटी में भेजा गया जहां दुनिया की तमाम आधुनिक तकनीक और वेपन सिस्टम से लैस कर के थलसेना को सौंपा जाता है.* *■ वायुसेना अपने 60 के दशक में शामिल एवरो को C-295MW मीडियम लिफ्ट टैक्टिकल एयरक्राफ्ट से बदल रही है. भारत सरकार ने स्पेन से 56 नए C-295MW विमानों की खरीद का करार साल 2021 में किया था. खास बात यह है कि इसका निर्माण गुजरात के वडोदरा में किया जा रहा है.* *■ पहली बार कोई भारतीय प्राइवेट कंपनी मिलिट्री एयरक्राफ्ट भारत में बना रही है. स्पेन की कंपनी एयरबस टाटा कंसॉर्टियम के साथ इसका निर्माण कर रही है.* *■ डील के मुताबिक स्पेन से कुल 56 विमान भारतीय वायुसेना के लिए लेने हैं, जिसमें से 16 विमान स्पेन से पूरी तरह से तैयार होकर फ्लाई वे कंडीशन में यानी स्पेन से सीधे उड़ान भरकर भारत आ रहे हैं. इसके अलावा बाकी 40 को लाइसेंस के तहत भारत में बनाया जा रहा है.* *■ एयरक्राफ्ट बनाने की तकनीक बहुत पेचीदा है. लंबे शोध के बाद भारत ने स्वदेशी तौर पर इसे तैयार किया. अब तेजस भारतीय वायुसेना का हिस्सा है. फिलहाल 40 के करीब एयरक्राफ्ट भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो गए हैं. HAL इसका निर्माण कर रही है. इसके एडवांस वर्जन तेजस Mk-1A के 83 फाइटर के लिए HAL से करार हो चुका है.* *एक दशक पहले तक भारत लगभग सभी तरह के हेलिकॉप्टर विदेशों से खरीदता था, लेकिन अब भारत ने खुद को इतना सक्षम बना लिया है कि अब हेलिकॉप्टर स्वदेशी ही बनाने लगा है. इस वक्त भारत में स्वदेशी तौर पर अटैक हेलिकॉप्टर, एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर और लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर निर्माण में माहिर हो गया है. भारत ने तो मीडियम लिफ्ट हेलिकॉप्टर भी तैयार कर लिया है. इसका फिलहाल नाम दिया गया है IMRH यानी इंडियन मल्टी रोल हेलिकॉप्टर.* 🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷

अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
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6/15/2025, 7:35:56 AM

*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *क्रमांक~ ०९* *_मोदी मैजिक के 11 वर्ष..._* *साल 2014 के पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि देश की सत्ता में गैर-कांग्रेसी दल लगातार तीन बार सत्ता में बनी रह सकती है और अभी संभावना विपुल है. यह सोच स्वाभाविक भी थी कि जिस देश में एक वोट से केन्द्र की गैर-कांग्रेसी सरकार गिर जाए.* https://www.pravakta.com/11-years-of-modi-magic/ *खैर, यह चमत्कार है लोकतंत्र का तो यह कमाल है मोदी मैजिक का. प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी ने भारतीय समाज की नब्ज को थामा, जाँचा और उनकी जरूरतों के मुताबिक फैसले किए. यह कहना भी सर्वथा उचित नहीं है कि उनके सारे फैसले सार्थक साबित हुए लेकिन यह कहना उचित है कि उनके ज्यादतर फैसले जनता के हक में था. गाँव से लेकर सात समुंदर पार तक मोदी की आवाज गूँजती है.* *हालिया ऑपरेशन सिंदूर ने मोदी सरकार की लोकप्रियता को हजारों गुना बढ़ा दिया है. जैसा कि होता है विपक्ष सत्तासीन दल को निशाने पर लेती है लेकिन यह सब एक रिवाज है. मोदी मैजिक यूँ ही नहीं चलता है. वह जानते हैं कि कब क्या कहा जाए और कब क्या फैसला किया जाए. उन्हें इस बात का भी अहसास है कि मीडिया जनता का मन बदलने की ताकत रखती है तो वे ऐसी जुगत बिठाते हैं कि मीडिया खुद उनकी मुरीद हो जाती है.* *11 वर्ष पहले जाकर कुछ पलट कर देखना होगा. तब मोदी गैर-कांग्रेसी सरकार के पहले दमदार प्रधानमंत्री होते हैं पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने वाले. स्वाभाविक है कि दशकों से सत्ता में काबिज लोगों के लिए यह सदमा सा था और मोदी को कमजोर करने के लिए वे रणनीति बनाते लेकिन वे मोदी मैजिक को समझ ही नहीं पाए.* *प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं होकर अपने दस लाख के लिबास को चर्चा में ला दिया. मोदी विरोधी उनके लिबास की कीमत में उलझ गए और जनता को संदेश चला गया कि विरोधी मोदी को कमजोर करना चाहते हैं. भव्यता की यह रणनीति कारगर साबित हुई और विपक्ष का कीमती समय व्यर्थ के विवाद में आज भी जाया हो रहा है.* *मोदी मैजिक भारतीय मन को जानता है और चुपके से वे भव्यता से दिव्यता की ओर चल पड़े. उन्होंने पारम्परिक भारतीय परिधान को अपनी जीवनशैली में शामिल कर लिया. अब वे पायजामा कुरता के साथ जैकेट पहन कर सादगी के प्रतीक हो गए. यहाँ भी कमाल हो गया कि नेहरू जैकेट को रिप्लेस कर मोदी जैकेट ने युवाओं को मोह लिया. यही मोदी मैजिक है जो लोगों को बार-बार लुभाता है और वे पूरी ताकत के साथ सत्ता में वापसी करते हैं.* *मोदी भारतीय मन को बेहतर ढंग से जानते हैं लेकिन मोदी को समझना किसी पहेली को हल करने जैसा है. 11 वर्षों के उनके कार्यकाल की समीक्षा की जाए तो देश में अपवाद स्वरूप कोई मिल जाएगा जिसे मोदी के अगले कदम के बारे में कुछ पता हो या वह यह बता पाए कि मोदी क्या करने वाले हैं.* *थोड़ा पीछे चलें तो देखेंगे कि वे गुजरात राज्य के सबसे लम्बे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री थे जिन्हें भाजपा और संघ ने 2014 के चुनाव में प्रधानमंत्री का चेहरा बनाया था. तब की सरकार को कटघरे में खड़ा कर युवाओंं के बीच एक नायक की तरह उभरे थे. यह वह वर्ग था जिसे राजनीति की समझ बहुत नहीं थी लेकिन देश में बदलाव की चाहत थी.* *चाय पर चर्चा से लेकर वे तूफानी गति से देश के दिल में जगह बना रहे थे. और भारतीय राजनीति में ऐसा कायापलट हुआ कि भारतीय जनता पार्टी नरेन्द्र मोदी को कैश कर केन्द्र की सत्ता पर काबिज हो गई.* *नरेन्द्र मोदी से लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बखूबी यह जानते थे कि जिस तेजी से उनकी लोकप्रियता आम भारतीय के मन में बनी है, उसे लम्बे समय तक बनाये रखना एक चुनौती है. जो आम आदमी के झटके में कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों को जमीन दिखा सकता है, वह मोदी के साथ भी ऐसा कर सकता है. और खांटी राजनीतिक दल और राजनेता मोदी को कटघरे में खड़ा करेंगे.* *मोदी का मीडिया मैनेजमेंट इतना सधा हुआ था कि खांटी राजनेता भी मात खा गए. विरोधी ही नहीं, उनके अपनी पार्टी के लोगों की समझ से भी बाहर रहे मोदी.* *मोदी जानते थे कि विरोधियों से लेकर मीडिया तक को भटकाना है तो कुछ ऐसा किया जाए कि उनकी चर्चा और आलोचना के केन्द्र मेें मोदी की राजनीति नहीं, बल्कि उनके दूसरे पक्ष को लेकर वे चर्चा में बने रहे.* *विपक्षी नेताओं को तो समझ ही नहीं आया तो उनके अपने ही विरोधी धड़ा भी शांत बैठ गया. परिणामत: पाँच वर्ष बाद केन्द्र में वापस मोदी सरकार की वापसी होती है. यही नहीं, अनेक राज्यों में भी भाजपा की सरकार सत्तासीन होती है बल्कि रिकार्ड कार्यकाल बनाती है.* *छत्तीसगढ़ में 15 साल तो मध्यप्रदेश में 18 महीने के छोटे से ब्रेक के बाद 20 वर्षों से अधिक समय से वह सत्तासीन है. इसके अलावा अनेक राज्यों में भाजपा सत्तासीन है. महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य में भी भाजपा की सत्ता कायम है.* *आलम यह है कि मीडिया कभी सटीक रूप से यह नहीं बता पाया कि मोदीजी का अगला कदम क्या होगा? मीडिया अनुमानों को ही हेडलाइन बनाते रहे और हर बार गच्चा खाते रहे. कई बार तो मोदीजी के फैसलों से यह भी पता नहीं चलता कि उन्हें स्वयं को पता होता है कि नहीं कि उनका अगला कदम क्या होगा? उनके लिए फैसले का दूरगामी परिणाम क्या होगा, इसकी मीमांसा की जाती है लेकिन फौरीतौर पर मीडिया और आम आदमी को वे चमत्कृत कर जाते हैं.* *वे भारतीय मानस की नब्ज को बेहतर ढंग से पकड़ते हंै और उसी के अनुरूप वे फैसला करते हैं. भारत एक विशाल देश है और इस बहुसंख्य आबादी जिसमें बहु भाषा-भाषायी लोगों तक पहुँचना सरल नहीं होता है. ऐसे में उन्होंने आकाशवाणी पर प्रत्येक माह ‘मन की बात’ कार्यक्रम की शुरूआत की. ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जो तथ्य और आँकड़ें को समझने की कोशिश की गई तो इसके लिए बकायदा एक रणनीति के तहत देशभर के अनाम से गाँव और ग्रामीणों को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के लिए जोड़ा गया.* *देश का प्रधानमंत्री जब अपने कार्यक्रम में सुदूर आदिवासी गाँव की किसी महिला अथवा कोई उपलब्धि का उल्लेख करते हैं तो वह क्या, एक बड़ी आबादी उनकी मुरीद हो जाती है. लोग इस प्रयास में लग जाते हैं कि अगली बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री उनकी या उनके गाँव की कामयाबी का उल्लेख करें. आँकड़ों को जाँचें तो पता चलेगा कि घाटे में जा रहे आकाशवाणी की आय में बेशुमार वृद्धि हुई है.* *मोदीजी की तर्ज पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह और शिवराजसिंह ने भी रेडियो को माध्यम बनाया था लेकिन उन्हें वह सफलता नहीं मिली, जो मोदीजी के कार्यक्रम को मिल रही है. यही नहीं, ‘मन की बात’ कार्यक्रम की निरंतरता भी अपने आप में मिसाल कायम करती है. मोदीजी के पहले महात्मा गाँधी और इंदिरा गाँधी ने रेडियो के महत्व को समझा था लेकिन ‘मन की बात’ कार्यक्रम की तरह वे ऐसा कोई कार्यक्रम शुरू नहीं कर पाए थे.* *11 साल के मोदी सरकार के कार्यकाल की समीक्षा की जाए तो सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि समूचे भारतीय समाज की सोच और उनकी कार्यवाही को डिजीलाइटेशन कर दिया. अब हर सौदा-सुलह ऑनलाइन होगा. सरकारी दफ्तरों सेे कार्य के लिए भटकने की जरूरत नहीं है क्योंकि एक क्लिक पर आपका काम हो जाता है.* *इससे रिश्तवखोरी पर नियंत्रण पाया जा सका है. जन्म प्रमाण पत्र बनाने से लेकर पासपोर्ट बनाने तक के लिए अब दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है. मोदीजी बतौर प्रधानमंत्री सोशल मीडिया की ताकत भी जानते हैं सो वह अपनी बात एक्स से लेकर रील्स और इंटस्टा तक लेकर जाते हैं. यह पूरी कवायद करने के लिए उनकी टीम है लेकिन इसका मॉडल ऐसा बना हुआ है कि हर आम आदमी को महसूस होता है कि मोदीजी सीधे उनसे रूबरू हो रहे हैं. यही मोदीजी की ताकत बनती है और यही उनकी लोकप्रियता का कारण भी है.* *भारतीय राजनीतिक इतिहास में गैर-कांग्रेसी दल से तीसरी बार केन्द्र में सत्तासीन होने वाले मोदी हैं. मोदीजी का सबसे प्रबल पक्ष है कम्युनिकेशन का. कम्युनिकेशन की थ्योरी कहती है कि वही कामयाब कम्युनिकेटर है जो लोगों तक अपनी बात प्रभावी ढंग से पहुँचा सके.* *इसमें कोई दो राय नहीं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस दौर के सबसे बड़े संचारक के रूप में स्वयं को स्थापित किया है. वे जनसभा में लोगों को मोहित कर लेते हैं. आम आदमी से सीधे संवाद से मोदी सरकार के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ता है. मोदी जी कई बार जानते हुए भी ऐसे बयान देते हैं कि विरोधी उनकी आलोचना पर उतर आते हैं. मोदीजी आम आदमी के सायक्लोलॉजी को भी बेहतर ढंग से समझते हैं.* *अनेक बार स्थिति-परिस्थितियों के चलते आम आदमी निराशा में डूब जाता है तब यह देश के मुखिया की जवाबदारी होती है कि कैसे उसे उबारे और उसमें उत्साह का संचार करे. भारत ही नहीं, समूचे वैश्विक परिदृश्य में देखें तो महँगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दे मुंहबाये खड़े हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नौकरी करना नहीं, नौकरी देना सीखो के मंत्र के साथ नवउद्यमी बनाने के लिए स्र्टाटअप के लिए प्रोत्साहित किया.* *डेढ़ सौ करोड़ की आबादी को कम लागत वाले काम करने के लिए प्रोत्साहित किया. तब उनकी आलोचना इस बात को लेकर हुई कि भारत का युवा अब पकौड़े तलेगा लेकिन आलोचना करने वालों का तब मुँह बंद हो गया जब एक पानीपुरी बेचने वाले को आइटी ने पकड़ा तो वह करोड़पति निकला. मोदीजी आईटी से जुडऩे के लिए भारतीय युवाओं को प्रोत्साहित करते रहे हैं. एआई और चैटजीपीटी आने के बाद रोजगार के अवसर घट रहे हैं लेकिन एआई और चैटजीपीटी सीख लेते हैं तो रोजगार के नए विकल्प आपका इंतजार कर रहा है.* *निश्वित रूप से 11 वर्ष के कार्यकाल में सबकुछ भला-भला हुआ हो, यह तय नहीं है. एक मनुष्य के नाते अनेक अच्छी पहल हुई तो कुछ गलतियाँ भी हुई होंगी. वे क्या, पूर्ववर्ती प्रधानमंत्री भी इसी श्रेणी में आते हैं. कई बार उनकी पार्टी के नेताओं के कदाचार पर उनसे प्रतिक्रिया माँगी जाती है तो यह बेमानी लगता है क्योंकि इस पर बोलने और कार्यवाही करने की जवाबदारी पार्टी की है ना कि प्रधानमंत्री की हैसियत से सरकार की.* *वे भारतीय और भारतीयता के लिए लोगों में जज्बा पैदा करते हैं और सनातन युग की ओर वापसी का संकेत देते हैं. डिग्री वाली शिक्षा से बाहर लाकर स्किलबेस्ड शिक्षा भारत को गुरुकुल की ओर ले जाता है. मानना चाहें तो मोदीजी का कार्यकाल आपको देशहित में लग सकता है और न मानना चाहें तो खामियाँ गिनाते रहिए.* *अपनी लम्बी राजनीतिक पारी और केन्द्र में 11 वर्ष के अपने कार्यकाल में मोदीजी युवा नेता नहीं रहे लेकिन वे एक जिम्मेदार बुर्जुग की भूमिका में आ गए हैं. यकिन ना हो तो अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की पत्नी उषा वेंस के अनुभव और उनकी बातों से समझ लें.* *इसी साल बीते अप्रैल में भारत दौरे को उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का परिवार आया था. वेंस की पत्नी ने यह भी कहा कि उनके तीन छोटे बच्चों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में उनके दादाजी की झलक दिखी. उन्होंने पीएम मोदी से मिलते ही उन्हें दादा जी माना लिया और वे उनसे लडिय़ाते रहे. उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ उषा वेंस और उनके तीन छोटे बच्चे इवान, विवेक और मीराबेल भी थे. दादा जी बन जाने की यह छवि भारतीय मन को जोड़ता है. यही भारत है, यही श्रेष्ठ है.* *साभार~* प्रोफेसर मनोज कुमार 🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷

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