
Anjuman Zeya E Akhtar
February 13, 2025 at 09:22 PM
🎇 *मुक़द्दस रातें* 🌃
नबी ए करीम ﷺ ने फ़रमाया:- 5 रातें ऐसी हैं जिनमें दुआ रद्द नहीं होती और वो जुमा की रात, रजब की पहली रात, शबान की 15वीं रात (शब ए बराअत) और ईदैन की दोनों रातें हैं (यानी ईद उल फित्र और ईद उल अज़हा की रात)
यह हदीस हमें उन मुबारक रातों की अहमियत बताती है और यह सिखाती है कि इन रातों में दुआएं कुबूल होने का ज़्यादा इमकान है. इसलिए हमें चाहिए कि इन रातों में ज़्यादा से ज़्यादा दुआएं करें और अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगें।
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