श्री वेंकटेसाय सेवा ट्रस्ट
                                
                            
                            
                    
                                
                                
                                May 11, 2025 at 05:05 AM
                               
                            
                        
                            _*।। विश्व मातृ दिवस ।।*_
 
वैदिक धर्म में प्रतिदिन मातृदिवस, पितृदिवस तथा आचार्य दिवस होता है। तैत्तिरीयोपनिषत्  में 'मातृदेवोभव, पितृदेवोभव, आचार्यदेवोभव..' से यह सत्य पुष्ट होता है। इसी वैदिक वचन के अनुरूप मनुस्मृति ( २/२२५-२३७ ) आदि में इन तीनों की सेवा को परम तप कहा गया। ( मनु०२/२२९ ) ये तीनों तीन लोक हैं, तीन आश्रम हैं, तीन वेद हैं और तीन अग्नि हैं।
         ( मनु०२/२३० )
जब तक ये जीवित रहें, तबतक इनकी नित्य शुश्रूषा ( परिचर्या ) करे।
*तेष्वेव नित्यं शुश्रूषां कुर्यात् प्रियहिते रतः।* 
           ( मनु०२/२३५ )
इनकी सेवा ही श्रेष्ठ धर्म है। *एष धर्मःपर साक्षात्।* ( मनु०२/२३७ )
  
विश्व मातृ दिवस ( पाश्चात्त्य परम्परानुसार मईमास का द्वितीय रविवार ) पर हम पराम्बा भगवती दुर्गा, पराम्बा भगवती लक्ष्मी तथा पराम्बा भगवती सरस्वती-इत्यादि
के साथ समस्त मातृ चरणों में सादर सविनय प्रणिपात करते हैं। 
*पराम्बाचरणकमलेभ्यो नमः 🙏।*
           *श्री वेंकटेसाय सेवा ट्रस्ट*
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                                            🙏
                                        
                                    
                                    
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