श्री वेंकटेसाय सेवा ट्रस्ट
श्री वेंकटेसाय सेवा ट्रस्ट
May 13, 2025 at 11:45 AM
_*।। दुख जीवन का कठोर शिक्षक ।।*_ तनाव एवं समस्याएं ही हमारे मन को जागृत रखते हैं समाधान खोजते समय अनजाने ही हमारा व्यक्तित्व निखरता है। जैसे सोने में खोट मिलाए बिना आभूषण नहीं बनते, वैसे ही समस्याओं को सुलझाए बिना हमारा आत्मविश्वास नहीं बढ़ता है। दुःख ही हमें अपनो और गैरों से परिचित करवाता है। इसलिए अपने जीवन के किसी भी दुख को नकारात्मक ढंग से देखना सही नहीं है। दुख विद्यालय के सबसे कठोर अध्यापक की वह कक्षा है, जिसमें हम बेमन से तो बैठते हैं, लेकिन सबसे अधिक उसी दौरान सीखते भी हैं। *आज का दिन शुभ मंगलमय हो।* *श्री वेंकटेसाय सेवा ट्रस्ट* https://whatsapp.com/channel/0029VabAWY87z4kcQNes4543
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