⛳सनातन धर्मरक्षक समिति⛳
June 1, 2025 at 08:45 AM
*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈* *लेख क्र.-सधस/२०८२/ज्येष्ठ/शु./६-१८०८९* *┈┉══════❀((""ॐ""))❀══════┉┈* https://t.me/+byRLQE4DlRQ1ZmM9 *भविष्य पुराण* गणपतिको यहाँ परब्रह्यरूपमें चित्रित किया गया है। भूतभावन सदाशिवकी तपस्यासे प्रसत्र होकर भगवती पार्वतीके पुत्ररूपमें जन्म लेनेका उन्हें वर प्रदान किया। तदनन्तर उन्होंने भगवान् शिवके पुत्ररूपमें अवतार धारण किया। इसमें रावण एवं कुम्भकर्णक जन्मको कथा, रुद्रावतार श्रीहनुमान्‌जीको रोचक कथा भी मिलती है। केसरीकी पात्री अंजनीके गर्भसे श्रीहनुमत्र‌लालजी अवतार धारण करते हैं। आकाशमें उगते हुए साल सूर्यको देख फल समझकर उसे निगलनेका प्रयास करते हैं। सूर्यके अभावमें अन्धकार देखकर इन्द्रने उनकी हनु (ठुड्डी) पर कबसे प्रहार किया, जिससे हनुमान्‌को ठुड्डी टेड़ी हो जाती है और वे पृथ्वीपर गिर पड़ते है, जिससे उनका नाम हनुमान् पड़ा। इसी बीच रावण उनकी पूँछ पकड़कर लटक जाता है। फिर भी उन्होंने सूर्यको नहीं छोड़ा। एक वर्षतक रावणसे युद्ध होता रहा। अन्तमें रावणके *क्रमशः* ▬▬▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬▬▬ *जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें* असंयतात्मना योगो दुष्प्राप इति मे मतिः । वश्यात्मना तु यतता शक्योऽवाप्तुमुपायतः ॥ *सूर्यदेव भगवान जी की जय* *⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*
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