⛳सनातन धर्मरक्षक समिति⛳
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*_⚜⛳सनातन धर्मरक्षक समिति⛳⚜_ का मुख्य उद्देश्य है कि हिंदुओं को अपने सनातन से अवगत कराना....!! हिंदुओं को हिंदुत्व के बारे में वह जानकारी देना, जिससे वो अपने सनातन के महत्व और सनातन धर्म की महिमा के बारे में जान सकें..और अपने धर्म के प्रति सही मायनों में जागरूक हो सकें...!! जिससे हम अपने सनातन को अगले करोड़ों वर्षों तक जैसा का तैसा जीवित रख पायें...!!*
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*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈* *लेख क्र.-सधस/२०८२/ज्येष्ठ/शु./६-१८०८८* *┈┉══════❀((""ॐ""))❀══════┉┈* 🚩⛳⛳ *हिंदू राष्ट्र*⛳⛳ *हिन्दूराष्ट्र क्यों आवश्यक है?* *हिंदू धर्म अभी तक मुस्लिम आक्रमणकारियों से कैसे बचा रहा जबकि ईरान में पारसी और अफगानिस्तान में बौद्ध आधी सदी में हीं समाप्त हो गए?* *अगर 100% हिन्दू आबादी वाले किसी गांव में कोई यह कहे कि "देखो! हज़ार साल के राज के बाद भी मेरे गांव में सारे हिन्दू ही हैं",तो ऐसे व्यक्ति को क्या कहा जाए यह फैसला आपका ही है,लेकिन अधिकतर हिन्दू ऐसी ही मूर्ख मानसिकता के हैं।* *हिन्दुओं को यह तक नहीं पता की पूरी दुनिया में सबसे अधिक संख्या में अगर कोई मुसलमान बना है तो वह लोग हिंदू ही हैं।* *इंडोनेशिया एक हिन्दू देश था आज वहां लगभग 25 करोड़ मुस्लिम हैं।* *भारत में 20 करोड़, पाकिस्तान में 21 करोड़ और बांग्लादेश में 18 करोड़ आबादी मुस्लिम है जो कि एक समय हिन्दू आबादी थी।* *यह लगभग 85 करोड़ की आबादी है,जो कुल मुस्लिम आबादी का 50% है।यानी कि दुनियाभर के आधे मुसलमान तो केवल हिन्दू धर्म से मुसलमान बने है।* *यह मैंने केवल भारत, बांग्लादेश ,पाकिस्तान और इंडोनेशिया की बात करी है, बाकी अगर इसमें अन्य देश और बौद्ध मत भी जोड़ लिए जाएं तो यह प्रतिशत और भी अधिक है।दुनियाभर में इतनी अधिक संख्या में किसी धर्म वालों ने इस्लाम नही स्वीकार्य किया है ,,जितना हिन्दुओं ने किया है। मुस्लिम समुदाय के अधिकतर पूर्वज हिन्दू थे।* *अब स्पष्ट सी बात है,जहां जहां हिन्दू मुसलमान में परिवर्तित हुए वहां वहां देश इस्लामिक होता गया।* *जिसे वर्तमान भारत कहा जाता है,वह तो अंग्रेजों द्वारा बनाया गया धर्मशाला है जिसके बॉर्डर हिन्दू बहुलता देखकर निर्धारित किए गए हैं।* *पाकिस्तान भी कभी हिन्दू बहुल था,बांग्लादेश भी था और कश्मीर भी पांच सात सौ साल हिन्दू बहुल ही था,अब वहां हिन्दुओं का अता पता भी कितना है?* *हिन्दू धर्म की शुरुआत वर्तमान पाकिस्तान के सिंध क्षेत्र में मानी जाती है।अब उस क्षेत्र में आपको न हिन्दू मिलेंगे , न मंदिर मिलेंगे और न वो क्षेत्र भारत का हिस्सा रह गया है।* *हां,भारत के राष्ट्रगान में जरूर सांतावना के लिए उस क्षेत्र के नाम को डाल दिया गया है!* 🚩 *एक ही लक्ष्य हिन्दुराष्ट्र*🚩 हिंदू राष्ट्र पर विचार आमंत्रित हैं... https://facebook.com/groups/sanatandharmrakshamsamiti/ ▬▬▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬▬▬ *जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें* असंयतात्मना योगो दुष्प्राप इति मे मतिः । वश्यात्मना तु यतता शक्योऽवाप्तुमुपायतः ॥ *सूर्यदेव भगवान जी की जय* *⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*
*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈* *लेख क्र.-सधस/२०८२/ज्येष्ठ/शु./६-१८०८७* *┈┉══════❀((""ॐ""))❀══════┉┈* 🟠 *स्वदेशी चिकित्सा* 🟠 *आरोग्यं परमं भाग्यं स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम्* बलिनः शीतसंरोधाद्धेमन्ते प्रबलो ९ नलः । भवत्यल्पेन्धना धातून् स पचेद्वायुनेरितः । श्रतो हिम९ स्मिन्सेवेत स्वाद्वम्ललवरगान् रसान् ।। अर्थ : हेमन्त ऋतुचर्या विसर्ग काल में स्वभावतः बल की वृद्धि होती है विशेषकर हेमन्त जो विसर्ग का अन्तिम ऋतु है, उस समय प्राणियों का बल स्वभावतः बढ़ा रहता है, इसलिए बलवान व्यक्तियों के शरीर में शीतल वातावरण के कारण शरीर से उष्मा बाहर न निकालते हुए जठराग्नि को प्रबल बनाता है, यदि इस काल में उस जठराग्नि के ऊपर अल्प ईंधन (भोजन) दिया जाय तो वायु से प्रेरित वह जठराग्नि धातुओं को पचाने लगता है। अतः इस हेमन्त ऋतु में मधुर अम्ल और लवण रसों का अधिक रूप में सेवन करना चाहिए। दैर्ध्यान्निशानामेतर्हि प्रातरेव बुभुक्षितः । अवश्यकार्य सम्भाव्य यथोक्तं शीलयेदनु। वातघ्नतैलैरम्यगं मूर्धिनं तैलं विमर्दनम्। नियुद्धं कुशलैः सार्द्धं पादाघातं च युक्तितः ।। अर्थ : हेमन्त काल में रात्रि के बढ़े होने से प्रातःकाल में ही भूख क्षुधा अधिक लग जाती है, अतः आवश्यक मल, मूत्रादि का त्याग कर इस ऋतु में वातनाशक तैलों का मस्तक के ऊपर अभ्यड (तेल मालिश) और शरीर में तेल का मालिश कुशल शिक्षित व्यक्तियों के साथ कुस्ती लड़ना और पादाघात अर्थात् पैर से यक्ति पूर्वक मर्दन कराना चाहिए। कषायापहृतस्नेहस्ततः स्नातो यथाविधि। कुङ्कुमेन सदर्पण प्रदिग्धो ९ गुरुधूपितः ।। अर्थ : इसके बाद कशाय रस प्रधान आमला, चने का बेसन आदि द्रव्यों का सिर पर मालिश कर तेल की स्निधता को दूर कर विधि पूर्वक स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद केशर कस्तूरी को शरीर में लगाकर अगर के धूआँ से अपने शरीर को धूपित करना चाहिए। *आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः।* ----------------------------------------------- *समिति के सभी संदेश नियमित पढ़ने हेतु निम्न व्हाट्सएप चैनल को फॉलो किजिए ॥🙏🚩⛳* https://whatsapp.com/channel/0029VaHUKkCHLHQSkqRYRH2a ▬▬▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬▬▬ *जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें* असंयतात्मना योगो दुष्प्राप इति मे मतिः । वश्यात्मना तु यतता शक्योऽवाप्तुमुपायतः ॥ *सूर्यदेव भगवान जी की जय* *⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*
*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈* *लेख क्र.-सधस/२०८२/ज्येष्ठ/शु./७* *┈┉══════❀((""ॐ""))❀══════┉┈* *🗓आज का पञ्चाङ्ग एवम् राशिफल 🗓* *🌻 सोमवार, ०२ जून २०२५🌻* *सूर्योदय: 🌅 ०५:४१* *सूर्यास्त: 🌄 १९:०९* *चन्द्रोदय: 🌝 ११:३८* *चन्द्रास्त: 🌜 २४:४०+* *अयन 🌖 उत्तरायण* *ऋतु: ⛈️ ग्रीष्म* *शक सम्वत: 👉 १९४७ (विश्वावसु)* *विक्रम सम्वत: 👉 २०८२ (कालयुक्त)* *युगाब्द (कलि संवत) 👉 ५१२६* *मास 👉 ज्येष्ठ* *पक्ष 👉 शुक्ल* *तिथि 👉 सप्तमी (२०:३४ से अष्टमी)* *नक्षत्र 👉 मघा (२२:५५ से पूर्व फाल्गुनी)* *योग 👉 व्याघात (०८:२१ से हर्षण)* *प्रथम करण 👉 गर (०८:११ तक)* *द्वितीय करण 👉 वणिज (२०:३४ तक)* *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* *॥ गोचर ग्रहा: ॥* *🌖🌗🌖🌗* *सूर्य 🌟 वृषभ* *चंद्र 🌟 सिंह* *मंगल 🌟 कर्क (उदित, पूर्व, मार्गी)* *बुध 🌟 वृषभ (अस्त, पूर्व , मार्गी)* *गुरु 🌟 मिथुन (उदित, पूर्व, मार्गी)* *शुक्र 🌟 मेष (उदित, पूर्व, मार्गी)* *शनि 🌟 मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)* *राहु 🌟 कुम्भ* *केतु 🌟 सिंह* *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* *शुभाशुभ मुहूर्त विचार* *⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳* *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* *अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५८ से १२:५२* *अमृत काल 👉 २०:२३ से २२:०५* *विजय मुहूर्त 👉 १४:४० से १५:३४* *गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:०८ से १९:२९* *सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:०९ से २०:१२* *निशिता मुहूर्त 👉 २४:०४+ से २४:४६+* *ब्रह्म मुहूर्त 👉 २८:१६+ से २८:५९+* *राहुकाल 👉 ०७:२२ से ०९:०३* *गुलिक काल 👉 १४:०६ से १५:४७* *यमगण्ड 👉 १०:४४ से १२:२५* *दुर्मुहूर्त 👉 १२:५२ से १३:४६* *वर्ज्य 👉 १०:१६ से ११:५७* *भद्रा 👉 २०:३४ से २९:४१+* *गण्ड मूल 👉 ०५:४१ से २२:५५* *आडल योग 👉 ०५:४१ से २२:५५* *होमाहुति 👉 शुक्र* *दिशा शूल 👉 पूर्व* *राहुकाल वास 👉 उत्तर-पश्चिम* *अग्निवास 👉 पाताल (२०:३४ से पृथ्वी)* *भद्रावास 👉 मृत्यु (२०:३४ से पूर्ण रात्रि)* *चन्द्रवास 👉 पूर्व* *शिववास 👉 भोजन में (२०:३४ से श्मशान में)* *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* *☄चौघड़िया विचार☄* *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* *॥ दिन का चौघड़िया ॥* *१ - अमृत २ - काल* *३ - शुभ ४ - रोग* *५ - उद्वेग ६ - चर* *७ - लाभ ८ - अमृत* *॥ रात्रि का चौघड़िया॥* *१ - चर २ - रोग* *३ - काल ४ - लाभ* *५ - उद्वेग ६ - शुभ* *७ - अमृत ८ - चर* *नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।* *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* *शुभ यात्रा दिशा* *🚌🚈🚗⛵🛫* *(दक्षिण) दर्पण देखकर यात्रा करें* *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* *तिथि विशेष* *🗓📆🗓📆* *〰️〰️〰️〰️* *ज्येष्ठ शुक्ल सप्तमी आदि* *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* *आज जन्मे शिशुओं का नामकरण* *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* *आज २२:५५ तक जन्मे शिशुओं के नाम मघा नक्षत्र के अनुसार क्रमशः (म', 'मा', 'मि', 'मी', 'मु', 'मे') नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है॥* *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* *उदय लग्न मुहूर्त* *वृषभ - ०४:३७ से ०६:३५* *मिथुन - ०६:३५ से ०८:४९* *कर्क - ०८:४९ से ११:०५* *सिंह - ११:०५ से १३:१७* *कन्या - १३:१७ से १५:२८* *तुला - १५:२८ से १७:४२* *वृश्चिक - १७:४२ से १९:५८* *धनु - १९:५८ से २२:०३* *मकर - २२:०३ से २३:५०* *कुम्भ - २३:५० से २५:२३+* *मीन - २५:२३+ से २६:५३+* *मेष - २६:५३+ से २८:३३+* 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ *पञ्चक रहित मुहूर्त* *शुभ मुहूर्त - ०५:४१ से ०६:३५* *रज पञ्चक - ०६:३५ से ०८:४९* *शुभ मुहूर्त - ०८:४९ से ११:०५* *चोर पञ्चक - ११:०५ से १३:१७* *शुभ मुहूर्त - १३:१७ से १५:२८* *रोग पञ्चक - १५:२८ से १७:४२* *शुभ मुहूर्त - १७:४२ से १९:५८* *मृत्यु पञ्चक - १९:५८ से २०:३४* *अग्नि पञ्चक - २०:३४ से २२:०३* *शुभ मुहूर्त - २२:०३ से २२:५५* *रज पञ्चक - २२:५५ से २३:५०* *शुभ मुहूर्त - २३:५० से २५:२३+* *चोर पञ्चक - २५:२३+ से २६:५३+* *रज पञ्चक - २६:५३+ से २८:३३+* *शुभ मुहूर्त - २८:३३+ से २९:४१+* 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ ⭕नोट- पंचांग में जहां कहीं भी समय के साथ उपर्युक्त 👉(➕) चिन्ह का प्रयोग किया जा रहा है वहां उसका आशय अगले दिवस के समय के लिये समझा जाये॥😊🙏🏻 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ *आज का सुविचार* ⛳🔱😊🙏🏻⚜️🕉️ *शब्दों की मिठास से अंदर का भेद नहीं पता चल सकता है, मोर को देख के,कौन कह सकता हैं कि ये साँप खाता होगा॥✅😊🙏🏻* *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* *आज का राशिफल* *🐐🐂💏💮🐅👩* *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* *मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)* *आज का दिन आपके लिए धैर्य व संयम से काम लेने के लिए रहेगा। आपका किसी बात को लेकर मन परेशान रहेगा। परिवार का कोई सदस्य काम के लिए कहीं बाहर जा सकता है। विद्यार्थियों को पढ़ाई लिखाई पर पूरा ध्यान देना होगा। आपकी कुछ नया करने की इच्छा जागृत हो सकती है। आपको अपनी कमी को सुधार कर अपने कामों में जुटना होगा। आप किसी से कोई वादा बहुत ही सोच समझ कर करें। पिताजी आपको कोई सलाह दे सकते हैं।* *वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)* *आज का दिन आपके लिए इनकम को बढ़ाने वाला रहेगा। आपका कोई लंबे समय से रुका हुआ काम पूरा हो सकता है। जीवनसाथी की ओर से आपको कोई सरप्राइज गिफ्ट मिल सकता है। पारिवारिक समस्याएं भी यदि लंबे समय से आपको घेरे हुए थी, तो वह भी काफी हद तक दूर होंगी। आप जीवनसाथी के साथ मिलकर किसी नए काम की शुरुआत कर सकते हैं। आपको किसी सामाजिक आयोजन में सम्मिलित होने का मौका मिलेगा।* *मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)* *आज का दिन आपके लिए मध्यम रुप से फलदायक रहने वाला है। आपको अपने कामों को लेकर जल्दबाजी दिखाने से बचना होगा। आपको शीघ्रता व भावुकता में कोई निर्णय नहीं लेना है। आपको किसी काम को लेकर कहीं बाहर जाना भी पड़े, तो कीमती सामानों की सुरक्षा आवश्य करें। आईटी सेक्टर से जुड़े लोगों को कोई बड़ा ऑर्डर मिल सकता है। आपको अच्छा धन मिलने से आप इन्वेस्टमेंट के बारे में भी सोचेंगे।* *कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)* *आज का दिन आपके लिए स्वास्थ्य के लिहाज से कमजोर रहने वाला है। आप किसी समस्या को छोटा समझे, तो वह आज बढ़ सकती है। आप शारीरिक रूप से कमजोर रहेंगे। आपको किसी दूसरे के मामले में बेवजह बोलने से बचना होगा। आपने कोई राज यदि लंबे समय से छुपा रखा था, तो वह परिवार के सदस्यों के सामने उजागर हो सकता है। आपको पुराने झगड़े व झंझटों से छुटकारा मिलेगा। कोई कानूनी मामला आपको खुशी दे सकता है।* *सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)* *आज आपको अपनी वाणी व व्यवहार पर संयम रखने की आवश्यकता है। आपके बॉस से आपके रिश्ते काफी बेहतर रहेंगे, लेकिन आपके आसपास कुछ शत्रु भी बने रहेंगे। आपको कोई चोट चपेट आदि लगने की संभावना है। आप यदि किसी नए काम की शुरुआत करने की सोच रहे हैं, तो आपको उसमें थोड़ा धैर्य रखना होगा। आपका कोई सहयोगी आपके कामों को बिगाड़ने की कोशिश कर सकता है। आप शीघ्रता व भावुकता में कोई निर्णय न ले। विद्यार्थियों को पढ़ाई लिखाई में लापरवाही नहीं करनी है।* *कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)* *आज का दिन आपके लिए खुशनुमा रहने वाला है। आपके चारों ओर का वातावरण खुशनुमा रहेगा। आपको कोई नौकरी से संबंधित खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। आप किसी धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं। परिवार में किसी मांगलिक कार्यक्रम को लेकर बातचीत हो सकती हैं। कोई विवाद को लेकर जीवनसाथी से कहासुनी होने की संभावना है। आपको किसी दूसरे के मामले में बेवजह बोलने से बचना होगा। आपका कोई मित्र आपके लिए खुशखबरी लेकर आ सकता है।* *तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)* *आज का दिन आपके लिए तरक्की की राह पर आगे बढ़ने के लिए रहेगा। आपको किसी दूसरी नौकरी का ऑफर आ सकता है। परिवार में माताजी आपको कोई जिम्मेदारी दे सकती है। आप घर से ज्यादा बाहर के कामों पर ध्यान लगाएंगे। आपको किसी काम को पूरा करने मे यदि कोई समस्या आ रही थी, तो उसके लिए आप अपने भाई से सलाह ले सकते हैं, लेकिन वाहनों का प्रयोग आपको थोड़ा सावधान रहकर करना होगा, क्योंकि कोई दुर्घटना होने की संभावना है।* *वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)* *आज का दिन आपके लिए उलझनों भरा रहने वाला है। आपका कोई मित्र आपसे लंबे समय बाद मिलने आ सकता है। आपके मन में यदि किसी बात को लेकर संशय बना हुआ है, तो आप उसमें बिल्कुल आगे ना बढ़ें। आप अपने मनमौजी स्वभाव के कारण कामों में कोई गड़बड़ी भी कर सकते हैं। आपके बॉस से आपके रिश्ते में थोड़ी कड़वाहट रहेगी। आप अच्छे भोजन का आनंद लेंगे। किसी शारीरिक समस्या को आप छोटा ना समझे।* *धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)* *आज का दिन आपके लिए सामान्य रहने वाला है। आपको कोई पुरानी गलती से सबक लेना होगा। आपकी कोई मन की इच्छा पूरी होने से खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा। पूजा पाठ में आपका खूब मन लगेगा। आपको किसी विरोधी की बातों में आने से बचना होगा। आप अपने धन का निवेश बहुत ही सोच समझकर करें। संतान की फरमाइश पर आप किसी नए वाहन को घर लेकर आ सकते हैं। आपको किसी दूर रहे परिजन की याद सता सकती है। नौकरी में कार्यरत लोगों को कहीं बाहर जाना पड़ सकता है।* *मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)* *आज का दिन आपके लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। आपकी कुछ महत्वपूर्ण लोगों से मुलाकात होगी। जो आपके व्यवसाय में धन लगाने में आपकी पूरी मदद करेंगे। राजनीति की ओर कदम बढ़ा रहे लोगों को थोड़ा सावधान रहना होगा। प्रेम जीवन जी रहे लोग अपने साथी से कोई भी बात सोच समझ कर बोले, उनके रिश्ते में खटास आने की संभावना है। आपको अपने मित्रों के साथ कुछ समय मौज मस्ती करने में व्यतीत करेंगे। आपको व्यवसाय में अच्छा प्रॉफिट मिल सकता है।* *कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)* *आज का दिन आपके लिए तनावग्रस्त रहने वाला है। परिवार में किसी सदस्य की सेहत में गिरावट आने से आपको टेंशन बनी रहेगी। भाग दौड़ भी अधिक रहेगी। नौकरी में आपके बॉस आपको कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकते हैं। भाई व बहनों का आपको पूरा साथ मिलेगा। जीवनसाथी की ओर से आपको कोई सरप्राइज गिफ्ट मिल सकता है। आप कहीं घूमने फिरने जाएं, तो वहां किसी से कोई बात बहुत ही सोच समझ कर बोले। आपका कोई पुराना लेनदेन पूरा होगा।* *मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)* *आज का दिन आपके लिए धन धान्य में वृद्धि लेकर आने वाला है। आपको आपका डूबा हुआ धन मिलने से खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा। आपको अपने आसपास रह रहे विरोधियों से थोड़ा सतर्क रहना होगा। आप किसी को बिना मांगे सलाह देने से बचे। संतान ने यदि किसी प्रतियोगिता में भाग लिया था, तो उसमें उन्हें जीत मिलेगी। परिवार व प्रॉपर्टी को लेकर कोई घमासान छिड़ सकता है। आपको अपने कामों को लेकर योजना बनाकर चलना होगा।* ▬▬▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬▬▬ *जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें* तत्र तं बुद्धिसंयोगं लभते पौर्वदेहिकम् । यतते च ततो भूयः संसिद्धौ कुरुनन्दन । *बाबा महाकाल जी की जय* *⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*
*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈* *लेख क्र.-सधस/२०८२/ज्येष्ठ/शु./६-१८०८९* *┈┉══════❀((""ॐ""))❀══════┉┈* https://t.me/+byRLQE4DlRQ1ZmM9 *भविष्य पुराण* गणपतिको यहाँ परब्रह्यरूपमें चित्रित किया गया है। भूतभावन सदाशिवकी तपस्यासे प्रसत्र होकर भगवती पार्वतीके पुत्ररूपमें जन्म लेनेका उन्हें वर प्रदान किया। तदनन्तर उन्होंने भगवान् शिवके पुत्ररूपमें अवतार धारण किया। इसमें रावण एवं कुम्भकर्णक जन्मको कथा, रुद्रावतार श्रीहनुमान्जीको रोचक कथा भी मिलती है। केसरीकी पात्री अंजनीके गर्भसे श्रीहनुमत्रलालजी अवतार धारण करते हैं। आकाशमें उगते हुए साल सूर्यको देख फल समझकर उसे निगलनेका प्रयास करते हैं। सूर्यके अभावमें अन्धकार देखकर इन्द्रने उनकी हनु (ठुड्डी) पर कबसे प्रहार किया, जिससे हनुमान्को ठुड्डी टेड़ी हो जाती है और वे पृथ्वीपर गिर पड़ते है, जिससे उनका नाम हनुमान् पड़ा। इसी बीच रावण उनकी पूँछ पकड़कर लटक जाता है। फिर भी उन्होंने सूर्यको नहीं छोड़ा। एक वर्षतक रावणसे युद्ध होता रहा। अन्तमें रावणके *क्रमशः* ▬▬▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬▬▬ *जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें* असंयतात्मना योगो दुष्प्राप इति मे मतिः । वश्यात्मना तु यतता शक्योऽवाप्तुमुपायतः ॥ *सूर्यदेव भगवान जी की जय* *⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*
*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈* *लेख क्र.-सधस/२०८२/ज्येष्ठ/शु./६-१८०८५* *┈┉══════❀((""ॐ""))❀══════┉┈* 🔱 *व्यस्त जीवनशैली में से कुछ मिनट लगा कर अपने शास्त्र, पुराण अवश्य पढ़े,जीवन सरल हो जाएगा।*🔱 *🙏🏻ब्रह्मसूत्र🙏🏻* 🕉️ *१. पहला अध्याय* 🕉️ ♦️ *चौथा पाद*♦️ ✡️ *वेदान्त दर्शन* ✡️ ♦️ *सूत्र २ : 'सूक्ष्मं तु तदर्हत्वात् ।'* 👉भावार्थ: किन्तु इस प्रकरण में 'शरीर' शब्द से सूक्ष्म शरीर गृहीत होता है क्योंकि परमधाम की यात्रा में रथ के स्थान पर उसी को मानना उचित है। 🔅 *व्याख्या-* यह 'अव्यक्त' परमात्मा की शक्ति रूप प्रकृति सूक्ष्म है जो देखने और वर्णन करने में नहीं आती । उसी का अंश कारण शरीर है अतः उसे 'अव्यक्त' कहना उचित है। परमधाम की यात्रा में यह सूक्ष्म शरीर ही जाता है। इसलिए 'इसी को 'रथ' कहा गया है । *क्रमश:________* 🕉️ *सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।* 🕉️ *समिति के सभी संदेश नियमित पढ़ने हेतु निम्न व्हाट्सएप चैनल को फॉलो किजिए ॥🙏🚩⛳* https://whatsapp.com/channel/0029VaHUKkCHLHQSkqRYRH2a ▬▬▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬▬▬ *जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें* असंयतात्मना योगो दुष्प्राप इति मे मतिः । वश्यात्मना तु यतता शक्योऽवाप्तुमुपायतः ॥ *सूर्यदेव भगवान जी की जय* *⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*
*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈* *लेख क्र.-सधस/२०८२/ज्येष्ठ/शु./६-१८०९०* *┈┉══════❀((""ॐ""))❀══════┉┈* https://t.me/+byRLQE4DlRQ1ZmM9 *खेती को गुलाम बनाया अंग्रेजों ने* चार सौ टका दाम बढ़ जायेगा। पाँच सौ टका दाम बढ़ेगा। लेकिन जो किसान बाजार में बेचने के लिए जायेगा कोई चीज तो उसका दाम नहीं बढ़ता। तो हमेशा खेती घाटे का सौदा रहती है। खेती में जो लगाते हैं वो निकलता नहीं और खेती में जितना लगाते6/110 नहीं है तो किसान की खेती घाटे में आ जाती है और जब घाटे की खेती करना किसान शुरु करता है तो कर्जदार होता है। कई-कई से कर्ज लेता है या साहूकार से या बैंकों से ले और कर्जदार हो जाता है। तो उसकी हालत और भी दयनीय हो जाती है। *क्रमशः* ▬▬▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬▬▬ *जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें* असंयतात्मना योगो दुष्प्राप इति मे मतिः । वश्यात्मना तु यतता शक्योऽवाप्तुमुपायतः ॥ *सूर्यदेव भगवान जी की जय* *⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*
*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈* *लेख क्र.-सधस/२०८२/ज्येष्ठ/शु./७-१८०९२* *┈┉══════❀((""ॐ""))❀══════┉┈* *।। ॐ तत्सत् ।। ।। श्रीगणेशायः नमः ।।* 🚩 *श्रीमद्भागवतमहापुराणम्* 🚩 ⛳ *चतुर्थः स्कन्धः* ⛳ ⛳ *अथ सप्तमोऽध्यायः*⛳ 🚩🕉️ *दक्षयज्ञ की पूर्ति*🚩🕉️ ⛳ *श्लोक_५१ से ५५* ⛳ 🔆 *आत्ममायां समाविश्य सोऽहं गुणमयीं द्विज । सृजन् रक्षन् हरन् विश्वं दधे संज्ञां क्रियोचिताम् ।।५१।।* 👉 अर्थात् _विप्रवर! अपनी त्रिगुणात्मिका माया को स्वीकार करके मैं ही जगत् की रचना, पालन और संहार करता रहता हूँ और मैंने ही उन कर्मों के अनुरूप ब्रह्मा, विष्णु और शंकर- ये नाम धारण किये हैं ।।५१।। 🔆 *तस्मिन् ब्रह्मण्यद्वितीये केवले परमात्मनि । ब्रह्मरुद्रौ च भूतानि भेदेनाज्ञोऽनुपश्यति ।। ५२।।* 👉 अर्थात् _ऐसा जो भेद रहित विशुद्ध परब्रह्म स्वरूप मैं हूँ, उसी में अज्ञानी पुरुष ब्रह्मा, रुद्र तथा अन्य समस्त जीवों को विभिन्न रूप से देखता है ।। ५२ ।। 🔆 *यथा पुमान्न स्वांगेषु शिरः पाण्यादिषु क्वचित् । पारक्यबुद्धिं कुरुते एवं भूतेषु मत्परः ।।५३।।* 👉 अर्थात् _जिस प्रकार मनुष्य अपने सिर, हाथ आदि अंगों में 'ये मुझसे भिन्न हैं' ऐसी बुद्धि कभी नहीं करता, उसी प्रकार मेरा भक्त प्राणिमात्र को मुझसे भिन्न नहीं देखता ।।५३।। 🔆 *त्रयाणामेकभावानां यो न पश्यति वै भिदाम् । सर्वभूतात्मनां ब्रह्मन् स शान्तिमधिगच्छति ।।५४।।* 👉 अर्थात् _ब्रह्मन् ! हम-ब्रह्मा, विष्णु और महेश्वर- तीनों स्वरूपतः एक ही हैं और हम ही सम्पूर्ण जीवरूप हैं, अतः जो हममें कुछ भी भेद नहीं देखता, वही शान्ति प्राप्त करता है ।।५४।। 🔆 *मैत्रेय उवाच* *एवं भगवताऽऽदिष्टः प्रजापतिपतिर्हरिम् । अर्चित्वा क्रतुना स्वेन देवानुभयतोऽयजत् ।।५५।।* 👉 अर्थात् _श्री मैत्रेय जी कहते हैं- भगवान् के इस प्रकार आज्ञा देने पर प्रजापतियों के नायक दक्ष ने उनका त्रिकपाल-यज्ञ के द्वारा पूजन करके फिर अंगभूत और प्रधान दोनों प्रकार के यज्ञों से अन्य सब देवताओं का अर्चन किया ।।५५।। 🕉️ *हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।* *हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥* 🕉️ 🚩 *समिति के सभी संदेश नियमित पढ़ने हेतु निम्न व्हाट्सएप चैनल को फॉलो किजिए॥*🙏⛳🚩 ▬▬▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬▬▬ *जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें* तत्र तं बुद्धिसंयोगं लभते पौर्वदेहिकम् । यतते च ततो भूयः संसिद्धौ कुरुनन्दन । *बाबा महाकाल जी की जय* *⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*
*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈* *लेख क्र.-सधस/२०८२/ज्येष्ठ/शु./७-१८०९१* *┈┉══════❀((""ॐ""))❀══════┉┈* ⛳🚩🚩🛕 *जय श्रीराम* 🛕🚩🚩⛳ ************************************** 🙏 *श्रीराम – जय राम – जय जय राम* 🙏 ************************ 🌞 *श्रीरामचरितमानस* 🌞 🕉️ *सप्तम सोपान* 🕉️ ☸️ *उत्तर काण्ड*☸️ ⛳ *चौपाई १ से ४, दोहा ६०*⛳ *तब खगपति बिरंचि पहिं गयऊ । निज संदेह सुनावत भयऊ ॥ सुनि बिरंचि रामहि सिरु नावा । समुझि प्रताप प्रेम अति छावा ॥* तब पक्षिराज गरुड़ ब्रह्माजी के पास गये और अपना सन्देह उन्हें कह सुनाया। उसे सुनकर ब्रह्माजी ने श्रीरामचन्द्रजी को सिर नवाया और उनके प्रताप को समझकर उनके अत्यन्त प्रेम छा गया ॥ १ ॥ *मन महुँ करइ बिचार बिधाता। माया बस कबि कोबिद ग्याता ॥ हरि माया कर अमिति प्रभावा । बिपुल बार जेहिं मोहि नचावा ॥* ब्रह्माजी मन में विचार करने लगे कि कवि, कोविद और ज्ञानी सभी माया के वश हैं। भगवान् की माया का प्रभाव असीम है, जिसने मुझ तक को अनेकों बार नचाया है ॥ २ ॥ *अग जगमय जग मम उपराजा । नहिं आचरज मोह तब बोले बिधि गिरा सुहाई। जान महेस राम खगराजा ॥ प्रभुताई ॥* यह सारा चराचर जगत् तो मेरा रचा हुआ है। जब मैं ही मायावश नाचने लगता हूँ, तब पक्षिराज गरुड़ को मोह होना कोई आश्चर्य [की बात नहीं है। तदनन्तर ब्रह्माजी सुन्दर वाणी बोले-श्रीरामजी की महिमा को महादेवजी जानते हैं ॥ ३ ॥ *बैनतेय संकर पहिं जाहू। तात अनत पूछहु जनि काहू ॥ तहँ होइहि तव संसय हानी । चलेउ बिहंग सुनत बिधि बानी ॥* हे गरुड़ ! तुम शंकरजी के पास जाओ। हे तात ! और कहीं किसी से न पूछना। तुम्हारे सन्देह का नाश वहीं होगा। ब्रह्माजी का वचन सुनते ही गरुड़ चल दिये ॥ ४ ॥ *दोहा* *परमातुर बिहंगपति आयउ तब मो पास। जात रहेउँ कुबेर गृह रहिहु उमा कैलास ॥ ६० ॥* तब बड़ी आतुरता (उतावली) से पक्षिराज गरुड़ मेरे पास आये। हे उमा ! उस समय मैं कुबेर के घर जा रहा था और तुम कैलास पर थीं ॥ ६० ॥ 🙏 *श्रीराम – जय राम – जय जय राम* 🙏🚩⛳ *समिति के सभी संदेश नियमित पढ़ने हेतु निम्न व्हाट्सएप चैनल को फॉलो किजिए ॥🙏🚩⛳* https://whatsapp.com/channel/0029VaHUKkCHLHQSkqRYRH2a ▬▬▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬▬▬ *जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें* तत्र तं बुद्धिसंयोगं लभते पौर्वदेहिकम् । यतते च ततो भूयः संसिद्धौ कुरुनन्दन । *बाबा महाकाल जी की जय* *⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*
*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈* *लेख क्र.-सधस/२०८२/ज्येष्ठ/शु./६-१८०८६* *┈┉══════❀((""ॐ""))❀══════┉┈* *जीवन के सार्थक🌞 संदेश🙏🏻* *विद्वान 🗣उवाच* *🌻संस्कृत श्लोक🌻* *⛳यस्य कृत्यं न विघ्नन्ति शीतमुष्णं भयं रतिः ।🚩* *⛳समृद्धिरसमृद्धिर्वा स वै पण्डित उच्यते ॥🚩* *🌷हिंदी भावार्थ🌷* *🌺जो व्यक्ति सरदी-गरमी, अमीरी-गरीबी, प्रेम-धृणा इत्यादि विषय परिस्थितियों में भी विचलित नहीं होता और तटस्थ भाव से अपना राजधर्म निभाता है, वही सच्चा ज्ञानी है।🌺* *🌹ऐसे ही संदेश प्राप्त करने के लिए पढ़ते रहे🌹🙏🏻* ▬▬▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬▬▬ *जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें* असंयतात्मना योगो दुष्प्राप इति मे मतिः । वश्यात्मना तु यतता शक्योऽवाप्तुमुपायतः ॥ *सूर्यदेव भगवान जी की जय* *⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*
*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈* *लेख क्र.-सधस/२०८२/ज्येष्ठ/शु./६-१८०८४* *┈┉══════❀((""ॐ""))❀══════┉┈* *जागो हिंदू* 🕉️🇮🇳 🚩 धर्म, शासन और सेवा का दुर्लभ संगम लोकमाता अहल्याबाई होल्कर: काशी से केदारनाथ तक जिनकी छाप, आत्ममंथन माँगती है 300वीं जयंती ➖ @WeSupportOpIndia ➖ https://hindi.opindia.com/miscellaneous/indology/300th-birth-anniversary-300-jayanti-of-ahilyabai-holkar-maratha-lokmata/ Follow the ⛳सनातन धर्मरक्षक समिति⛳ channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaHUKkCHLHQSkqRYRH2a ▬▬▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬▬▬ *जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें* असंयतात्मना योगो दुष्प्राप इति मे मतिः । वश्यात्मना तु यतता शक्योऽवाप्तुमुपायतः ॥ *सूर्यदेव भगवान जी की जय* *⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*