⛳सनातन धर्मरक्षक समिति⛳
June 2, 2025 at 02:52 AM
*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈* *लेख क्र.-सधस/२०८२/ज्येष्ठ/शु./७-१८०९२* *┈┉══════❀((""ॐ""))❀══════┉┈* *।। ॐ तत्सत् ।। ।। श्रीगणेशायः नमः ।।* 🚩 *श्रीमद्भागवतमहापुराणम्* 🚩 ⛳ *चतुर्थः स्कन्धः* ⛳ ⛳ *अथ सप्तमोऽध्यायः*⛳ 🚩🕉️ *दक्षयज्ञ की पूर्ति*🚩🕉️ ⛳ *श्लोक_५१ से ५५* ⛳ 🔆 *आत्ममायां समाविश्य सोऽहं गुणमयीं द्विज । सृजन् रक्षन् हरन् विश्वं दधे संज्ञां क्रियोचिताम् ।।५१।।* 👉 अर्थात् _विप्रवर! अपनी त्रिगुणात्मिका माया को स्वीकार करके मैं ही जगत्‌ की रचना, पालन और संहार करता रहता हूँ और मैंने ही उन कर्मों के अनुरूप ब्रह्मा, विष्णु और शंकर- ये नाम धारण किये हैं ।।५१।। 🔆 *तस्मिन् ब्रह्मण्यद्वितीये केवले परमात्मनि । ब्रह्मरुद्रौ च भूतानि भेदेनाज्ञोऽनुपश्यति ।। ५२।।* 👉 अर्थात् _ऐसा जो भेद रहित विशुद्ध परब्रह्म स्वरूप मैं हूँ, उसी में अज्ञानी पुरुष ब्रह्मा, रुद्र तथा अन्य समस्त जीवों को विभिन्न रूप से देखता है ।। ५२ ।। 🔆 *यथा पुमान्न स्वांगेषु शिरः पाण्यादिषु क्वचित् । पारक्यबुद्धिं कुरुते एवं भूतेषु मत्परः ।।५३।।* 👉 अर्थात् _जिस प्रकार मनुष्य अपने सिर, हाथ आदि अंगों में 'ये मुझसे भिन्न हैं' ऐसी बुद्धि कभी नहीं करता, उसी प्रकार मेरा भक्त प्राणिमात्र को मुझसे भिन्न नहीं देखता ।।५३।। 🔆 *त्रयाणामेकभावानां यो न पश्यति वै भिदाम् । सर्वभूतात्मनां ब्रह्मन् स शान्तिमधिगच्छति ।।५४।।* 👉 अर्थात् _ब्रह्मन् ! हम-ब्रह्मा, विष्णु और महेश्वर- तीनों स्वरूपतः एक ही हैं और हम ही सम्पूर्ण जीवरूप हैं, अतः जो हममें कुछ भी भेद नहीं देखता, वही शान्ति प्राप्त करता है ।।५४।। 🔆 *मैत्रेय उवाच* *एवं भगवताऽऽदिष्टः प्रजापतिपतिर्हरिम् । अर्चित्वा क्रतुना स्वेन देवानुभयतोऽयजत् ।।५५।।* 👉 अर्थात् _श्री मैत्रेय जी कहते हैं- भगवान्‌ के इस प्रकार आज्ञा देने पर प्रजापतियों के नायक दक्ष ने उनका त्रिकपाल-यज्ञ के द्वारा पूजन करके फिर अंगभूत और प्रधान दोनों प्रकार के यज्ञों से अन्य सब देवताओं का अर्चन किया ।।५५।। 🕉️ *हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।* *हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥* 🕉️ 🚩 *समिति के सभी संदेश नियमित पढ़ने हेतु निम्न व्हाट्सएप चैनल को फॉलो किजिए॥*🙏⛳🚩 ▬▬▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬▬▬ *जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें* तत्र तं बुद्धिसंयोगं लभते पौर्वदेहिकम् । यतते च ततो भूयः संसिद्धौ कुरुनन्दन । *बाबा महाकाल जी की जय* *⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*
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