
UN Hindi (संयुक्त राष्ट्र)
June 9, 2025 at 09:30 AM
भारत में झुलसा देने वाली गर्मी का मौसम करोड़ों लोगों के लिए एक चुनौती बन जाता है. इस साल भी, मई में देश के कई हिस्सों में पारा 50°C के नज़दीक पहुँच गया और उमस ने बेहाल कर दिया.
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के भारत कार्यालय के प्रमुख, बालकृष्ण पिसुपति का कहना है कि *यही वो समय है, जहाँ पर नैसर्गिक शीतलन तकनीकें (passive cooling) महत्वपूर्ण समाधान बन सकते हैं.*
पेड़ों की छाँव देने वाले फुटपाथ, हवादार इमारतें, बस टर्मिनल की ठंडी छत, ऐसे कई स्वाभाविक उपाय हैं जिन्हें तपतपाते मौसम से लोगों को राहत दिलाने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है और इससे जलवायु चुनौती से निपटने में मदद भी मिल रही है.
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