कविता का संगम
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कविता का संगम ✒️📖
May 17, 2025 at 04:06 AM
सब कुछ इतना खाली सा क्यों लगता है? खिलखिलाता चेहरा अंदर से उदास क्यों रहता है? ये दिल खुद से इतने सवाल क्यों करता है? तुम्हें पास से निहारने वाली आंखे आज थक कर भी जाग रही है तुम पास नही होते हो तभी ये क्यों होता है? पास होना किसे कहते है? तुमसे बातें कर के ये पता चलता है फिर भी तुम कहते हो तो चुप रहकर भी कुछ सीखा जा सकता है ~ आयुष 🕊️

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