Anjuman Zeya E Akhtar
Anjuman Zeya E Akhtar
May 16, 2025 at 07:25 AM
बिल्कुल असली वीडियो है AI जेनरेटेड नही है 3,4 जगह से क्रॉस चेक करने के बाद पोस्ट कर रहा हूँ। एक बार यह वीडियो देखिये। बालों को खोलकर नाचने वाली सभी लड़कियां मुसलमान हैं। टिकटोक पर या रील बनाकर पैसे कमाने के लिए नही नाच रही हैं बल्कि सो कॉल्ड इस्लामी ख़लीफ़ा के मेहमान दोलांड ट्रम्प को ख़ुश करने के लिए इनको सेल्फ़ क्लेमेड इस्लामी ख़लीफ़ा ने नाचने का हुक्म दिया है। यूएई में एक सरकारी तक़रीब के दौरान अमरीका के सदर डोनाल्ड ट्रम्प का वहां के बादशाह और कुछ हिंदी मुसलमानों के ख़लीफ़ा मोहम्मद बिन ज़ायद की तरफ़ से इस्तक़बाल किया जा रहा था। लेकिन इस्तक़बाल का अंदाज़ ऐसा कि रूह कांप जाए। सफ़ेद लिबासों में लिपटी हुई लड़कियाँ, खुले बालों में लाइन से खड़ी। और जैसे ही ट्रम्प उनके दरमियान से गुज़रे, सब ने अपने सर गोल गोल घुमा कर बालों को लहराना शुरू कर दिया। ये सब कैमरों के सामने, सैकड़ों लोगों के सामने और हाँ, सबसे बढ़ कर अल्लाह के सामने। ऊपर से बड़ी बात यह के ये लोग ख़ुद को तौहीद वाले कहते हैं। सवाल ये नहीं कि ट्रम्प कौन है। सवाल ये भी नहीं कि कौन सा मुल्क है। सवाल ये है कि क्या मुसलमान औरत का ये शायान-ए-शान है? क्या इस्लाम हमें यही सिखाता है? इस्लाम ने औरत को इज़्ज़त दी, पर्दा दिया, हया दी, तक़द्दुस दिया। लेकिन आज उसी औरत को उसकी सबसे बड़ी दौलत — हया — से महरूम किया जा रहा है। खुले बालों के साथ, गैर-मर्दों के सामने जिस्म को हिलाना, बालों को लहराना — ये सब क्या सिर्फ "रिवायत" के नाम पर जायज़ हो जाएगा? खुले बाल, जिस्म की हरकत, लिबास की नज़ाकत — ये सब ज़ीनत है। और जब ये सब किसी ग़ैर-महरम मर्द के सामने किया जाए तो ये बेहयाई है, गुनाह है, अल्लाह की नाफ़रमानी है सरकारी तक़रीब में बेहयाई? आज मुसलमान हुक्काम खुद इन तक़रीबों के सरपरस्त हैं। औरतों को बाल लहराने के लिए लाइन में खड़ा करना, ट्रम्प जैसे लोगों के सामने अपने मुल्क की बेटियों को नचवाना ये क्या इस उम्मत की गैरत है? https://whatsapp.com/channel/0029VaA7lGb59Pwb3kkrbB2k
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