
Anjuman Zeya E Akhtar
May 25, 2025 at 10:56 AM
हुज़ूर मुहद्दिस-ए-कबीर ने उर्स-ए-मुजीबी में हुज़ूर क़ाइद-ए-मिल्लत की शान में बेहद गहरे और रूहानी जुमले कुछ यूँ इरशाद फरमाए:
मैं समझ रहा था के 92 का अदद मेरी मौत को मिल जाएगा तो बड़ी बा बरकत होगी, मगर इंतेज़ार में था दुआ इन्होंने (हुज़ूर क़ाइद ए मिल्लत) ने कर दी
“अल्लाह इनकी उम्र और लंबी करे’’
अब मैं कहने लगा जाह!! आला हज़रत के जानशीन ने कह दिया तो अब मुझे 92 वाली उमर नही मिली बढ़ गई, आगे चलिए तो ये इस लिए बेहर हाल आपके सामने एक बुज़ुर्ग बैठे हैं, दाढी मेरी ज़्यादा सफेद हो या मेरी उम्र इनसे ज़्यादा, इनसे ज़्यादा क्या ? हुज़ूर-ए-सय्यदी ताजुश्शरिअह अलैहिर्रहमा से 8 साल मेरी उम्र ज़्यादी थी बड़े वो थे, उम्र मेरी ज़्यादा थी। और आज बड़े ये (हुज़ूर क़ाइद-ए-मिल्लत) हैं, और उम्र मेरी ज़्यादा है!
समझे आप ? इसलिए अब मेरे लिए आप सब दुआ करो अल्लाह हुस्न ए ख़ातिमा से नवाज़े।
.
.
.
#huzoortaajushshariah
#huzoormuhaddisekabeer
#huzoorqaaidemillat
#ursemujeebi
#hyderabad
❤️
2