
Anjuman Zeya E Akhtar
May 26, 2025 at 02:14 PM
मुल्क के कोने-कोने में फरोग़-ए-सुन्नियत और तरवीज-ए-मस्लक-ए-रज़ा की खातिर शब व रोज़ कोशाँ रहने के बावजूद जो इस सख्त गर्मी और 92 साल की उम्र में पाबंदी-ए-वक़्त के साथ मसनद-ए-तदरीस का वकार बनकर बुखारी शरीफ और अल-अशबाह वल नज़ाइर जैसी अज़ीम किताबों का दर्स दे,
दुनिया ए सुन्नियत में इस अज़ीम शख्सियत को हुज़ूर मुहद्दिस-ए-कबीर दामत बरकातहमुल आलिया कहा जाता है ❤️
#जामिया_अमजदिया
#livingbahareshariat
#huzoor_muhaddis_e_kabeer🌹

❤️
👍
4