Bhajan Ganga
Bhajan Ganga
May 17, 2025 at 07:51 AM
महल राधिका का,बुहारा करेंगे उन्हें आते जाते,निहारा करेंगे महल राधिका.... चरण सेवा जीवन का,उदेश होगा समय गहवर वन में,गुज़रा करेंगे उन्हें आते जाते,निहारा करेंगे महल राधिका.... ढुंढेंगे उनको हम,कुंजों में जाकर सदा श्याम श्यामा,पुकारा करेंगे उन्हें आते जाते, निहारा करेंगे महल राधिका.... कभी तो बजायेंगे,मुरली मनोहर कभी तो सुनेगे हम,चरणों के नुपुर हुआ भाग्ये झाकीं,निहारा करेंगे महल राधिका.... रिझायेंगे प्रितम को,जैसे भी होगा तन मन धंन अपना,न्यौछारा करेंगे उन्हें आते जाते,निहारा करेंगे महल राधिका.... लगायेंगे बृज़ रज़ को,सभी तन बंदन पर जहाँ तक हुआ मन को मारा करेंगे उन्हें आते जाते,निहारा करेंगे महल राधिका.... कभी कभी रूठेगीं,भानु दुलारी मनायेंगे उनको,श्री मान बिहारी हम मन्दिंर की सिड़ी,बुहारा करेंगे उन्हें आते जाते,निहारा करेंगे महल राधिका.... इक दिन किशोरी जी,करूणा करेंगी चरणों की रज़ में,गुज़ारा करेंगे राधा श्री राधा, पुकारा करेंगे महल राधिका.... इक दिन वो आयेंगी,प्रियतम के संग में वहीं उसकी झाकीं,निहारा करेंगे राधा श्री राधा, पुकारा करेंगे महल राधिका.... उन्हें प्रेम डोरी में,हम बांध लेंगे फिर वो कहां भाग,जाया करेंगे राधा श्री राधा,पुकारा करेंगे महल राधिका....

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