💚ISLAHI PAIGAM 💚 🌴 اصلاحی پیغام 🌴
June 13, 2025 at 05:42 PM
आज से तक़रीबन 1445 साल पहले जब इतनी छोटी सी मधुमक्खी की बनावट-विज्ञान (Anatomy) का विज्ञान मौजूद ही नही था। उस वक़्त क़ुरआन मे अल्लाह तआला ने मधुमक्खी के बारे में ऐसी जानकारी दी जिसको जान लेने के बाद हर इंकार करने वाला इंसान इस बात को तस्लीम करेगा कि क़ुरआन किसी इंसान की लिखी किताब नही बल्कि अल्लाह की तरफ़ से भेजा गया पैग़ाम है और सारी इंसानियत के लिए मार्गदर्शन है। अरबी भाषा मे मधुमक्खी को "नहल" कहते हैं। क़ुरआन मजीद मे मधुमक्खी यानी अन-नहल" (The Bees) के नाम से सूरह मौजूद है। अल्लाह तआला इस सूरह की आयत नंबर 68 से 69 में इरशाद फ़रमाता है.. और (ऐ रसूल) तुम्हारे परवरदिगार ने शहद की मक्खियों के दिल में ये बात डाली कि तू पहाड़ों मे छत्ते बना और दरख्तों और लोगों की बनायी छतों में- फिर हर तरह के फलों के पूर से उनका अर्क़ चूस कर फिर अपने परवरदिगार की राहों में ताबेदारी के साथ चली, मक्खियों के पेटो से पीने की एक चीज़ निकलती है शहद जिसके मुख्तलिफ़ रंग होते हैं इसमें लोगों (की बीमारियों) की शिफ़ा भी है इसमें शक़ नहीं कि इसमें ग़ौर व फ़िक्र करने वालों के वास्ते खुदा की क़ुदरत की बहुत बड़ी निशानी है, पेटो (stomachs) से पीने की एक चीज़ निकलती है (शहद)" अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त ने मक्खी के पेट को पेटो stomachs "بطونها" क्यों कहा?? मधुमक्खी के कितने पेट होते है? आज हमे Anatomy Science के ज़रिये पता चला के मधुमक्खी के तीन पेट होते है, मक्खी का चूसा हुआ फूलों का अर्क थोड़ी देर के लिए पहले पेट मे दाखिल होता है फिर वाल्व खुलता है और नीचे दूसरे पेट तक जाता है जो इसको शहद मे बदल देता है। दूसरे पेट के आखिर मे एक वॉल्व होता है जो शहद को मक्खी की ज़रूरत के अलावा और थोड़ी देर के लिए तीसरे पेट मे जाने नही देता है- तीसरा पेट मधुमक्खी के आंतों पर मुश्तमिल होता है, उड़ते हुए अपना सफर मुक्कमल करने के लिए थोड़ा सा इस मे से खाती है और फिर जब मधुमक्खी छत्ते पर लौटती है तो मोजज़ा ये कि दूसरे पेट मे जमा किया हुआ खालिस शहद अपने मुंह से निकालकर छत्ते के सुराखों मे छोड़ देती है। पाक है वो ज़ात जिसने अपने मख़्लूक़ को सब कुछ दिया फिर इसे हिदायत दी। "तो क्या लोग क़ुरआन में (ज़रा भी) ग़ौर नहीं करते या (उनके) दिलों पर ताले लगे हुए हैं" ~ अल-क़ुरआन Joined My grup 👇 https://chat.whatsapp.com/JfGxqCRmOA8C0tZdrGen58
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