
राजस्थान सरकार के अधिकारी,कर्मचारी,पेंशनर हेतु चैनल।
June 10, 2025 at 08:35 AM
भारत के रिजर्व बैंक के द्वारा बार बार रेपो रेट घटाने के दुष्प्रभाव:- इससे सरकारी और निजी क्षेत्रों के सभी सेवारत श्रमिकों,कर्मचारियों/अधिकारियों,सेवानिवृत्त पेंशनर,परिवार पेंशनर,सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के पेंशनर,अन्य सभी प्रकार के पेंशनर तथा अन्य जमाकर्ताओं को उनकी जमा राशियों पर देय ब्याज की दरों में बार बार की जाने वाली कमियों से बहुत नुकसान हो चुका है। किसी समय FD,NSC,MIS,KVP आदि पर 13% तक ब्याज दिया जा रहा था और GPF,CPF,PPF पर 12% तक ब्याज मिल रहा था।GPF और CPF पर कभी कभी 1% अतिरिक्त लाभांश भी दिया जाता था।लेकिन अब ब्याज की दरें घटाकर के FD,NSC,MIS,KVP पर 8% या उससे कम ही दी जा रही हैं और GPF,CPF,PPF पर ब्याज की दरें घटाकर के 7.1% की दर से ही ब्याज दिया जा रहा है। बाजार में रूपये की क्रय शक्ति भी निरन्तर घटती ही जा रही है और जिस दिन राशि जमा की जाती है तब की रूपये की क्रय शक्ति और जिस दिन राशि वापस निकाली जाती है उस दिन की क्रय शक्ति से तुलना करने पर सभी जमाकर्ताओं को बहुत नुकसान हो रहा है।
केवल इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक ही बचत बैंक खाते में जमा राशियों पर 4% वार्षिक ब्याज दर दे रहा है।अन्य सभी बैंक तो बचत बैंक खाते की जमाओं पर 2% से 3% के बीच की दरों से ही ब्याज दे रहे हैं और इस मामूली सी ब्याज की आय पर भी भारत सरकार ने आयकर लागू कर रखा है। नई आयकर व्यवस्था (Regime) में तो धारा 80 TTA तथा धारा 80 TTB में मिलने वाली ब्याज की आय की छूट देना भी बन्द कर दिया गया है,इसमें अन्य निवेशों की राशियों की छूटें भी बन्द कर दी गई हैं।इन सभी छूटों को नई आयकर व्यवस्था में भी लागू करवाने हेतु प्रयास भी किए जाने चाहिए। अत: सभी जमाकर्ताओं को विभिन्न मंचों के माध्यम से सभी प्रकार की जमा राशियों पर देय ब्याज की दरों को वापस पूर्व के अधिकतम स्तर तक बढ़वाने के लिए,इनको कभी वापस नहीं घटाने देने के लिए तथा अर्जित ब्याज की पूरी आय को ही आयकर से मुक्त भी करवाने हेतु बार बार मांग और संघर्ष करते रहना चाहिए। बाबू लाल नाई, सेवानिवृत्त लेखाधिकारी, राजस्थान सरकार। मोबाइल संख्या 8104320831, 8302078483