RAJESH KUMAR SHARMA
RAJESH KUMAR SHARMA
June 13, 2025 at 08:37 AM
*✅अहमदाबाद विमान हादसे में अब तक की सबसे विस्तृत विवेचना विनय झा जी द्वारा। उनके मूल लेख का संक्षिप्त रूप••••* *उड़ान के 625 फीट बाद वायुयान का क्रैश•••दोनों इञ्जन एक साथ नाकाम! पक्षी टकराने से दोनों इञ्जन एक साथ बन्द नहीं हो सकते•••फ्यूल टैंक के मेन स्विच से इञ्जन तक के सप्लाई पाइप में जितना फ्यूल समा सकता है वह केवल 30-40 सेकण्ड तक इञ्जन को चालू रख सकता है । इतने समय में लगभग 625 फीट की उड़ान सम्भव है । अतः लम्बी उड़ान पर रवाना होने से पहले 1,26,000 लीटर ईंधन भरकर फ्यूल टैंक का मेन स्विच बन्द कर दिया गया•••जाँच के दौरान फ्यूल टैंक और मेन स्विच आदि की भी जाँच होती है । अतएव बाहरी आतंकी की कोई सम्भावना नहीं है! क्रैश से कई लोग बच सकते थे,किन्तु 1,26,000 लीटर ईंधन के विस्फोट से बचना दुष्कर है!* *बिना पूरी जाँच के ऐसे विमान को दीर्घ यात्रा पर रवाना किया ही नहीं जा सकता,और जाँच में फ्यूल सप्लाई के पूरे लाइन की बारीक जाँच अनिवार्य है!जाँच होने के उपरान्त विमान का क्रू भी वहाँ नहीं पँहुच सकता,फ्युअल सप्लाई लाइन ग्राउण्ड स्टाफ का दायित्व है!अतः फ्युअल सप्लाई लाइन का मेन स्विच जाँच के दौरान ही किसी ने बन्द कर दिया था••• `जानबूझकर`!* *`जानबूझकर` इस कारण कह रहा हूँ, कि जिस चीज की जाँच अनिवार्य है और जिसे केवल जाँच टीम ही देख सकती है,वह बन्द किसने किया?* *क्रैश के तकनीकी संकेत: यदि मेन फ्यूल वाल्व बंद रहता है तो इंजन केवल उन्हीं पाइपों में बचे ईंधन से चलेगा•••जो लगभग 30-40 सेकंड तक के लिए ही पर्याप्त होगा!* *इस दौरान, विमान लगभग 625 फीट ऊंचाई तक पहुंच सकता है!* *तत्पश्चात ईंधन खतम → दोनों इंजन बंद → विमान फेंक (descent) → विस्फोट के साथ impact!* *जाँच चार स्तरीय••••!* *1•दीर्घ उड़ान (लॉन्ग रेंज फ्लाइट) के पहले सभी सिस्टम की अनिवार्य जाँच होती है:* *विशेषकर:* *फ्यूल टैंक लेबल* *फ्यूल सप्लाई लाइन प्रेशर* *क्रॉसफीड और सप्लाई वाल्व्स* *पम्प कार्यशीलता* *यह सब Pre-Departure Technical Clearance (PDTC) के अंतर्गत आता है, जिसे लाइनेज इंजीनियर और सर्टिफिकेशन अधिकारी (ग्राउंड तकनीशियन) करते हैं!* *2• Flight crew (पायलट्स) को विमान जाँच के बाद बुलाया जाता है! फ्लाइट क्रू रनवे clearance के बाद ही aircraft तक पहुँचता है!* *उसका कार्य preflight checklist के ज़रिए systems को double-verify करना होता है•••परंतु वे fuel line की valve configuration या tank venting system खोलने/बन्द करने के अधिकारी नहीं होते!* *अर्थात, मूल फ्यूल वाल्व और सप्लाई लाइन की ज़िम्मेदारी केवल ग्राउंड टेक्निकल स्टाफ की होती है!* *3• यदि मेन फ्यूल सप्लाई वाल्व बन्द था, तो:* *इंजन केवल लाइन में रुके शेष फ्यूल पर चलेंगे (30–40 sec)* *जैसे ही लाइन का फ्यूल समाप्त हुआ → दोनों इंजन फ्लेम आउट →और विमान गिरेगा!* *AI171 का 625 फीट पर क्रैश होना इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है!* *यही वह निर्णायक बिंदु है : "जिस चीज की जाँच अनिवार्य है और जिसे केवल जाँच टीम ही देख सकती है,वह बन्द किसने किया?"* *यही पूरे केस की हत्या अथवा अतिअपराधिक sabotage की दिशा इंगित करता है!* *जाँच एजेंसियों को निम्न बिंदुओं की फॉरेंसिक पड़ताल करनी चाहिए: जांच क्षेत्र पूछे जाने वाले प्रश्न••• Pre-flight inspection log क्या valve खोलने की पुष्टि किसी हस्ताक्षर द्वारा हुई थी?* *CCTV (hangar + tarmac) ग्राउंड इंजीनियरों में से किसने आखिरी बार उस वाल्व क्षेत्र को टच किया?* *Toolbox audit क्या कोई unauthorized व्यक्ति ने access लिया?* *Flight data recorder (FDR) क्या फ्यूल लाइन प्रेशर 0 था टेकऑफ से पहले?* *Crew CVR क्या उन्हें कोई fuel pressure alert मिला? उन्होंने कुछ कहा?* *यदि यह sabotage है:* *संकेत पुष्टि* *जानबूझकर वाल्व बन्द किया गया तकनीकी सम्भाव्यता १००% केवल जाँच स्टाफ को एक्सेस फ्लाइट क्रू या अन्य को पहुँच नहीं•••ईंधन भरने के बाद हुआ वरना फ्यूल भर ही न पाता!* *अंतिम टेक्निकल क्लियरेंस के बाद क्योंकि aircraft taxing तक आ गया था!* *निष्कर्ष:* *यह घोर लापरवाही नहीं है, यह एक स्पष्ट आपराधिक कृत्य है•••चाहे वह संगठित राजनैतिक द्वेष हो, आंतरिक बदला, या किसी शक्ति का टार्गेटेड हमला!*
Image from RAJESH KUMAR SHARMA: *✅अहमदाबाद विमान हादसे में अब तक की सबसे विस्तृत विवेचना विनय झा जी द्...

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