
Al Quraan Roohani Idara
June 16, 2025 at 04:58 PM
, `"खुद को समझ लेना, दुनिया को समझने का पहला दरवाजा है!"`
*लड़का और तीन दरवाजे*
💕💟एक लड़का ज़िंदगी से परेशान होकर जंगल की तरफ निकल गया।
वो सोचता रहा:
"मैं क्या हूँ? मुझे क्या करना चाहिए? लोग मुझे क्यों नहीं समझते? मैं इतना कमज़ोर क्यों महसूस करता हूँ?
✍️ चलते-चलते वो एक जगह पहुँचा जहाँ सामने तीन दरवाज़े थे।
`हर दरवाज़े पर एक तख्ती लगी थी`
✅ पहला दरवाज़ा:
"तुम अपना अतीत बदल सकते हो"
लड़के ने सोचा:
"काश! मैं अपनी गलतियाँ मिटा पाता, अपने दुख मिटा पाता।"
वो अंदर गया, लेकिन जैसे ही उसने कोई गलती बदलनी चाही, कुछ और नए दुख पैदा हो गए।
उसने समझा:
"अतीत को बदलने की चाहत, नए दुख पैदा करती है।"
✅ दूसरा दरवाज़ा:
"तुम दूसरों को बदल सकते हो"
लड़के ने सोचा:
"मेरी माँ ने मुझे नहीं समझा, दोस्त मज़ाक उड़ाते हैं, सबको बदल दूँगा।"
वो अंदर गया और दूसरों को बदलने लगा।
लेकिन जितना वो दूसरों को बदलता, सब उतने ही नकली और दूर हो जाते।
कुछ ने तो उससे रिश्ता ही तोड़ लिया।
उसने समझा:
"दूसरों को ज़बरदस्ती बदलने की कोशिश, रिश्ते तोड़ देती है।"
✅ तीसरा दरवाज़ा:
"तुम खुद को समझ सकते हो"
ये दरवाज़ा शांत और खाली था।
लड़का बोला:
"चलो, ये भी देख लेते हैं।"
अंदर सिर्फ एक आईना था।
वो आईने के सामने खड़ा हो गया।
आईना कुछ नहीं बोला, बस उसकी आँखों में देखता रहा।
लड़का रोने लगा।
पहली बार उसने खुद से कहा:
"मुझे ही बदलने की ज़रूरत है।
और मैं ही खुद को समझकर सब ठीक कर सकता हूँ।"
✍️ *सबक:*
हम अक्सर अतीत या दूसरों को बदलने में उलझ जाते हैं, लेकिन असली ताकत खुद को समझने और बेहतर करने में है।
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