
हिंदुस्तान की शाम
June 7, 2025 at 03:59 AM
*अयोध्या आए श्रद्धालु भर रहे जीएसटी का खजाना*
■ *जीएसटी में 476.28 करोड़ रुपये का अधिक संग्रह*
*#अयोध्या:* भगवान रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के बाद जिले की आर्थिकी के क्षेत्र में आए उछाल ने चौंका दिया है। भगवान श्री राम के दरबार में शीश झुकाने वाले राम भक्तों से यहां के व्यवसाय को पंख लगे। जीएसटी से भरा जाने वाला खजाना राज्य कर के किसी एक सेक्टर का नहीं है। ज्यादातर सेक्टरों में अप्रत्याशित उछाल जीएसटी संग्रह में है।
राज्य कर विभाग के आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं कि जीसीटी के माध्यम से सरकारी खजाने को भरने में राम भक्तों का योगदान उल्लेखनीय है।
राम मंदिर में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को हुई। जिसमें स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हुए। राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के बाद से ही अयोध्या में राम भक्तों को आने का जो सिलसिला शुरू हुआ,वह अनवरत जारी है। राज्य कर के एडिश्नल कमिश्नर ग्रेड-एक संतोष कुमार के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23 में 1463.75 करोड़ रुपये का संग्रह जीएसटी से हुआ। प्राण प्रतिष्ठा वाले वित्तीय वर्ष में जीएसटी के संग्रह में 476.28 करोड़ रुपये का उछाल आया। जीएसटी की धनराशि बढ़कर 1940.03 करोड़ रुपये पहुंची।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में जीएसटी संग्रह की रफ्तार कम नहीं हुई। जीएसटी का कुल राजस्व संग्रह 2151.33 करोड़ रुपये रहा जो बीते वर्ष की तुलना में 211.03 करोड़ रुपये अधिक है।
अयोध्या में राम भक्तों की बढ़ती संख्या के बाद यहां होटल व गेस्ट हाउस की लंबी श्रृंखला तैयार हुई है। कई पांच सितारा होटल शुरू व निर्माणाधीन है। आवास विकास परिषद की नव्य अयोध्या की आधुनिक आवासीय परियोजना है। प्राचीन मंदिरों व पौराणिक कुंडों के सुंदरीकरण ने भी राम मंदिर आए श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है।
