Raah_e_Eiman [راہِ ایمان]
Raah_e_Eiman [راہِ ایمان]
June 17, 2025 at 11:38 AM
🚨✨“अल्हम्दुलिल्लाह! पहली बार ईरान (मुशरिक) ने यहूदी ज़ालिम और ग़ासिब (कब्ज़ा करने वाला) यहूदी हुकूमत पर असली मिसाइल का इस्तेमाल किया है और उसे नुक़सान पहुँचाया है, जिसे देखकर दिल खुश हो गया। वरना ये असली मिसाइलें तो हमेशा *शाम*, *इराक*, *लेबनान* और *यमन* के सुन्नी मुसलमानों पर ही गिरती थीं और वहीं तबाही मचती थी। अल्लाह अज़्ज़वजल, यहूदी और राफ़ज़ि (शियो) इन दो भाइयों की इस लड़ाई में और बरकत दे, इनके बीच और फूट पैदा करे, दोनों का निशाना और पक्का करे (एक-दूसरे के खिलाफ़), और दोनों से बदला ले, दोनों की कमर तोड़ दे ताकि ये दोबारा मासूम बच्चों और बेक़सूर सुन्नी मुसलमानों का क़त्ल न कर सकें। इस जंग को उम्मत-ए-मुसलिमा के लिए भलाई का ज़रिया बना दे और इसके शर (बुराई) से उम्मत को महफ़ूज़ रख। ईरान वाकई बहुत कुछ कर सकता है... उसे तजुर्बा है — उसे *शाम*,*इराक* ,*लेबनान* और *यमन* में 15 लाख सुन्नी मुसलमानो को मारने और 1 करोड़ 60 लाख मुसलमानों को मुहाजिर (शरणार्थी) बनाने का तजुर्बा है। उसे ख़ाना-ए-काबा पर हमला करने का भी तजुर्बा है, उसके राफ़जि आतंकवादियों ने शाम की बनू उमैया मस्जिद में खड़े होकर धमकी दी थी के हम मस्जिद ए नबवी और खाना ए काबा फतह करेंगें | इन का अकीदा है और इनकी शिया किताबों में लिखा है जब शिया रफ़्ज़ियों का महदी आएगा, तो वह सारी मस्जिदों को गिरा देगा। काबा से शुरू करेगा, फिर मस्जिद-ए-हराम और फिर मस्जिद-ए-नबवी को गिरा देगा, यहाँ तक कि ज़मीन पर कोई भी मस्जिद बाक़ी नहीं बचेगी। (📗 तहफ़ा ए शीयत, जिल्द 1, सफ़ा 204) कुल मिलाकर अपने मुस्लिम पड़ोसी मुल्कों पर बहुत से ज़ुल्मों का भरपूर तजुर्बा रखता है। उम्मीद है कि इस बार वह अपने तमाम तजुर्बों का सही इस्तेमाल इस ज़ालिम, जाबिर, सफ्फाक और नाजायज़ हुकूमत (इज़राइल) पर करेगा। 🤲 *"ऐ अल्लाह! ज़ालिमों को ज़ालिमों के ज़रिए हलाक कर और हमें उनके बीच से सलामती के साथ निकाल दे।"* ______________________________ *Follow Channel👇* https://whatsapp.com/channel/0029VaXBomMKGGGGFTl0Ci2F
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