अमृत कथा
May 31, 2025 at 01:10 AM
*अमृत कलश* *श्रीमन्नारायण के द्वादश नामों का महत्व..!!* *१. केशवाय नम: - क्लेश को मिटानेवाले।* *२. नारायणाय नम: - सब कुछ स्वयं भगवान में विद्यमान है, तथा स्वयं भगवान सभी में विद्यमान है।* *३. माधवाय नम:- देवी महालक्ष्मी के स्वामी।* *४. गोविन्दाय नम: - अपनी वाक कला से जीतने वाले, गौओं के संरक्षक तथा संपूर्ण पृथ्वी के स्वामी।* *५. विष्णवे नम: - सर्वत्र व्याप्त।* *६. मधुसूदनाय नम: - हमारे विरोधियों को परास्त करने वाले।* *हम में पाये जाने वाले विरोधी अवगुण जैसे - काम, क्रोध, लोभ, मोह, मात्सर्य, अहंकार आदि को मिटाने वाले।* *७. त्रिविक्रमाय नम: - सभी लोक मेरे हैं, इसे बताने के निमित्त आकाश, पृथ्वी और पाताल, सभी को नापने वाले।* *८. वामनाय नम: - अपने श्री विग्रह की सुन्दरता से सभी को अपने प्रति आकर्षित करने वाले।* *९. श्रीधराय नम: - भगवान को जीव आसानी से प्राप्त करे, देवी महालक्ष्मी जी को अपने वक्षःस्थल पर सदा धारण करने वाले।* *१०. ऋषीकेशाय नम:- हमारी इन्द्रियों को वश में करा देने वाले।* *हमारे मन को भटकने से रोकने वाले।* *११. पद्मनाभाय नम:- हम सबके कारक । जगत सृष्टि को रचने वाले,सृष्टी कर्ता ब्रह्मा को अपने नाभि कमल से जन्म देने वाले।* *१२. दामोदराय नम:- भगवान का यह नाम,परत्व का ही नहीं,सौलभ्यता को भी धारण करने वाले को कहते हैं ।* *जगत के कारक होकर भी, अपनी माता यशोदा से रस्सी से बध जाने वाले।* *जय श्री मन्नारायण जो व्यक्ति द्वादश नामों का नित्य स्मरण करता है उसके सारे दुख दूर हो जाते है..!!* *🙏🏼🙏🏻🙏🏽जय श्री कृष्ण*🙏🙏🏾🙏🏿 Follow the अमृत कथा channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va9okzRDp2QHinYI7t42
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